नई दिल्ली : ब्रिटेन सहित 5 देशों में नए स्वरूप का कोरोनावायरस पाए जाने के बाद नीति आयोग ने मंगलवार को स्पष्ट किया कि इससे भारत के लोगों को भयभीत होने की जरूरत नहीं है। नई दिल्ली में आयोजित प्रेस वार्ता में नीति आयोग के सदस्य डॉ. वी. के. पॉल ने कहा कि कोरोना के इस म्यूटेशन से मामलों की गंभीरता और मृत्युदर पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। देश में तैयार हो रही वैक्सीन को लेकर उन्होंने कहा कि वैक्सीन की क्षमता पर इसका कोई असर नहीं पड़ेगा।
पत्रकारों के सवाल पर उन्होंने कहा कि कोरोना के नए स्वरूप को लेकर चिंता करने की जरूरत नहीं है। इससे भयभीत होने की भी कोई जरूरत नहीं है। हमें सिर्फ सतर्क रहने की जरूरत है। पॉल ने कहा कि म्यूटेशन से बीमारी और गंभीर नहीं हुई है और इसका मृत्युदर पर असर नहीं हुआ है।म्यूटेशन से वायरस के एक से दूसरे व्यक्ति के शरीर में पहुंचने की आशंका बढ़ गई है। ऐसा भी कहा जा रहा है कि यह 70 प्रतिशत अधिक संक्रामक है।
दूसरी तरफ केन्द्रीय स्वास्थ्य सचिव ने प्रेस वार्ता में कहा कि भारत ने वैश्विक महामारी के विरूद्ध लड़ाई में आज अनेक उल्लेखनीय उपलब्धियां दर्ज की हैं। आज भारत में कोविड-19 से संक्रमित मरीजों की संख्या घटकर 3 लाख से नीचे (2,92,518) हो गई है। कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या अब तक के कुल संक्रमित मरीजों की संख्या की तुलना में 3 प्रतिशत से नीचे (2.90 प्रतिशत) हो गई है। यह 163 दिनों के बाद सबसे कम है। उन्होंने बताया कि 12 जुलाई, 2020 को कुल संक्रमित मरीजों की संख्या 2,92,258 थी। भारत में, सितंबर 2020 के मध्य से सक्रिय मामलों में लगातार गिरावट आ रही है। हालांकि सक्रिय मामलों की संख्या विश्व स्तर पर बढ़ रही है.
-163 दिनों बाद 3 लाख से कम सक्रिय मामले
-सक्रिय मामले अब 3% से कम
-173 दिनों के बाद 20,000 से कम दैनिक नए मामले
-16.3 करोड़ से अधिक का परीक्षण किया गया
पिछले 24 घंटों में कुल संक्रमित मरीजों की संख्या में 11,121 मामलों की गिरावट दर्ज की गई है।
भारत में प्रतिदिन कोविड-19 के नये मामलों में नये सिरे से गिरावट दर्ज की गई है। पिछले 24 घंटों में, 173 दिनों के बाद देशभर में प्रतिदिन 20,000 से कम नये मामले (19,556) सामने आए हैं। 02 जुलाई, 2020 को 19,148 नये मामले जुड़े थे।
भारत में विश्वभर में प्रति मिलियन जनसंख्या पर सबसे कम (219) संक्रमित मरीजों के मामले हैं। अमरीका, इटली, ब्राजील और रूस जैसे देशों के लिए यह संख्या काफी अधिक है।
कोविड-19 के संक्रमण से मुक्त होने वाले लोगों की संख्या 96 लाख से अधिक (96,36,487) हो गई, जिसके परिणामस्वरूप संक्रमण से मुक्त होने की दर 95.65 प्रतिशत हुई। संक्रमण से मुक्त होने के मामले और संक्रमित मरीजों की संख्या के बीच अंतर निरंतर बढ़ रहा है और फिलहाल यह संख्या 93,43,969 है।
पिछले 24 घंटों में 30,376 मरीज स्वस्थ हुए हैं। पिछले 25 दिनों से लगातार कोविड के नये मामलों की तुलना में संक्रमण से मुक्त होने वाले लोगों की संख्या अधिक रही है।
प्रतिदिन अधिक संख्या में जांच के साथ-साथ लगातार अधिक संख्या में संक्रमण से मुक्त होकर स्वस्थ होने वाले लोगों की संख्या और नये मामलों में गिरावट होने के कारण मृत्यु दर में भी कमी आई है।
10 राज्यों/केन्द्र शासित प्रदेशों में संक्रमण से मुक्त होने वाले लोगों की संख्या 75.31 प्रतिशत पाई गई है।
महाराष्ट्र में प्रतिदिन 6,053 मरीजों के स्वस्थ होने के साथ एक दिन में अधिकतम मरीज स्वस्थ हुए हैं। प्रतिदिन संक्रमण से मुक्त होने के 4,496 नये मामलों के साथ केरल का दूसरा स्थान है। पश्चिम बंगाल में ऐसे प्रतिदिन 2,342 मामले दर्ज किए गए हैं।
10 राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों में 75.69 प्रतिशत नये मामले केन्द्रित हैं।
पिछले 24 घंटों में केरल में प्रतिदिन अधिकतम 3,423 नये मामले सामने आए हैं। महाराष्ट्र में 2,834 नये मामले सामने आए, जबकि पश्चिम बंगाल में कल 1,515 नये मामले दर्ज किए गए।
पिछले 24 घंटों में 10 राज्यों/केन्द्र शासित प्रदेशों में मृत्यु के 76.74 प्रतिशत यानी 301 मामले सामने आए हैं।
महाराष्ट्र में मृत्यु के 18.27 नये मामले सामने आए हैं, जहां 55 मौतें हुईं। इसके बाद मृत्यु के 41 और 27 नये मामलों के साथ क्रमश: पश्चिम बंगाल और केरल का स्थान है।