नई दिल्ली : खबर है कि दिल्ली के एलजी विनय कुमार सक्सेना ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को एक अहम चिट्ठी लिख कर उन्हें चेताया है कि उनके पास सीएम के बिना दस्तखत के प्रस्ताव की फाइलें आ रही हैं. एल जी ने कहा है कि उनकी अप्रूवल के लिए सीएम के दस्तखत वाली फाइलें आनी चाहिए. अपने पत्र में दिल्ली के उपराज्यपाल ने मुख्यमंत्री केजरीवाल को साफ़ तौर पर लिखा कि आपके दफ्तर की तरफ से मेरे पास अप्रूवल के जो प्रपोजल आते हैं उसमं लिखा होता है कि सीएम इसे देख चुके हैं और अप्रूव कर चुके हैं. इस तरह के प्रपोजल में अर्जेंसी का भी जिक्र नहीं होता है. इसलिए यह सुनिश्चित किया जाए कि प्रपोजल पर आपके हस्ताक्षर हों.
मुख्यमंत्री को लिखी चिट्ठी में उराज्यपाल ने कहा है कि “हाल के महीनों में नियमित रूप से आपके कार्यालय द्वारा मेरे अनुमोदन के लिए या मेरी राय के लिए कई प्रस्ताव आए हैं. यह प्रस्ताव सचिव या अतिरिक्त सचिव द्वारा भेजे गए हैं. इस संबंध में आपका ध्यान कार्यालय प्रक्रिया नियमावली 2022 के पैरा 7.1 I (iv) की ओर आकर्षित किया जाता है. इसमें प्रावधान है कि अत्यावश्यक मामलों में जब सीएम दौरे पर हों या बीमार हों तो इस दौरान उनकी स्वीकृति टेलीफोन पर लिए जाने के सम्बन्ध में उनके निजी सचिव द्वारा लिखित में सूचित किया जाएगा. इसके साथ ही ऐसे मामलों में कार्यलाय लौटने पर फाइल की पुष्टि प्राप्त की जाएगी.”
एलजी ने लिखा है कि आपके हस्ताक्षर के बिना यह स्पष्ट नहीं होता है कि प्रस्ताव आपके द्वारा देखा गया है और आपके द्वारा स्वीकृत है या नहीं. इसलिए प्रभावी शासन के हित में यह सुनिश्चित किया जाए कि आपके कार्यालय द्वारा मेरी राय या अप्रूवल के लिए भेजे गए प्रस्ताव पर आपके विधिवत हस्ताक्षरित हों. मैं यह भी सुझाव देना चाहूंगा कि आपका कार्यालय जल्द से जल्द ई-ऑफिस प्रणाली शुरू करने पर विचार करे ताकि फाइलों की निर्बाध आवाजाही को सक्षम बनाया जा सके.
जाहिर है एल जी के इस पत्र से यह स्पष्ट है कि देश की राजधानी में राज करने वाली सरकार ने काम की पारदर्शिता बनाये रखने और त्वरित गति से काम करने के लिए अब तक आधुनिक तकनीक ई ऑफिस नहीं अपनाया है.