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नई दिल्ली/मुंबई : केंद्रीय कौशल विकास और उद्यमिता तथा इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने आज मुंबई में कहा कि इस महीने के अंत में लॉन्च किया जाने वाला इंडिया एआई प्रोग्राम दुनिया में सार्वजनिक तौर पर एकत्रित सबसे बड़े डेटासेट में से एक होगा।

 

श्री चंद्रशेखर ने कहा कि फिनटेक ईकोसिस्टम के साथ इंडिया एआई प्रोग्राम फिनटेक और इंटरनेट की अगली पीढ़ी को प्रेरित करेगा। मुंबई में मनीकंट्रोल इंडिया फिनटेक कॉन्क्लेव को संबोधित करते हुए श्री राजीव चंद्रशेखर ने भारत में फिनटेक ईकोसिस्टम के विकास औऱ देश के टेकडे में इसकी भूमिका का उल्लेख किया।

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मंत्री ने कहा कि भारत के फिनटेक ईकोसिस्टम के उद्भव ने बिना किसी बाधा और बिचौलियों को दरकिनार करते हुए लाभार्थियों तक सरकारी सब्सिडी सुनिश्चित करने की दशकों पुरानी समस्या को हल करने में मदद की है।

यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस को फिनटेक इकोसिस्टम का महत्वपूर्ण घटक बताते हुए उन्होंने कहा, ‘भारत में आज दुनिया में सबसे ज्यादा फिनटेक यानी फाइनेशियल टेक्नोलॉजी अपनाने की दर 87 फीसदी है, जबकि दुनिया का औसत 67 फीसदी है।’

श्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा, ‘हमें 2014 में विरासत में सिंगल डाइमेंशनल डिजिटल इकोनॉमी मिली थी, जो अब ब्रॉड बेस्ड, हाई ग्रोथ, आत्मनिर्भर बन गई है। यह सब कुछ बहुत तेजी से आगे बढ़ रहा है और उसी हिसाब से हम इनोवेशन कर रहे हैं।’

उन्होंने यह भी कहा कि फिनटेक ईकोसिस्टम भारत की उद्यमशीलता, भारत के आत्मविश्वास और युवा भारतीयों के दुनिया को संदेश देने का एक शानदार उदाहरण है कि हम यहां प्रतिस्पर्धा करने और जीतने को तैयार हैं।

एक सक्षम ढांचा प्रदान करने में सरकार की पहल के बारे में जोर देते हुए मंत्री ने कहा, ‘सभी इनोवेशन ईकोसिस्टम बाधाओं से मुक्त हैं।’

इंडिया एआई प्रोग्राम की शुरुआत पर मंत्री ने कहा, ‘यह प्रोग्राम दुनिया में सबसे बड़े सार्वजनिक रूप से एकत्रित और उपलब्ध डेटा सेटों में से एक होगा। फिनटेक इकोसिस्टम के साथ काम करते हुए, यह निश्चित रूप से अगली पीढ़ी के फिनटेक और इंटरनेट की दुनिया को प्रेरित करेगा।’

संबोधन के बाद मंत्री ने मनी कंट्रोल के संपादकीय स्टाफ के सदस्यों के साथ भी बातचीत की।

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