हुनर हाट
नई दिल्ली : केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने देहरादून में आज “हुनर हाट”के 30वें संस्करण का उद्घाटन किया। उद्घाटन समारोह को सम्बोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि ‘हुनर हाट’ एक अनूठा मंच है जो कच्छ से लेकर कटक तक, कश्मीर से कन्याकुमारी तक पूरे देश के कारीगरों को एक छत के नीचे लेकर आता है। श्री नकवी ने कहा कि “विश्वकर्मा वाटिका”भी “हुनर हाट”के मुख्य आकर्षणों में से एक है। पारंपरिक स्वदेशी उत्पाद कैसे बनाए जाते हैं, इसका कारीगर और शिल्पकार इन “वाटिकाओं”में सजीव प्रदर्शन कर रहे हैं। यह देश की पारंपरिक कला और शिल्प को संरक्षित करने तथा बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
केंद्रीय मंत्री नकवी ने कहा कि इन सभी आयोजनों में शिल्पकारों द्वारा अपशिष्ट उत्पादों को सुंदर हस्तशिल्प में बदलने का कौशल प्रदर्शित होता है। श्री नकवी ने कहा कि ‘हुनर हाट’ में ‘मेरा गांव मेरा देश’ की छत्रछाया में देश भर के व्यंजन पेश किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि इसके साथ ही ‘वोकल फॉर लोकल’ यानी स्थानीय उत्पाद के लिए मुखर होने के दृष्टिकोण को बढ़ावा देने के लिए प्रख्यात कलाकारों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम भी पेश किए जाएंगे।
उन्होंने उत्तराखंड के पहाड़ी और सीमावर्ती क्षेत्रों के कारीगरों को बाजार उपलब्ध कराने के लिए दृढ़ समर्थन का आश्वासन दिया और आशा व्यक्त की कि इस तरह का आयोजन सालाना होगा।
केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री ने कहा कि “हुनर हाट””स्वदेशी-आत्मनिर्भरता”और “लोकल फॉर वोकल”यानी स्थानीय के लिए मुखर होने के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दृष्टिकोण को मजबूत करने और पारंपरिक कारीगरों तथा शिल्पकारों के स्वदेशी उत्पादों को बाजार प्रदान करने के लिए एक “विश्वसनीय मंच”बन गया है। पिछले लगभग 6 वर्षों के दौरान “हुनर हाट”के माध्यम से 5 लाख 60 हजार से अधिक कारीगरों और शिल्पकारों तथा उनसे जुड़े लोगों को रोजगार और रोजगार के अवसर प्रदान किए गए हैं।
श्री नकवी ने कहा कि देहरादून के बाद वृंदावन में (10 नवंबर) ब्रज राज महोत्सव, लखनऊ में (12 से 21 नवंबर), प्रगति मैदान, नई दिल्ली में (14 से 27 नवंबर), हैदराबाद में (26 नवम्बर से 5 दिसंबर), सूरत में (10 से 19 दिसंबर), नई दिल्ली (22 दिसंबर 2021 से 2 जनवरी 2022) को ‘हुनर हाट’ का आयोजन किया जाएगा। “हुनर हाट”का आयोजन मैसूर, गुवाहाटी, पुणे, अहमदाबाद, भोपाल, पटना, पुडुचेरी, मुंबई, जम्मू, चेन्नई, चंडीगढ़, आगरा, प्रयागराज, गोवा, जयपुर, बेंगलुरु, कोटा, सिक्किम, श्रीनगर, लेह, शिलांग, रांची, अगरतला और अन्य जगहों पर भी आने वाले दिनों में किया जाएगा।
केंद्रीय मंत्री ने उत्तराखंड की ओम कुमारी और राम प्रताप बहुगुणा जैसे स्वतंत्रता सेनानियों और उनके परिवारों को भी सम्मानित किया।
“हुनर हाट”के उद्घाटन के बाद अपने संबोधन में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि हमारे देश में कुशल और प्रतिभाशाली लोगों की कोई कमी नहीं है। कुशल कारीगर और शिल्पकार अपनी कला और शिल्प के लिए एक बाजार की तलाश में थे। “हुनर हाट”ने ऐसे कारीगरों और शिल्पकारों को विशाल बाजार तथा अवसर प्रदान किए हैं।
श्री धामी ने कहा कि “हुनर हाट”ने “उत्पादों के लिए बाजार और बाजार के लिए उत्पाद”प्रदान किए हैं। उन्होंने कहा कि श्री नकवी के नेतृत्व में केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय देश के दूर-दराज के क्षेत्रों के कारीगरों और शिल्पकारों को प्रभावी बाजार उपलब्ध करा रहा है।
इस अवसर पर विधायक एवं उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि हुनर हाट के शिल्पकार और कारीगर देश की पारंपरिक कला और शिल्प को संरक्षित करने और बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।
देहरादून में आयोजित “आजादी का अमृत महोत्सव”के अंतर्गत देश भर में आयोजित “हुनर हाट”की श्रृंखला में “हुनर हाट”का यह 30वां संस्करण है। उत्तर प्रदेश, राजस्थान, दिल्ली, नगालैंड, मध्य प्रदेश, मणिपुर, बिहार, आंध्र प्रदेश, झारखंड, गोवा, पंजाब, उत्तराखंड, लद्दाख, कर्नाटक, गुजरात, हरियाणा, जम्मू-कश्मीर, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, तमिलनाडु और केरल सहित 30 से अधिक राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के लगभग 500 कारीगर और शिल्पकार देहरादून के “हुनर हाट”में लकड़ी, पीतल, बांस, कांच, कपड़ा, कागज, मिट्टी आदि से बने अपने स्वदेशी उत्पाद लेकर आए हैं। देहरादून जेल के कैदियों द्वारा तैयार किए गए हस्तनिर्मित उत्पाद भी “हुनर हाट”में प्रदर्शित किए जा हैं।
“वोकल फॉर लोकल” के अलावा, “हुनर हाट” भी “बैस्ट फ्रॉम वेस्ट” के शीर्षक पर आधारित है। प्लास्टिक, कागज, प्लाई, लकड़ी, कांच, चीनी मिट्टी, जूट, कपास, ऊन के साथ-साथ केले के तने, गन्ने का गूदा, धान और गेहूं के भूसे-तने, भूसी, अरहर, रबर, लोहा और पीतल आदि जैसे घरों में इस्तेमाल होने वाले और छोड़े गए सामानों से बने उत्तम उत्पाद, “हुनर हाट”में उपलब्ध हैं।
लोग देहरादून के “हुनर हाट”में “बावर्चीखाना”खंड में एक छत के नीचे देश के लगभग हर कोने से पारंपरिक भोजन का भी आनंद लेंगे। लोग अवध, रामपुर, हैदराबाद, महाराष्ट्र, गोवा, बिहार, राजस्थान, पूर्वोत्तर, ओडिशा, उत्तराखंड, पश्चिम बंगाल, मध्य प्रदेश, नई दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, मैसूर, केरल आदि जैसे क्षेत्रों और राज्यों के पारंपरिक खाद्य पदार्थों का आनंद लेंगे।
कैलाश खेर, दलेर मेहंदी, पंकज उधास, सुदेश भोसले, विनोद राठौर, रेखा राज, रानी इंद्राणी, प्रेम भाटिया, भूपेंद्र सिंह भूप्पी, हमसर हयात और अन्य प्रसिद्ध कलाकार हर दिन शाम को विभिन्न संगीत, सांस्कृतिक कार्यक्रमों का “हुनर हाट” देहरादून में प्रदर्शन करेंगे।
“हुनर हाट” वर्चुअल और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म http://hunarhaat.org और जीईएम पोर्टल पर भी उपलब्ध है। देश-विदेश के लोग “हुनर हाट” उत्पादों को डिजिटल और ऑनलाइन भी खरीद सकते हैं।
लोकसभा सांसद और उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत, लोकसभा सांसद माला राज्य लक्ष्मी शाह, राज्यसभा सांसद नरेश बंसल, केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय की सचिव रेणुका कुमार सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी समारोह में उपस्थित थे।