केंद्रीय मंत्री एम. वेंकैया नायडू ने की विपक्ष की तीव्र आलोचना
नई दिल्ली : नोटबंदी के मामले में कांग्रेस नेता राहुल गाँधी के बयान पर केंद्रीय मंत्री एम. वेंकैया नायडू बेहद कड़े शब्दों में प्रतिकार किया है. इसे घोटाला करार देने के उनके बयान पर उन्होंने कहा कि सरकार के फैसले पर किसी के मतभेद हो सकते हैं, लेकिन इसे घोटाला कहना ‘अजीबोगरीब’ है. केन्द्र्य मंत्री ने राहुल गाँधी के आरोप को ‘शैतान की ओर से धर्म का पाठ पढ़ाने’ जैसा करार दिया जिसमें कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा है कि 500 और 1000 रूपए के पुराने नोटों को बंद करना ‘धोखाधड़ी और लूट’ है। कांग्रेस सहित विपक्ष के आरोप का जवाब देते हुए उन्होंने पिछली यूपीए सरकार पर आरोप लगाया कि उसने कई घोटालों को दबाए रखा.
वरिष्ठ केंद्रीय मंत्री ने विपक्ष पर ‘बार-बार मुद्दा बदलने’ का आरोप लगाया और कहा कि सरकार संसद में किसी भी मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार है, चाहे वह करोड़ों रूपए के अगस्ता वेस्टलैंड करार के मामले में पूर्व वायुसेनाध्यक्ष एसपी त्यागी की गिरफ्तारी का ही मुद्दा क्यों न हो.
आवास एवं शहरी विकास पर एशिया प्रशांत मंत्री-स्तरीय सम्मेलन’ के इतर नायडू ने कहा कि हो सकता है कि विपक्ष इस नोटबंदी से सहमत नहीं हों. आप आलोचना कर सकते हैं, मुझे कोई समस्या नहीं है. लेकिन इसे पूरी तरह खारिज कर देना और इसे घोटाला करार देना वाकई अजीबोगरीब है. यह बताता है कि देश की राजनीति किस स्तर तक गिर चुकी है.
नायडू ने मन कि अल्पकालिक तौर पर नोटबंदी से कुछ समस्याएं होंगी, साथ ही दावा किया कि लंबी अवधि में यह काफी फायदेमंद साबित होने वाला है. उन्होंने कहा कि पूर्व वायुसेना अध्यक्ष की गिरफ्तारी, काले धन को सफेद बनाने की पेशकश करने वाले नेताओं को दिखाने वाले स्टिंग ऑपरेशन और नोटबंदी के बाद कुछ बैंक कर्मियों की गिरफ्तारी जैसे मुद्दों का हवाला देते हुए नायडू ने कहा कि इन सब मुद्दों पर संसद में चर्चा करने की जरूरत है.