– इनकम वेरिफिकेशन के निर्धारित लक्ष्यों को तय समय में पूरा करने का आदेश
गुरुग्राम, 03 मार्च। जिला गुरुग्राम में परिवार पहचान पत्र के तहत विभिन्न फेजों मे किए जा रहे वेरिफिकेशन कार्य के चौथे फेज की समीक्षा बैठक जिला उपायुक्त श्री निशांत कुमार यादव की अध्यक्षता में आयोजित की गई। लघु सचिवालय स्थित सभागार में आयोजित समीक्षा बैठक में उपायुक्त ने चौथे फेज में किए जा रहे इनकम वेरिफिकेशन के कार्य व पिछले फेजों के बचे हुए विभिन्न श्रेणियों के वेरिफिकेशन कार्यों में भी तेजी लाने के निर्देश दिए।
बैठक में उपायुक्त ने वेरिफिकेशन कार्य से जुड़े संबंधित विभागों की विस्तृत प्रगति रिपोर्ट लेते हुए कहा कि सभी विभाग फेज 3 में बचे हुए परिवारों की इनकम वेरिफिकेशन कार्य को जल्द से जल्द पूरा करने के साथ ही चौथे चरण के वेरिफिकेशन कार्य मे भी तेजी लाएं।
बैठक में बताया गया कि वेरिफिकेशन के चौथे चरण के तहत जिला में 28 फरवरी तक 38,462 परिवारों का इनकम वेरिफिकेशन का कार्य किया जाना था जिसमें से 7,887 परिवारों का इनकम वेरिफिकेशन किया जा चुका है। वहीं पटवारियों के स्तर पर किए जा रहे कास्ट वेरिफिकेशन कार्य करीब करीब पूरा हो चुका है। वहीं जिला में दिव्यांगजन की वेरिफिकेशन के तहत 9234 नागरिकों की वेरिफिकेशन की जानी है जिसमें से अभी तक 5451 दिव्यांगजनो की वेरिफिकेशन की जा चुकी है।
उपायुक्त ने इनकम वेरिफिकेशन की प्रक्रिया में नगर निगम गुरुग्राम के ज़ोन 2, ज़ोन 1 व 6 की कार्यशैली पर नाराज़गी जताते हुए इन क्षेत्रों के जवाइंट कमिशनरों सहित अधीक्षण अभियंता के नाम कारण बताओ नोटिस जारी करने के आदेश दिए।
बैठक में जन्म तिथि वेरिफिकेशन की प्रक्रिया में भी तेजी लाने के निर्देश देते हुए डीसी ने कहा कि प्रदेश सरकार के निर्णयों के तहत अब बुजर्गो को पेंशन बनवाने के लिए समाज कल्याण या अन्य किसी विभाग के चक्कर लगाने के आवश्यकता नहीं है। इस पूरी प्रकिया का सरलीकरण कर इसे परिवार पहचान पत्र के साथ जोड़ा गया है। ऐसे में जन्म तिथि वेरिफिकेशन का कार्य पूरा हुए बिना यह कार्य संभव नही है। इसलिए सभी संबंधित विभाग इस कार्य को भी जल्द से जल्द पूरा करें। उन्होंने बताया कि चौथे चरण के तहत जिला में 4484 नागरिकों की जन्म तिथि का वेरिफिकेशन किया जाना है जिसमें से 2453 का कार्य पूरा हो चुका है।
उपायुक्त ने अगली समीक्षा बैठक अगले सप्ताह करने का आदेश देते हुए कहा कि वेरिफिकेशन कार्य से जुड़े सभी विभाग यह सुनिश्चित करें कि अगली बैठक में जोनल हेड अपनी पूरी तैयारी के साथ आयें। अगली बैठक में अगर किसी जोनल अधिकारी का जवाब संतोषजनक नहीं मिला तो उसके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
बैठक में अतिरिक्त उपायुक्त विश्राम कुमार मीणा, बादशाहपुर के एसडीएम सतीश यादव सहित विभिन्न विभागों के पदाधिकारी प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।