नई दिल्ली : प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने आज भारत वियतनाम डिजिटल सम्मलेन को संबोधित करते हुए कहा कि वियतनाम भारत की एक्ट ईस्ट पॉलिसी का महत्वपूर्ण स्तंभ है और हमारे इंडो-पैसिफिक विज़न का महत्वपूर्ण सहयोगी है. हमारे बीच आपसी संपर्क भी तेज़ी से बढ़ रहे हैं. हमारी वार्ता के साथ-साथ दोनों देशों के बीच 7 महत्वपूर्ण समझौतों पर हस्ताक्षर भी हुए हैं, इनमें रक्षा, वैज्ञानिक रिसर्च, परमाणु ऊर्जा, पेट्रोकेमिकल्स, नवीकरणीय ऊर्जा तथा कैंसर के इलाज जैसे विविध विषय शामिल हैं.
उन्होंने कहा कि अगले साल हम दोनों संयुक्त राष्ट्र की सुरक्षा परिषद में एक साथ सदस्य होंगे. इसलिए वैश्विक मंच पर हमारे सहयोग का महत्व भी बहुत बढ़ने वाला है. यह प्रसन्नता की बात है कि आज हम एक जॉइंट विजन डॉक्यूमेंट और 2021 से 2030 तक हमारे बायलेटरल इंगेजमेंट के लिए एक प्लान ऑफ एक्शन को जारी कर रहे हैं. उनका कहना था कि इस ज्वाइंट विजन फॉर पीस में विश्व को हमारे संबंधों की गहराई का पता चलेगा. हमारी वार्ता के साथ-साथ दोनों देशों के बीच साथ महत्वपूर्ण समझौते भी हुए हैं. इनमें रक्षा वैज्ञानिक रिसर्च परमाणु ऊर्जा पेट्रोकेमिकल्स रिन्यूएबल एनर्जी कथा कैंसर के इलाज जैसे विभिन्न विषय शामिल है।
पीएम मोदी ने कहा कि हमारी कंप्रिहेंसिव स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप का दायरा आज बहुत विस्तृत है. हमारे बीच आपसी संपर्क भी तेजी से बढ़ रहे हैं और नए क्षेत्रों में फैल रहे हैं. हम वियतनाम के साथ अपने संबंधों को एक लॉन्ग टर्म स्ट्रैटेजिक नजरिये से भी देखते हैं. इंडो पेसिफिक रीजन में शांति सुरक्षा और समृद्धि हमारे साझा उद्देश्य है. क्षेत्र में स्थिरता और शांति कायम रखने के लिए हमारी साझीदारी महत्वपूर्ण योगदान दे सकती है. आज की वर्चुअल सम्मिट में हम अपनी पार्टनरशिप के अंतर्गत चल रहे सहयोग के विभिन्न विषयों का आकलन करेंगे. इस अवसर पर वियतनाम के प्रधानमंत्री गुयेन जुआन फुक भी मौजूद थे.