आत्मनिर्भर भारत के लिए स्वदेशीकरण के प्रयासों में तेजी लाने को लेकर भारतीय वायु सेना ने आईआईटी- मद्रास के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए
नई दिल्ली : भारतीय वायु सेना और आईआईटी- मद्रास ने आईएएफ की जरूरतों को पूरा करने में सहायता करने के लिए विभिन्न विकास परियोजनाओं के लिए 13 अप्रैल, 2022 को एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए। इस समझौता ज्ञापन पर दिल्ली के तुगलकाबाद स्थित वायु सेना स्टेशन में आईएएफ के रखरखाव कमान मुख्यालय के कमान इंजीनियरिंग ऑफिसर (प्रणाली) एयर कमोडोर एस बहुजा और आईआईटी- मद्रास के एयरोस्पेस इंजीनियरिंग विभाग के प्रमुख प्रोफेसर एच एस एन मूर्ति ने हस्ताक्षर किए।
आईएएफ और आईआईटी- मद्रास के बीच इस संयुक्त साझेदारी का उद्देश्य ‘आत्मनिर्भर भारत’ को प्राप्त करने के लिए आईएएफ के स्वदेशीकरण के प्रयासों में तेजी लाना है। इस समझौता ज्ञापन के तहत भारतीय वायुसेना ने प्रौद्योगिकी विकास और विभिन्न हथियार प्रणालियों के निर्वाह के लिए स्वदेशी समाधान खोजने से जुड़े प्रमुख फोकस क्षेत्रों की पहचान की है। आईआईटी मद्रास व्यवहार्यता अध्ययन और प्रोटोटाइप विकास के लिए अनुसंधान के माध्यम से विधिवत समर्थित परामर्श प्रदान करेगा।
आईआईटी- मद्रास, भारतीय वायु सेना के साथ साझेदारी में रखरखाव कमान आईएएफ के बेस रिपेयर डिपो (बीआरडी) द्वारा निर्वाह क्षमता, अप्रचलन प्रबंधन और ‘आत्मनिर्भरता’ प्राप्त करने की दिशा में स्वदेशीकरण के प्रयासों में महत्वपूर्ण योगदान देगा।