नई दिल्ली : बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अगुवाई वाली महागठबंधन सरकार के कैबिनेट का आज विस्तार होने के साथ विपक्ष हमलावर हो गया है. 31 नए मंत्रियों वाली कैबिनेट को लेकर भाजपा नेता और राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने हमला बोला. सुशील मोदी ने कटाक्ष करते हुए कहा कि बिहार में 13 मंत्री केवल एम वाय (मुस्लिम यादव) समीकरण से बनाए गए हैं.
सुशील मोदी ने कहा कि वैश्य समुदाय से बस एक को मंत्री बनाया गया है जिसकी बिहार में इतनी बड़ी आबादी है. इसके अलावा तेली-कानू समुदाय से भी कोई मंत्री नहीं बनाया गया है. भाजपा नेता ने उपेंद्र कुशवाहा का जिक्र करते हुए कहा कि उन्हें भी अपमानित किया गया. वहीं कान्याकुब्ज ब्राह्मणों से भी कोई मंत्री नहीं है और मैथिल ब्राह्मण से भी एक भी मंत्री नहीं है. सुशील मोदी ने कहा कि राजपूत और कायस्थ से नाम मात्र को ही मंत्री बनाया है. सीएम नीतीश ने चालाकी से दोनों विभाग (गृह और वित्त) खुद की पार्टी के पास रख लिया जबकि पांच मंत्रालयों का झुनझुना डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव को पकड़ा दिया है.
दूसरी तरफ भाजप नेता के इस आरोप पर उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा है कि भाजपा जात-पात और धर्म की राजनीति करती है. तेजस्वी यादव ने दावा किया कि इस मंत्रिमंडल में A टू Z है. उन्होंने कहा कि बिहार सरकार के मंत्रिमंडल में सवर्ण, पिछड़े और दलित हैं, कोई छूटा नहीं है. इसमें छह दलित और छह सवर्ण भी हैं.
डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने कहा कि यह गंदी राजनीति है और बिहार के लोग जात-पात को पीछे छोड़ चुके हैं. हम लोग जुमला पार्टी नहीं हैं. जब से सरकार से बीजेपी गई है तब से रोजगार की बात हो रही है. तेजस्वी ने कहा कि उन लोगों से सवाल किया जाना चाहिए जो 2 करोड़ हर साल नौकरी की बात करते थे. हम लोग तो काम पूरा करेंगे ही. तेजस्वी यादव ने कहा कि यह बिहार के गरीबों की सरकार है. हम अपने वादों को पूरा करने के लिए मिलकर काम करेंगे. जब से नई सरकार बनी है, रोजगार और विकास की चर्चा हो रही है. हमारे पास पिछड़ों, अल्पसंख्यकों और दलितों सहित सभी जातियों के लोग हैं.