सुभाष चौधरी
नई दिल्ली : दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने आज डिजिटल माध्यम से संबोधित करते हुए कहा कि आगामी सोमवार यानी 31 मई से दिल्ली में फैक्ट्री और कंस्ट्रक्शन के क्षेत्र को संचालित करने की अनुमति देने का निरनय लिया गया है. उन्होंने कहा कि कोरोना के ख़िलाफ़ इस लड़ाई में दिल्लीवासियों की मेहनत से दिल्ली में स्थिति तेज़ी से सुधर रही है. लॉकडाउन के बाद अब दिल्ली धीरे-धीरे अनलॉक के लिए तैयार है. दिल्ली में Corona के केस लगातार कम हो रहे हैं.
श्री केजरीवाल ने कहा कि उपराज्यपाल की अध्यक्षता में आज दिल्ली डिजास्टर मेनेजमेंट कमिटी की हुई बैठक में दिल्ली की स्थिति पर विचार किया गया. पिछले 24 घंटे में 1.50% संक्रमण दर आई है और 1100 मामले आए हैं. उन्होंने कहा कि अस्पतालों में Bed मिलने में कोई दिक्कत नहीं है, ICU और Oxygen Beds काफी खाली हो गए हैं.
श्री केजरीवाल ने कहा कि कोरोना को भी काबू करना और आर्थिक गतिविधियों को भी चालु करना जरूरी है. इसलिए आज की बैठक में दिल्ली में धीरे-धीरे 31 मई से Lockdown खोलने की प्रक्रिया शुरू करने का निर्णय लिया गया है.
कहा कि अस्पतालों के अंदर अब बेड मिलने में अब किसी तरह की कोई दिक्कत नहीं है. आई सी यू बेड भी खाली है. ऑक्सीजन बेड भी खाली है. जितने कोविड सेंटर खोले गए थे उसमें बेड खाली है. यह समय है अब धीरे-धीरे अनलॉक करने का.
उन्होंने कहा कि कहीं ऐसा ना हो कि लोग कोरोना से बच जाएं और आर्थिक स्थिति के कारण लोग मर जायें. इसलिए हमें इसमें संतुलन बना कर चलना है. एक तरफ कोरोना से भी बचाना है दूसरी तरफ आर्थिक गतिविधि को भी धीरे संचालित करना है. इसलिए हमें साथ-साथ कोशिश करनी है.
उन्होंने कहा कि 31 मई को सुबह 5:00 बजे तक यह लॉकडाउन लागू है. आज दिल्ली के लेफ्टिनेंट गवर्नर की अध्यक्षता में दिल्ली डिजास्टर मैनेजमेंट कमेटी की बैठक हुई. इस बैठक में दिल्ली में लॉकडाउन को फेज वाइज खोलने का निर्णय लिया गया है. उन्होंने कहा कि अब धीरे-धीरे लॉकडाउन को खोलने की प्रक्रिया चालू करनी है. उनका कहना था कि बहुत मुश्किल से बड़ी मेहनत के बाद कोरोना काबू में आया है. लेकिन अभी तक हम पूरी तरह इस लड़ाई को नहीं जीत पाए हैं . हमें पिछले 1 महीने के लॉकडाउन का फायदा हुआ. इसलिए कहीं ऐसा ना हो कि संक्रमण फिर से फैल जाए. सभी का यह मानना है कि लॉकडाउन को धीरे धीरे ओपन किया जाए।
लॉकडाउन को खोलने में सबसे पहले समाज के उस तबके का ख्याल रखना है जो सबसे निम्न स्तर पर है और दैनिक मजदूरी कर जीवन यापन करता है. इनमें मजदूर हैं, दिहाड़ी मजदूर हैं, प्रवासी मजदूर हैं. उन्होंने कहा कि दिल्ली में उत्तर प्रदेश बिहार और आसपास के अन्य राज्यों से बड़ी संख्या में मजदूर दिल्ली आकर अपनी आजीविका के लिए काम करते हैं. बेहद मुश्किल परिस्थितियों में वह अपनी आजीविका चलाते हैं. ऐसे मजदूर सबसे अधिक कंस्ट्रक्शन के क्षेत्र में और फैक्ट्री में काम करने वाले होते हैं. आज की बैठक में यह निर्णय लिया गया कि इन दोनों सेक्टर यानी कंस्ट्रक्शन और इंडस्ट्री को सोमवार सुबह से खोलने की अनुमति दी जाएगी. यह अगले 1 हफ्ते तक जारी रहेगा इसकी विस्तार से सारी जानकारी दी जाएगी. इसके लिए गाइडलाइन जारी की जाएगी और इस दौरान एहतियात बरतने की नियम भी लागू किये जायेंगे.
उन्होंने कहा कि आगे भी लॉकडाउन को खोलने की प्रक्रिया जारी रखेंगे बशर्ते कि कोरोना का संक्रमण नियंत्रित रहे. उन्होंने साफ किया कि अगर ऐसा महसूस हुआ कि कोरोना का संक्रमण फिर बढ़ने लगा तो फिर हमें मजबूरन लॉकडाउन लागू करना पड़ेगा. फिर सारी गतिविधियों को खोलने की प्रक्रिया को रोकना पड़ेगा. उन्होंने दिल्ली के लोगों से अपील की कि कोरोना संबंधित जो एहतियात हैं उसको अवश्य बरतें. उसमें किसी भी प्रकार की कोताही न करें.
उन्होंने कहा कि यह अपनी सुरक्षा के लिए भी आवश्यक है और पूरी दिल्ली में एक सामूहिक प्रयास करने की भी आवश्यकता है. इसके बाद ही हम आर्थिक गतिविधियों को पूरी तरह संचालित करने की स्थिति में होंगे. उन्होंने उन्होंने कहा कि हम नहीं चाहते कि दिल्ली में लॉकडाउन लगे लेकिन कोरोना के संक्रमण ने यह स्थिति पैदा की. इसलिए आप सभी से अपील है कि जब तक आवश्यक न हो अपने घर से बाहर ना निकले. उन्होंने आगाह किया कि यह समय बेहद नाजुक समय है. हम सब को बड़ी जिम्मेदारी के साथ आचरण करना है ताकि हम सब मिलकर दिल्ली को बचा सकें और अपने देश को बचा सकें.