गुरूग्राम, 14 अक्टूबर। गुरूग्राम जिला में कोरोना संक्रमित मरीजो के मृत्यु दर में गिरावट दर्ज की गई है। अब जिला में कोरोना की वजह से होने वाली मृत्यु की दर घटकर 0.78 प्रतिशत हो गई है। इस बारे में जानकारी देते हुए उपायुक्त अमित खत्री ने बताया कि जिला में कोरोना संक्रमित मरीजों की पहचान के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा सघन टेस्टिंग व ट्रेसिंग अभियान चलाया जा रहा है ताकि स्वस्थ लोगों तक यह संक्रमण ना फैले। अब तक जिला में टेस्टिंग के लिए 900 से अधिक कैंप विभिन्न स्थानों पर लगाए जा चुके हैं जिनमें आने वाले लोगों के निःशुल्क टैस्ट किए गए हैं। जिन लोगों में कोरोना संक्रमण के लक्षण होते हैं वे इन कैंप में जाकर निःशुल्क अपना टैस्ट करवा सकते हैं। जिला में टेस्टिंग के लिए क्षेत्रवार शैड्यूल तैयार किया गया है।
इसके अलावा, व्यक्ति नागरिक अस्पताल में जाकर भी आरटी-पीसीआर विधि से भी अपना टेस्ट करवा सकते हैं। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग तथा जिलावासियों के सहयोग के चलते अब लोगों में कोरोना संक्रमण को लेकर जागरूकता भी बढ़ी है। जिला प्रशासन द्वारा कोरोना संक्रमण से बचाव को लेकर आवश्यक जानकारी भी लोगों से सांझा की जा रही है। इसके अलावा, कोरोना संक्रमित मरीजों का भी होम आइसोलेशन को लेकर विश्वास पहले की अपेक्षा बढ़ा है। अब लोग होम आइसोलेशन में रहकर भी ठीक हो रहे हैं। जिला में लगभग 2300 मरीज वर्तमान में होम आइसोलेशन में रह रहे हैं।
सिविल सर्जन डा. वीरेन्द्र यादव ने बताया कि हमारा प्रयास है कि लोगों को अधिक से अधिक स्वास्थ्य सुविधाएं दी जाएं और उनमें कोविड संक्रमण के बचाव उपायों के बारे में जागरूकता बढ़े। इसके लिए स्वास्थ्यकर्मियों द्वारा सेवा तथा समर्पण भाव से कार्य करते हुए लोगों को जरूरत अनुसार उनके घर तक भी स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा रही है।
उन्होंने बताया कि जिला में कोरोना संक्रमित व्यक्ति की समय रहते पहचान होने से उनका समय पर इलाज हो जाता है जिसके कारण मृत्यु दर का आंकड़ा अब धीरे धीरे कम हो रहा है। इसके अलावा, आयुष विभाग द्वारा लोगों को इम्युनिटी किट का भी वितरण नियमित रूप से किया जा रहा है। अब तक जिला में 2 लाख 11 हजार से अधिक इम्युनिटी किट का वितरण किया जा चुका है। जिन क्षेत्रों में कोरोना संक्रमण के मामले अधिक दर्ज किये जाते हैं वहां आयुष विभाग की टीम द्वारा घर-घर जाकर इम्युनिटी बूस्टर किट का वितरण किया जाता है।