फर्जी नम्बर प्लेट व आर सी बनवाता था और ओएलएक्स पर डालकर बेच देता था, 6 गाड़ियों सहित 2 गिरफ्तार

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गुरुग्राम। गुरुग्राम अपराध शाखा मानेसर की पुलिस ने गाड़ी पर फर्जी नंबर प्लेट लगाकर व उसकी फर्जी RC बनवाकर उस गाड़ी का OLX पर विज्ञापन डालकर व अन्य माध्यमों से गाड़ी को फर्जी तरिके से बेचकर लाखों की ठगी करने वाले 02 व्यक्ति को गिरफ्तार करने में बड़ी सफलता हासिल की। आधा दर्जन वारदातों में फर्जी तरीके से बेची गई कुल 06 गाङियां व 35 हजार रुपुए नगद बरामद किये गए।

मामले की खास बातें

▪️दिनांक 02.04.2022 को थाना खेङकी दौला, गुरुग्राम में विकास शर्मा पुत्र श्री अशोक शर्मा ने एक लिखित शिकायत के माध्यम से बतलाया कि दिनांक 01 अगस्त 2021 को इसने OLX पर एक गाडी स्कोडा रेपिड जिसका रेट 7,75000 रुपए दिखा रहा था को खरीदने के लिए फोन पर सम्पर्क किया तो गाङी बेचने वाले ने इसको वाटिका सिटी में गाडी दिखाई। इनका 7 लाख रुपयों सौदा होने पर में इसने 7 लाख रुपए ऑनलाईन पेमेन्ट कर दी। गाङी बेचने वाले ने अपना गाङी 3 से 4 दिनों में इसके नाम कराने का भी आश्वासन दिया। इसने बार-बार उनकों सम्पर्क किया लेकिन सम्पर्क नहीं हो पाया। यह गाडी को सर्विस करवाने के लिए एजेन्सी गया तो पता चला कि इस गाडी पर नम्बर फर्जी है। ऑथोरिटी में चेक कराने पर RC में चैसिस नम्बर व इंजन नम्बर एक ही थे लेकिन गाङी के रजिस्ट्रेशन नम्बर अलग था। गाङी पर HDFC BANK से लोन है और अब जो RC इसके पास है उस पर गाङी पर कोई लोन नही दर्शाया हुआ था। उस व्यक्ति ने इसको धोखे से गाङी बेचकर ठगी की है। इस शिकायत पर थाना खेङकी दौला, में अभियोग अंकित किया गया।

▪️इस अभियोग में उप-निरीक्षक दलपत, प्रभारी अपराध शाखा मानेसर, गुरुग्राम की पुलिस टीम ने उपरोक्त अभियोग में फर्जी तरीके से गाङी बेचकर रुपए ठगने की वारदात को अन्जाम देने वाले निम्नलिखित शातिर आरोपियों को दिनांक 05.04.2022 को नजदीक चन्द्रबल स्कूल देव नगर, झज्जर से काबू किया:-

1. कुलदीप उर्फ अन्ना पुत्र विक्रम सिंह निवासी वार्ड नम्बर-4 घोषियाल मोहल्ला, झज्जर।

2. विनित पुत्र नरेश निवासी वार्ड नम्बर-5, देव नगर कॉलोनी, झज्जर।

▪️आरोपियों को उपरोक्त अभियोग में नियमानुसार गिरफ्तार किया गया व माननीय अदालत के सम्मुख पेश करके 01 दिन के पुलिस हिरासत रिमाण्ड पर लिया गया।

▪️ वारदात का तरीका

आरोपियों से पूछताछ में ज्ञात हुआ कि आरोपी कुलदीप उर्फ अन्ना एच.डी.एफ.सी. बैंक में फाईनेन्स का काम करता है तथा विनित शराब का ठेका चलाता है। दोनों आरोपी एजेन्सी से नई गाङियां फाईनेन्स पर खरीदते थे। गाङियों का फाईनेन्स कुलदीप उर्फ अन्ना करवाता था। गाङी खरीदने के बाद ये गाङी की नम्बर प्लेट बदलकर उसी नम्बर से उस गाङी की एक फर्जी आर.सी. तैयार करते थे और उसका बाद गाङी को ओ.एल.एक्स. व अन्य माध्यमों से गाङी को बेच देते थे। ये गाङी को न्यूनतम डाऊन पेमेन्ट पर खरीदते थे और उसके बाद गाङी की किस्त नही भरते थे तथा फर्जी आर.सी. बनाकर गाङी को बेचकर धोखाधङी से रुपए ठग लेते थे। गाङी के नम्बर बदल देने के कारण फाईनेन्स कम्पनी भी गाङी को ढूढ नही पाती थी। आरोपियों ने इस प्रकार से कुल 06 गाङियां बेचने का खुलासा किया है।

▪️आरोपियों द्वारा धोखाधङी/जालसाजी करके बेची गई कुल 06 गाङियां (स्कोडा, टियागो, रीनॉल्ट क्विड, ब्रेज़ा, टाटा टिगोर, स्विफ्ट सेलेरियो) व 35 हजार रुपयों की नगदी पुलिस टीम द्वारा आरोपियों के कब्जा से बरामद की गई है।

▪️आरोपियों को पुनः माननीय अदालत के सम्मुख पेश करके न्यायिक हिरासत में भेजा जाएगा। अभियोग अनुसंधानाधीन है।

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