नई दिल्ली। भारत की जी-20 अध्यक्षता के तहत जी-20 के अवसंरचना कार्य समूह (आईडब्ल्यूजी) की पहली बैठक 16 -17 जनवरी 2023 को पुणे , महाराष्ट्र में आयोजित की जायेगी। इस बैठक में भारत की जी-20 अध्यक्षता के तहत अवसंरचना एजेंडा 2023 पर विचार-विमर्श करने के लिए आईडब्ल्यूजी सदस्य देश तथा भारत द्वारा आमंत्रित अतिथि देश व अंतर्राष्ट्रीय संगठन भाग लेंगे। भारत सरकार के वित्त मंत्रालय का आर्थिक कार्य विभाग, ऑस्ट्रेलिया और ब्राजील की सह-अध्यक्षता में इस दो दिवसीय आईडब्ल्यूजी बैठक की मेजबानी करेगा। पुणे में पहली आईडब्ल्यूजी बैठक में जी-20 सदस्यों, आमंत्रित देशों और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के 65 प्रतिनिधि भाग लेंगे।
जी-20 का अवसंरचना कार्य समूह, अवसंरचना निवेश के विभिन्न पहलुओं पर विचार-विमर्श करता है, जिनमें शामिल हैं- अवसंरचना को एक परिसंपत्ति श्रेणी के रूप में विकसित करना; गुणवत्तापूर्ण अवसंरचना निवेश को बढ़ावा देना तथा अवसंरचना निवेश के लिए वित्तीय संसाधन जुटाने हेतु अभिनव तरीकों की पहचान करना आदि। आर्थिक विकास के साझा उद्देश्य को बढ़ावा देने के लिए अवसंरचना कार्य समूह के परिणाम, जी-20 वित्त ट्रैक प्राथमिकताओं में शामिल किये जाते हैं।
पिछले कई वर्षों से, यह अवसंरचना कार्य समूह अन्य बातों के अलावा परिसंपत्ति की एक श्रेणी के रूप में भवन निर्माण से जुड़ी अवसंरचना, गुणवत्तापूर्ण अवसंरचना निवेश संकेतकों (क्यूआईआई) को बढ़ावा देने, इंफ्राटेक एजेंडा आदि जैसे अवसंरचना विकास के प्रमुख विषयों पर जोर देता आ रहा है।
जी-20 की भारत की अध्यक्षता का विषय ‘एक धरती, एक परिवार, एक भविष्य’ 2023 के दौरान जी-20 की भारत की अध्यक्षता के तहत 2023 के लिए अवसंरचना से संबंधित एजेंडे की दिशा निर्धारित करता है। यह विषय समानता पर आधारित विकास के संदेश को रेखांकित करता है और उन चर्चाओं के केन्द्रीय एजेंडे के साथ उपयुक्त रूप से जुड़ा हुआ है जो सुदृढ़, समावेशी और टिकाऊ शहरी अवसंरचना के निर्माण को प्रोत्साहित कर रहा है। यह विषय अवसंरचना के एजेंडे पर पिछली अध्यक्षता के तहत किए गए कार्यों के साथ भी जुड़ा हुआ है।
पुणे की बैठक में, होने वाली सभी चर्चाएं भारत की अध्यक्षता के तहत अवसंरचना कार्य समूह के एजेंडे पर केन्द्रित होंगी। इस बैठक में चर्चा की जाने वाली प्रमुख प्राथमिकता “भविष्य के शहरों का वित्तपोषण: समावेशी, सुदृढ़ और टिकाऊ” है। यह विषय शहरों को विकास का आर्थिक केन्द्र बनाने, शहरी अवसंरचना के वित्तपोषण, भविष्य की जरूरतों के अनुरूप शहरी अवसंरचना के निर्माण, ऊर्जा के मामले में दक्ष एवं पर्यावरण की दृष्टि से टिकाऊ अवसंरचना के लिए निजी वित्तपोषण को प्रोत्साहित करने और सामाजिक असंतुलन को कम करने के लिए वित्तीय निवेश को निर्देशित करने से जुड़े विभिन्न पहलुओं पर ध्यान केन्द्रित करेगा।
इसके साथ ही, पुणे की बैठक “भविष्य के शहरों का वित्तपोषण” पर एक उच्च-स्तरीय कार्यशाला आयोजित की जाएगी। इस कार्यशाला में, भविष्य के शहरों के निर्माण के लिए तकनीकी और प्रबंधकीय क्षमता से संबंधित प्रासंगिक विषयों, बढ़ते निजी वित्तपोषण में निवेशकों के विचार और आगामी शहरों की वित्तीय क्षमता की जरूरतों को लेकर चर्चा की जाएगी।
जी-20 की बैठक के साथ जी-20 पर व्याख्यान, शहरों को भविष्य के लिए तैयार करने पर संगोष्ठी और शहरी विकास का महत्व, जी-20 साइक्लोथॉन और शिक्षण संस्थानों में मॉडल जी-20 पर व्याख्यान जैसी कई ‘जन भागीदारी’ (डोमेस्टिक आउटरीच) पहल हो रही हैं। इन आयोजनों के हिस्से के रूप में 13 जनवरी, 2023 को पुणे में शहरी अवसंरचना पर राष्ट्रीय स्तर की संगोष्ठी में आंध्र प्रदेश, पंजाब, तमिलनाडु, केरल, तेलंगाना, गुजरात, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, हिमाचल प्रदेश आदि के नगर आयुक्तों, देश भर के शहरी विशेषज्ञों और उद्योगजगत के प्रतिनिधियों सहित 300 से अधिक लोगों ने भाग लिया। इस पहल का उद्देश्य जी-20 के विषयों के इर्द-गिर्द हो रही पूरी चर्चा में सभी क्षेत्रों के लोगों को शामिल करना है।
भारत की जी-20 अध्यक्षता के दौरान, जी-20 के अवसंरचना कार्य समूह का उपयोग उन चुनौतियों पर चर्चा करने के लिए एक मंच के रूप में किया जाएगा, जिनका सामना शहरों को करना पड़ता है और निकट भविष्य में शहरों में मिलने वाले अवसर के साथ-साथ भविष्य के पाठ्यक्रम को तैयार करेंगे, जो शहरों को अधिक रहने योग्य बनाता है।
अगले दो दिन के दौरान, विभिन्न आधिकारिक बैठकें और सांस्कृतिक कार्यक्रम निर्धारित हैं। 16 जनवरी को, भारत की अध्यक्षता के तहत अवसंरचना कार्य समूह की पहली बैठक होगी। बैठक के आधे हिस्से में, आईडब्ल्यूजी के प्रतिनिधि अनेक आधिकारिक बैठकें करेंगे और 2023 के अवसंरचना के एजेंडे पर चर्चा करेंगे। दोपहर के भोजन के बाद, प्रतिनिधि वृक्षारोपण के लिए पुणे विश्वविद्यालय जाएंगे, उसके बाद “भविष्य के शहरों का वित्तपोषण” विषय पर एक उच्च स्तरीय कार्यशाला होगी। दिन का समापन भव्य तरीके/सामूहिक रात्रि भोज के साथ होगा, और पहले दिन की बैठकों एवं कार्यक्रमों का समापन हो जाएगा।
17 जनवरी 2023 को, आईडब्ल्यूजी चार सत्रों पर विचार-विमर्श करेगा, जिसके बाद प्रतिनिधियों को धन्यवाद प्रस्ताव दिया जाएगा। पुणे में दो दिवसीय बैठकों का समापन एक विदाई रात्रिभोज के साथ होगा।
औपचारिक चर्चाओं के अलावा, प्रतिनिधि शहर की समृद्ध संस्कृति और सुंदर प्राकृतिक दृश्यों का अनुभव ले सकेंगे। विभाग ने पुणे हेरिटेज वॉक, सिटी टूर और महाबलेश्वर की यात्रा जैसे वैकल्पिक पर्यटन की व्यवस्था की है।
वित्त मंत्रालय यह सुनिश्चित करने के लिए जी-20 के अवसंरचना एजेंडे का मार्गदर्शन करेगा कि जी-20 नए विचारों की परिकल्पना करने और सामूहिक कार्य में तेजी लाने के लिए एक वैश्विक प्रेरक के रूप में कार्य करे।