-युटिलिटी शिफटिग कार्य में तेजी लाने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए गए
गुरूग्राम,04 जून। गुरूग्राम महानगर विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुधीर राजपाल ने आज गुरूग्राम के विभिन्न विषयों को लेकर भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के अधिकारियों के साथ वच्र्युअल माध्यम से बैठक की। उन्होंने इन अधिकारियों से गुरूग्राम में एनएचएआई के चल रहे निर्माण कार्यों की प्रगति की रिपेार्ट भी ली।
श्री राजपाल ने एनएचएआई के अधिकारियों के साथ मुख्य रूप से गुरूग्राम के हीरो हांेडा चैक से उमंग भारद्वाज चैक तक की सड़क के निर्माण, खेड़की दौला टोल प्लाजा पर वाहनों की भीड़ और गुरूग्राम-अलवर रोड़ पर बरसात में जलभराव की आशंका को लेकर चर्चा की। बैठक में जीएमडीए और एनएचएआई के अलावा हरियाणा विद्युत प्रसारण निगम, हरियाणा राज्य औद्योगिक अवसंरचना विकास निगम (एचएसआईआईडीसी) तथा एनजीओ के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
बैठक में यह निर्णय हुआ कि हीरो होंडा चैक से लेकर उमंग भारद्वाज चैक तक की सड़क को एनएचएआई टेक ओवर करके इस पर मरम्मत का कार्य जल्द शुरू करवाएगा। सड़क के इस भाग को राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित किया जा चुका है और अब एनएचएआई राष्ट्रीय राजमार्ग के मापदण्डो के अनुसार ही इसको चैड़ा और सुदृृढ़ करेगी। इसके लिए सड़क के साथ में पहले से बिछी जन सुविधाओं की लाईनों और बिजली संपे्रषण लाईनों व सबस्टेशन को भी शिफट किया जाना है। इस भाग मंे युटिलिटी शिफटिग अर्थात् जन सुविधाओं की लाईनों को शिफट करने के कार्य में भी तेजी लाने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को श्री राजपाल ने दिए। बताया गया कि सड़क के इस भाग में जल आपूर्ति, सिवरेज तथा डेªनेज से संबंधित युटिलिटी शिफटिग के लिए 25 करोड़ रूप्ए का अस्टीमेट तैयार करके एनएचएआई को भेजा जा चुका है।
इसी प्रकार 66 केवी बिजली सबस्टेशन को शिफट करने के लिए प्रक्रिया चल रही है। हरियाणा विद्युत प्रसारण निगम के अधीक्षण अभियंता अनिल यादव ने बताया कि इस सब स्टेशन से गुरूग्राम शहर के काफी हिस्से को बिजली आपूर्ति होती है, इसलिए पहले सबस्टेशन स्थापित करके उसके बाद मौजूदा सबस्टेशन भवन को हटाने का निर्णय लिया गया है। तब तक एनएचएआई बाकी बचे हिस्से में निर्माण कार्य शुरू कर सकते हैं। उन्हांेने बताया कि जगह की किल्लत की वजह से रैट्रो फिटिंग वाला सबस्टेशन स्थापित करने की योजना बनाई गई है, जिसके लिए जीएमडीए से स्वीकृति भी प्राप्त हो चुकी है। इसके लिए 32.80 करोड़ रूपए का अस्टीमेट बनाया गया है। श्री यादव ने बताया कि अगले 6 से 7 महीनों में बिजली संपे्रषण लाईनों को शिफट करने का कार्य पूरा कर लिया जाएगा। एनएचएआई के अधिकारियों ने बताया कि इस सड़क मार्ग का 600 करोड़ रूपए का प्रोजेक्ट है जिसे दो साल में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
इस वच्र्युअल बैठक में जीएमडीए के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुधीर राजपाल के अलावा, जीएमडीए के मुख्य अभियंता एमआर शर्मा, प्रदीप कुमार, एचएसआईआईडीसी से बबीता शर्मा, एनएचएआई से शशि भूषण, पी के कौशिक ने भाग लिया।