जनप्रतिनिधि भी लोगों की समस्या से हैं बेखबर
गुरुग्राम । करूणा जनकल्याण सेवा समिति की महिला जिला अध्यक्ष अनीता शर्मा ने बताया कि सूरत नगर फेस 1 गुरूग्राम नगर निगम वार्ड 11 के निवासी निगम के अधिकारियों के उपेक्षित व्यवहार से त्रस्त है। पिछले एक सप्ताह से यहां की गलियां सीवर के गन्दे पानी से भरी है। लोग अपने घरों से बाहर नहीं निकल सकते । यहां गाड़ियां दो दूर पैदल चलना भी दूभर है। समस्या की शिकायत करने के बाद भी कोई सुनने वाला नहीं है। अधिकारी और जनप्रतिनिधी लगता है अपने कमरों में हीटर लगाकर बैठें है। उन्हें जनता की परेशानी से कोई लेनादेना नहीं है।
सूरत नगर सुधार समिति के पूर्व प्रधान मनोज शर्मा ने बताया कि अब गलियों के साथ साथ घरों में भी गन्दा पानी भरने लगा है। जिनके मकान पुराने बने हुए हैं उन्हें और भी ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
सूरत नगर निवासी रामभोर ने बताया कि गली नम्बर 6,9,10,12 में सीवर का पानी बहुत ज्यादा खड़ा हो रहा है। इससे मच्छरों का भी डर बना हुआ है। कुछ घरों में गंदे पानी के जमाव की वहज से बच्चे भी बुखार की चपेट में आ चुके हैं। उन्होंने मांग की कि सम्बन्धित विभाग को संज्ञान लेकर सीवर की सफाई तुरंत करनी चाहिए।
सूरत नगर से चुनाव लड चुकी सरोज बाला ने बताया कि सूरत नगर हमेशा प्रशासनिक उपेक्षा का शिकार हुआ है। आज तक कालोनी का कोई निवासी उम्मीदवार पार्षद नहीं बना है,।जिसका खामियाजा सूरत नगर के निवासियों को भुगतना पड़ रहा है। हर चुनाव में सूरत नगर का वार्ड भी बदल दिया जाता है। अधिकारी सूरत नगर में शराब का ठेका खोलना हो तो रात को भी आकर काम में लग जाते हैं और सीवर की सफाई करनी हो तो कोई सुनने वाला नही हैं। छोटे बच्चे और बुजुर्ग लोगों की इन गलियों में पैदल चलने में भी कठिनाई होती है।
असंगठित क्षेत्र के लिए बनी प्रदेश स्तर की निगरानी कमेटी के सदस्य योगेश शर्मा ने कहा कि कुछ अधिकारी सरकार की छवि को खराब करने के लिए अन्दर खाने प्रयास कर रहे हैं। उनको मीडिया के माध्यम से सचेत करना चाहता हूं कि प्रदेश के मुख्यमंत्री जल्द ही ऐसे अधिकारियों की सूची तैयार करवा रहे हैं जो अपने काम को पूरी ईमानदारी से नहीं निभाते हैं और सरकार की छवि को धूमिल करने का काम करते हैं।
योगेश शर्मा ने बताया कि अगर रविवार तक सूरत नगर की सभी गलियों को सीवर के पानी से मुक्ती नहीं मिली तो सोमवार को नगर निगम कार्यालय का घेराव करने की याजना पर काम किया जाएगा। इस भीषण स्थिति के कारण सूरत नगर फेस 1 की महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों में भारी रोष है।