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यूनुस अलवी
मेवात: मेवात कि नहरों में पानी ना आने कि वजह से सैंकडों गावों कि फसल सूख रही है। इस मुद्दे को लेकर मेवात के युवाओं कि रविवार को गांव पिथौरपुरी में एक बेठक आयोजित कि गई। जिसमें सरकार और प्रशासन से मांग कि गई है कि या तो मेवात कि नहरों में जल्द पानी छोडे नहीं तो मेवात के युवा और किसान मिलकर सरकार और प्रशासन के खिलाफ विरोध प्रर्शन करने को मजबूर होगें।
रविवार को युवाओं कि आयोजित कि गई बेठक कि अध्यक्षयता लुकान पिथूरपुरी ने करते हुऐ कहा कि मेवात की 90 फीसदी आबादी कृषि पर आधारित है। काफी समय से बरसात नहीं हो रही है। जिसकी वजह से जमीनी पानी का वाटर लेवल काफी गहरा चला गया है। उनका कहना है कि मेवात अधिक्तर नहरों में पानी ना आने कि वजह से गेंहू और सरसों कि फसल सूखने के कगार पर पहुच गई है।
उन्होने बताया कि नगीना इलाके में पडने वाली बनारसी डिस्ट्रीब्याटरी और शादीपुर माईनर में करीब दस साल से पानी नहीं आया है। जिसकी वजह से हर साल किसानों कि फसल बरबाद हो जाती है। उनका कहना है कि सोमवार को मेवात के सैंकडों युवा नहरों में पानी छोडने के लिये डीसी मेवात को पहले ज्ञापन सौंपेगें। अगर उसके बाद भी नहरों में पानी नहीं छोडा गया तो किसान और युवा मिलकर बडकली चौक पर जाम लगाऐगें। इस दौरान कोई कि घटना घटती है तो उसकी जिम्मेदारी सरकार और प्रशासन कि होगी।
इस मौके पर लुकमान पिथूर पुरी, वली मोहम्मद, रहीश, आजाद, अब्बास, सलीम, मुबारिक, इकराम, हामिद, जकरिया, अताउल्लाह, तौसीफ और रिजवान सहित दर्जन भर युवा मौजूद थे।