सुभाष चौधरी /The Public World
नई दिल्ली : लोकसभा में विपक्ष की ओर से नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर हो रही चर्चा में भाग लेते हुए भारतीय जनता पार्टी के गोड्डा से सांसद निशिकांत दुबे ने एक तरफ कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पर जमकर कटाक्ष किया तो दूसरी तरफ हाल ही में कांग्रेस नेतृत्व में गठित राजनीतिक गठबंधन इंडिया के सहयोगी दलों को भी कटघरे में खड़ा किया. उन्होंने कहा कि पिछली पंचवर्षीय कार्यकाल के दौरान भी कांग्रेस पार्टी अविश्वास प्रस्ताव लेकर आई थी लेकिन जनता ने अपना विश्वास नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में व्यक्त किया. इस बार फिर कांग्रेस पार्टी अविश्वास प्रस्ताव लेकर आई है तो देश की जनता 400 सीटें देकर पुनः 2024 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सत्ता सौंपेगी. देश में पिछले दशकों में क्षेत्रीय दलों और कांग्रेस पार्टी के बीच रहे राजनीतिक समीकरणों की चर्चा करते हुए भाजपा सांसद ने कहा कि मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव नहीं बल्कि विपक्ष के लिए विश्वास प्रस्ताव लाया गया है. चर्चा के दौरान कांग्रेस नेता सोनिया गांधी भी उनके निशाने पर रहीं.
उल्लेखनीय है कि लोकसभा में कांग्रेस पार्टी के संसदीय दल के उप नेता गौरव गोगोई ने आज अविश्वास प्रस्ताव रखते हुए केंद्र सरकार पर कई आरोप लगाए. इसके जवाब में भाजपा की ओर से झारखंड से सांसद निशिकांत दुबे ने कमान संभाली. उन्होंने यह कहते हुए चुटकी ली कि उन्हें बताया गया था कि राहुल गांधी की आज और विश्वास प्रस्ताव पर पहले बोलेंगे लेकिन लगता है उनकी नींद थोड़ी देर से खुली और भी तैयारी नहीं कर पाए. इस पर संसद में जमकर ठहाके लगे.
निशिकांत दुबे ने कहा कि कांग्रेस पार्टी को लोगों की शहादत का कुछ पता नहीं है. उनके शासनकाल में पूर्वोत्तर के राज्यों की क्या स्थिति थी इसका उन्हें अंदाजा नहीं है. उन्होंने कहा कि वर्तमान नरेंद्र मोदी सरकार पूर्वोत्तर के राज्यों के विकास के प्रति बेहद संवेदनशील और सक्रिय है. इसका नतीजा सड़क, रेल, हवाई मार्ग, स्वास्थ्य, शिक्षा और अन्य मूलभूत सुविधाओं में किए गए विकास के रूप में देखा जा सकता है.
उन्होंने कांग्रेसी सांसद गौरव गोगोई द्वारा असम समझौता, नागा समझौता और मिजोरम समझौता का क्रेडिट तत्कालीन कांग्रेस सरकार को देने के सवाल पर यह कहते हुए प्रति सवाल किया कि असम और मिजोरम में तब कितने प्रतिशत मतदान हुए थे. उन्होंने कहा कि मिजोरम में तो केवल 7% वोट पाकर ही कांग्रेस ने सरकार बना ली थी जिसे मिजोरम समझौते के बाद हटाना कांग्रेस की मजबूरी थी.
भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने हाल ही में बने चुनावी गठबंधन इंडिया एलायंस की चर्चा करते हुए कहा कि कांग्रेस के साथ शामिल सभी क्षेत्रीय दलों को अपने पुराने नेताओं के साथ किए गए व्यवहार को याद कर लेना चाहिए. उन्होंने कहा कि 1976 में कांग्रेश सरकार ने तमिल नाडु मैं तत्कालीन कल उन्होंने सरकार को भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए बर्खास्त कर दिया था. 1980 में उसी डीएमके ने इंदिरा गांधी को सरकार बनाने में सहयोग किया. उनका सवाल था कि आखिर यह कैसा गठबंधन है. उन्होंने लिखते को लेकर भी कांग्रेस के तत्कालीन प्रधानमंत्री स्वर्गीय राजीव गांधी की नीतियों की चर्चा करते हुए सवाल दागा. उन्होंने 2जी घोटाले में कांग्रे शासनकाल में ही डीएमके के नेताओं को जेल भेजने की याद भी दिलाई.
पश्चिम बंगाल में सत्तासीन टीएमसी के प्रादुर्भाव की याद दिलाते हुए भाजपा सांसद ने कहा कि सिंगुर में आंदोलन भाजपा ने भी समर्थन दिया था. उनका कहना था कि जहां तक नारदा और शारदा घोटाले का मामला है या कांग्रेस शासनकाल में ही उजागर टीएमसी के नेताओं को फसाया गया.
उन्होंने राष्ट्रीय जनता दल के नेता व पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव पर लगे चारा घोटाले के आरोप को लेकर भी बात की. उनका कहना था कि इस घोटाले में भी लालू यादव को कांग्रेस शासनकाल में ही जेल में डाला गया. उन्होंने जनता दल यूनाइटेड और आरजेडी के बीच हुए तालमेल पर भी हमला बोला. उन्होंने कहा कि चारा घोटाले के एक याचिकाकर्ता वर्तमान में जनता दल यू के अध्यक्ष और लोकसभा में सांसद ललन सिंह भी थे लेकिन आज एक साथ खड़े हैं.
समाजवादी पार्टी के बड़े नेता स्वर्गीय मुलायम सिंह को बेहद ईमानदार और देशभक्त बताते हुए भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने कहा कि उनके खिलाफ भी कांग्रेस शासनकाल में ही अनर्गल आरोप लगाकर उनकी छवि खराब करने की कोशिश की गई. उन पर आय से अधिक संपत्ति होने का मामला भी सीबीआई के द्वारा दर्ज कराया गया. उनका कहना था कि भाजपा शासनकाल में उन पर लगे सभी आरोप और मामले वापस लिए गए.
इंडिया गठबंधन में शामिल प्रमुख दल एनसीपी को भी कांग्रेस के साथ आने के लिए भाजपा सांसद ने यह कहते हुए तीव्र आलोचना की की एक समय था जब 1980 में शरद पवार की चुनी हुई सरकार को तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने बर्खास्त कर दिया था. उन्होंने याद दिलाया कि कांग्रेस के अत्याचार के कारण ही तब एनसीपी का गठन किया गया था.
चर्चा के दौरान मुस्लिम लीग के सांसद असदुद्दीन ओवैसी पर भी उन्होंने कटाक्ष किया. उन्होंने कहा कि इतिहास साक्षी है कि कांग्रेस पार्टी ने मुस्लिम लीग को कितना जलील किया है बावजूद इसके आज असदुद्दीन ओवैसी कांग्रेस के साथ बैठे हैं.
जम्मू-कश्मीर की पार्टी नेशनल कांफ्रेंस को लेकर भी उन्होंने चुटकी ली. उन्होंने कहा शेख अब्दुल्ला को कांग्रेस शासनकाल में ही लंबे समय तक जेल में डाल दिया गया था. उन्हें कांग्रेस के साथ समझौता करने के लिए मजबूर किया गया लेकिन आज यह सभी पार्टियां कांग्रेस के साथ बैठी है जो अपने आप में बेहद विरोधाभासी स्थिति को बयां करती है.
निशिकांत दुबे ने कांग्रेस पार्टी की वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी पर आरोप लगाया कि नेशनल हेराल्ड और राजीव गांधी फाउंडेशन से संबंधित मामले में वह इनकम टैक्स बचाने के लिए अदालत का दरवाजा खटखटा रही है जबकि भाजपा के सांसद करोड़ों का टैक्स देते हैं. उन्होंने कहा कि सोनिया गांधी पूरी तरह हिंदू रीति रिवाज को मानते हुए अपने बेटे को सेट करना चाहती हैं जबकि दामाद को भेंट करना चाहती हैं.