इस रिंग रोड़ से अम्बाला के निवासियों के साथ साथ अम्बाला आने वाले यात्रियों के लिए होगी सुविधा
इस परियोजना पर करीब 1500 करोड़ रूपये की राशि होगी खर्च
रिंग रोड होगा 6 मार्गी, अम्बाला विकास की दृष्टि से आएगा आगे
अम्बाला, 4 सितम्बर:- हरियाणा के गृह, शहरी स्थानीय निकाय एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा कि अम्बाला से गुजरने वाले 5 नेशनल हाईवे को एक साथ जोडऩे वाली रिंग रोड़ परियोजना अम्बाला के निवासियों के साथ साथ अम्बाला आने वाले यात्रियों के लिए बहुत ही सुविधाजनक व लाभकारी होगी। इस परियोजना पर करीब 1500 करोड़ रूपये की राशि खर्च होगी और यह 6 मार्गी बनकर तैयार होगी। इस परियोजना से अम्बाला विकास की दृष्टि से भी आगे आयेगा।
गृहमंत्री अनिल विज ने यह जानकारी आज यहां अपने आवास पर दी और कहा कि रिंग रोड़ परियोजना अम्बाला छावनी क्षेत्र के लिए बहुत बड़ी सौगात है। इस परियोजना को सिरे चढ़ाने के लिए वह काफी समय से लगे हुए थे। परियोजना के तहत चण्डीगढ़ रोड़, जगाधरी रोड़, नारायणगढ़ रोड़, जीटी रोड़ और हिसार रोड़ से यह रिंग रोड़ जुड़ेगा तथा 40 किलोमीटर इसकी लंबाई होगी। रिंग रोड़ परियोजना का सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि बाहर से जो भी ट्रेफिक यानि बड़े व्हीकल होंगे, वह डाईवर्ट हो जायेंगे। लोगों को अपने आवागमन में काफी आसानी होगी तथा वे सुगमता से अपने गंतव्य तक पहुंच सकेेंगे।
गृहमंत्री अनिल विज ने इस मौके पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए यह भी कहा कि अम्बाला छावनी विधानसभा क्षेत्र में विकास की नई परियोजनाओं को लाकर यहां की सुंदरता को बढ़ाने का काम किया गया है। विकास के अनेकों कार्य तीव्रता से किये जा रहे हैं। हर क्षेत्र में विकास का पहिया तेजी से घूम रहा है।
उन्होंने पत्रकारों द्वारा पूछे गये एक प्रश्न का उत्तर देते हुए कहा कि मेरे शहर में जहां-जहां भी फाटक पड़ते थे उन्हें हटाने का इंतजाम किया ताकि लोग आसानी से निकल सकेें। शाहपुर में अंडरपास बनाया गया है, मच्छौंडा में पुल बनाने के काम को मंजूरी दिलवाई, नन्हेडा में पुल बनकर तैयार हो चुका है तथा घसीटपुर में भी अंडरपास बनाने का काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सभी पुलों के निर्माण के बाद यहां के रहने वाले क्षेत्रवासियों के साथ-साथ अन्य साथ लगते क्षेत्र के लोगों को भी इसका काफी फायदा मिलेगा।
अम्बाला में रिंग रोड बाईपास का काम करेगा और खासकर भारी कामर्शियल वाहन चालक अम्बाला के भीड़-भाड़ वाले क्षेत्र में दाखिल हुए बिना ही शहर के बाहरी क्षेत्र से ही निकल सकेंगे। रिंग रोड के निर्माण में केंद्रीय व राज्य सरकार 50-50 प्रतिशत राशि खर्च करेंगी।
एनएचएआई के अधिकारियों के मुताबिक इस परियोजना के तहत गांव बलाना कुल 89 सर्वेक्षण संख्या पर अलग-अलग निजी व सरकारी जमीन एक्वायर होगी जिसमें 90 प्रतिशत निजी जमीन है जबकि कुछ भाग ही सरकारी है। इसी तरह गांव बेगो माजरा में 33 सर्वेक्षण संख्या पर निजी जमीन एक्वायर होगी, गांव बहबलपुर में 38 अलग-अलग सर्वेक्षण संख्या पर जमीन एक्वायर होगी जिनमें निजी जमीन ज्यादा है। गांव भानोखड़ी में 132 सर्वेक्षण संख्या पर निजी व सरकारी जमीन एक्वायर होगी। इसी तरह काकडू में 58 सर्वेक्षण संख्या पर जमीन एक्वायर होगी। वहीं, गांव मनका में 16, सदोपुर में 22, याकूबपुरी में 27, बाड़ा में 120, बोह में 76, बुहावा में 13, धुराली में 32, दुखेड़ी में 119, कलरहेड़ी में 134, कपूरी में 37, खतौली में 92 अलग-अलग सर्वेक्षण संख्या पर जमीन का अधिग्रहण होगा। इसी प्रकार गांव खुड्डाकलां में 89, कोटकछवा खुर्द में 47, मंगलई में 27, मोहड़ा में 73, पंजोखरा में 243, रतनहेड़ी में 81 सर्वेक्षण संख्या संख्या पर जमीन एक्वायर होगी। इसके अलावा साहिबपुरा में 41, सलारहेड़ी में 37, सपहेड़ा में 165, शाहपुर में 137, संभालखा में कुल 68 सर्वेक्षण संख्या पर जमीन को एक्वायर किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि 40 मीटर चौड़े सिक्सलेन रिंग रोड अम्बाला से गुजरने वाले 5 नेशनल हाईवे को आपस में जोड़ेगा जिनमें एनएच 152 (चंडीगढ़ एक्सप्रेस हाइवे) पर सद्दोपुर से इसकी शुरआत होगी । एनएच 72 (नारायणगढ़ रोड) , एनएच 444-ए (जगाधरी रोड), एनएच 44 (जीटी रोड) और एनएच 65 (हिसार रोड) पर लिंक होगा।
इस मौके पर भाजपा जिला प्रधान राजेश बतौरा, मीडिया कोर्डिनेटर विजेन्द्र चौहान, जिला परिषद के पूर्व चेयरमैन सुरेन्द्र राणा, ललित चौधरी, अनिल चौहान, साहिब सिंह मोहडी आदि सहित अन्य लोग व कार्यकर्ता उपस्थित थे।