नई दिल्ली : नीति आयोग का अटल नवाचार (इनोवेशन) मिशन (एआईएम) डसॉल्ट सिस्टम्स के साथ साझेदारी में देश भर में नवाचार और उद्यमिता पारिस्थितिकी तंत्र को विकसित करने के लिए पूरी तरह तैयार है।
इस संबंध में भारत में एआईएम कार्यक्रमों और एआईएम लाभार्थियों की विभिन्न वर्तमान और भविष्य की पहलों का समर्थन करने के लिए एक आभासी कार्यक्रम में एआईएम और डसॉल्ट सिस्टम्स के बीच आज इस आशय के वक्तव्य (एसओआई) पर हस्ताक्षर किए गए।
इस एसओआई के अंतर्गत डसॉल्ट सिस्टम्स अटल टिंकरिंग लैब्स (एटीएल), एआईएम इन्क्यूबेटर्स (एआईसी और ईआईसी), अटल सामुदायिक नवाचार केन्द्रों (कम्युनिटी इनोवेशन सेंटर्स-एसीआईसी), अटल न्यू इंडिया चैलेंज (एएनआईसी) के तहत लघु उद्यमों के लिए नवाचार (एआरआईएसई) के तहत अनुदान प्राप्तकर्ताओं सहित एआईएम लाभार्थियों को समर्थन और बढ़ावा देगा।
महत्वाकांक्षी उद्यमियों के बीच नवाचार और उद्यमिता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से यह कार्यक्रम समुदाय में अशांत (डिसरपटिव) नवाचार में तेजी लाने के लिए एक खुले नवाचार सहयोग के लिए उत्प्रेरक के रूप में कार्य करेगा।
एसओआई में डसॉल्ट और नीति आयोग के अटल नवाचार (इनोवेशन) मिशन (एआईएम) के बीच जुड़ाव के छह पहलू हैं। इनमें चुनिंदा एआईएम स्टार्ट-अप के लिए डसॉल्ट सिस्टम्स के त्रि-आयामी अनुभव (3डी एक्स्पिरिएन्स) प्रयोगशाला (लैब) स्टार्ट-अप त्वरण कार्यक्रम (एक्सेलेरेशन प्रोग्राम) तक पहुंच; चुनिंदा एआईएम स्टार्ट-अप को उनके उत्पादों की क्षमता निर्माण के लिए परामर्श; त्रि-आयामी अनुभव (3डी एक्स्पिरिएन्स ) प्रयोगशाला (लैब) से संबंधित वैश्विक समुदाय की चयनित एआईएम स्टार्ट-अप तक पहुंच; डसॉल्ट सिस्टम्स स्टार्ट-अप्स के विश्वव्यापी ग्राहकों, भागीदारों और प्रौद्योगिकी सहयोगियों के साथ जब कभी भी अवसर मिले तब चुने हुए एआईएम सरत-अप्स का उद्योग जगत से सम्पर्क ; डसॉल्ट सिस्टम्स के राष्ट्रीय और वैश्विक कार्यक्रमों में चयनित एआईएम स्टार्ट-अप की भागीदारी के साथ ही संगठन और संयुक्त कार्यक्रमों में भागीदारी, हैकाथॉन, एआईएम और नीति आयोग के साथ चुनौतियां शामिल है I
अपने विचार व्यक्त करते हुए अटल नवाचार मिशन (एआईएम) के निदेशक डॉ चिंतन वैष्णव ने कहा कि डसॉल्ट के साथ साझेदारी हर प्रकार से एक लाभदायक साझेदारी है और यह देश में सभी लाभार्थियों के लिए एआईएम के पारिस्थितिकी तंत्र के विस्तार को आगे बढाती है।
“यह पहल चुनिंदा भारतीय स्टार्टअप्स के लिए नए आयाम खोलेगी क्योंकि इससे उन्हें डसॉल्ट सिस्टम्स के वैश्विक स्टार्ट-अप पारिस्थितिकी तन्त्र (ग्लोबल स्टार्ट अप इकोसिस्टम)- उनके त्वरण कार्यक्रमों (एक्सेलेरेटर प्रोग्राम) और साथियों, उद्योग विशेषज्ञों, इंजीनियरों, डिजाइनरों के साथ जुड़ने और त्रि-आयामी अनुभव (3डी एक्स्पिरिएन्स) प्रयोगशाला (लैब) का हिस्सा बनने का मौका मिलेगा। उन्होंने कहा कि मुझे यही कहना होगा कि मैं इसकी स्टार्टअप्स में तेजी लाने की क्षमता और दुनिया भर में समुदाय के साथ जुड़ने से बहुत उत्साहित हूं”।
डसॉल्ट सिस्टम्स, भारत (इंडिया) के प्रंबध निदेशक दीपक एनजी ने अपने विचार साझा करते हुए कहा कि अटल नवाचार मिशन (आईएम) के साथ हमारा जुड़ाव एक ऐसे दीर्घकालिक संबंध की शुरुआत है जो देश में निर्माताओं, नवोन्मेषकों के एक पारिस्थितिकी तंत्र को पोषित करने के लिए डसॉल्ट की प्रतिबद्धता को और पुष्ट करता है।
उन्होंने कहा कि “एआईएम के साथ हमारा जुड़ाव हमारे सामान्य उद्देश्यों को और मजबूत करेगा कि कैसे स्टार्टअप प्रौद्योगिकी एवं उद्योग की सर्वोत्तम प्रथाओं और सरकार द्वारा संचालित नीतियों का लाभ उठा सकते हैं“I उन्होंने जोर देकर कहा कि “हमारी त्रि-आयामी अनुभव (3डी एक्स्पिरिएन्स) प्रयोगशाला (लैब) नए क्षेत्रों जैसे इलेक्ट्रिक वाहन, बैटरी और चार्जिंग अवसंरचनाओं (इन्फ्रास्ट्रक्चर), चिकित्सा उपकरण, ऊर्जा और सामग्री क्षेत्र में उभरते स्टार्टअप और यहां तक कि भविष्य के उद्योग के लिए स्थायी समाधान प्रदान करने वाले मितव्ययी नवप्रवर्तन कर्ताओं के लिए प्रौद्योगिकी और समुदाय तक पहुंच प्रदान करेगी।