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वियंतियाने। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पाकिस्तान को बेनकाब करने का कोई भी अवसर हाथ से जाने नहीं देना चाहते हैं। जी-20 के बाद अब उन्होंने आसियान के मंच से आतंकियों को पनाह देने के लिए इस्लामाबाद को कड़ी फटकार लगाई है। उन्होंने पाकिस्तान का नाम लिए बगैर उसे आतंकवाद का निर्यात करने वाला देश करार दिया है। गुरुवार को लाओस की राजधानी वियंतियाने में 11वें पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि दक्षिण एशिया के ज्यादातर देश शांतिपूर्ण रास्ते पर चलकर आर्थिक समृद्धि हासिल करना चाहते हैं। लेकिन भारत के पड़ोस में एक देश ऐसा है, जो प्रतिस्पर्धा का लाभ उठाने के लिए सिर्फ आतंकवाद का उत्पादन और निर्यात कर रहा है।
अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा और चीनी प्रधानमंत्री ली कछ्यांग की मौजूदगी में मोदी ने कहा कि आतंकवाद के इस वैश्विक कारोबार पर रोक लगाने का अब समय आ गया है। उन्होंने कहा कि आतंकवाद के प्रायोजकों पर प्रतिबंध लगाकर उन्हें अलग-थलग कर दिया जाना चाहिए, न कि पुरस्कार दिया जाना चाहिए। उन्होंने आतंकवाद के खतरे से निपटने के लिए आसियान में शामिल दूसरे सदस्य देशों से साथ आने की अपील की।
इससे पहले 14वें आसियान-भारत सम्मेलन को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि पाकिस्तान द्वारा आतंकवाद का निर्यात क्षेत्र के लिए सामूहिक चिंता का कारण बन गया है।
हमारा लक्ष्य सिर्फ आतंकियों को खत्म करना नहीं है, बल्कि उन्हें समर्थन देने वाले पूरे तंत्र पर नजर रखनी है। हमें उन देशों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी होगी, जो आतंकवाद का इस्तेमाल सरकारी मशीनरी के तौर पर करते हैं।
श्रोत : एजेंसी