ड्रेनेज प्लान कमेटी की बैठक में जलभराव पर मंथन, विशेषज्ञों के सुझाव पर कार्यकारी अभियंता को अमल के निर्देश

Font Size

–    नगर निगम गुरूग्राम की अतिरिक्त आयुक्त जसप्रीत कौर ने अब तक प्राप्त सभी सुझावों के आधार पर कार्य शुरू करने को कहा

–    कार्यकारी अभियंता भी अपने स्तर पर जलभराव समाधान के सुझाव को शामिल करेंगे

गुरूग्राम, 10 अक्तुबर। गुरूग्राम में जलभराव की समस्या के समाधान बारे निगम क्षेत्र के लिए गठित कमेटी की महत्वपूर्ण बैठक शनिवार को नगर निगम गुरूग्राम के कार्यालय में आयोजित की गई, जिसकी अध्यक्षता अतिरिक्त निगमायुक्त जसप्रीत कौर ने की। बैठक में ड्रेनेज कार्य से जुड़े व्यक्तिगत विशेषज्ञों एवं विभिन्न सरकारी विभागों से सेवानिवृत हुए अभियांत्रिकी अधिकारियों ने जलभराव की समस्या के समाधान बारे अपने बहुमूल्य सुझाव दिए।


    बैठक में बताया गया कि कमेटी के गठन का मुख्य उद्देश्य जलभराव वाले स्थानों को चिन्हित करके उनके स्थाई समाधान के लिए योजना तैयार करना है। इसके तहत गुरूग्राम के नागरिकों, आरडब्ल्यूए पदाधिकारियों, ड्रेनेज कार्य से जुड़े व्यक्तिगत विशेषज्ञों से सुझाव लिए गए हैं। प्राप्त सुझावों में अधिकतर सुझाव नए रेनवाटर हारवैस्टिंग बनाने तथा जहां पर ड्रेन नहीं है, वहां पर डे्रनेज की व्यवस्था करने संबंधी सुझाव शामिल हैं। बैठक में विशेषज्ञों ने सुझाव दिया कि ड्रेनेज और सडक़ निर्माण की बेहतर योजना होनी चाहिए। जिन शहरों में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न होती है, उसका मुख्य कारण ड्रेनों का ब्लॉक होना पाया गया है। डे्रनेज प्लान तैयार करने के लिए ग्राऊंड लेवल पर पूरी स्टडी की जानी चाहिए। बैठक में यह भी सुझाव दिया गया कि रेनवाटर हारवैस्टिंग की व्यवस्था करने से पूर्व उस क्षेत्र में ग्राऊंड वाटर लेवल की जानकारी होना बहुत ही आवश्यक है, इसलिए रेनवाटर हारवैस्टिंग लगाने से पूर्व पर्याप्त स्टडी की जाए तथा उनका रख-रखाव की बेहतर व्यवस्था होनी चाहिए। बैठक में पानी को स्टोर करके उसका रिचार्ज करने पर विशेष बल दिया गया। इसके लिए जहां तक संभव हो रिचार्ज वैल बनाए जाने चाहिएं।


    बैठक में विशेषज्ञों ने कहा कि गुरूग्राम के पानी का उपयोग गुरूग्राम में किया जाए, इस प्रकार की व्यवस्था की जानी चाहिए। इसके लिए आवश्यकतानुसार तालाबों का निर्माण किया जाए। यहां पर नगर निगम गुरूग्राम के चीफ इंजीनियर ने कहा कि नगर निगम गुरूग्राम द्वारा बनाए जाने वाले सीवरेज ट्रीटमैंट प्लांटों के साथ पोंड की व्यवस्था की जाए। उन्होंने कहा कि पानी का अधिक से अधिक स्टोरेज करने पर कार्य किया जाएगा। बैठक में तकनीकी आधारित समाधान पर भी एक विशेषज्ञ ने अपना सुझाव दिया। इसके लिए उन्होंने विभिन्न सॉफ्टवेयर के बारे में भी बताया। इसके साथ ही पानी को चैनेलाईज करना तथा ड्रेनों को एक-दूसरे से जोडऩे का सुझाव भी विशेषज्ञों द्वारा दिया गया।


    बैठक में अतिरिक्त निगमायुक्त जसप्रीत कौर ने उपस्थित सभी विशेषज्ञों का धन्यवाद किया तथा अपील की कि वे आगे भी अपने बहुमूल्य सुझाव दें। उन्होंने चीफ इंजीनियर रमन शर्मा से कहा कि वे नए प्वाईंटों पर भी विशेषज्ञों के साथ विस्तार से चर्चा करें। अतिरिक्त निगमायुक्त ने कार्यकारी अभियंताओं से कहा कि वे प्राप्त सुझावों के आधार पर एस्टीमेट आदि बनाने का कार्य शुरू करें। इसके साथ ही गुरूग्राम महानगर विकास प्राधिकरण द्वारा गठित ड्रेनेज प्लान कमेटी के साथ भी एक संयुक्त बैठक आयोजित करके योजना सांझा की जाएगी।
    बैठक में अतिरिक्त निगमायुक्त जसप्रीत कौर एवं सुरेन्द्र सिंह, संयुक्त आयुक्त जितेन्द्र कुमार गर्ग, चीफ इंजीनियर रमन शर्मा, सीनियर टाऊन प्लानर संजीव मान, एसई राधेश्याम शर्मा, निगम पार्षद कुलदीप बोहरा, कार्यकारी अभियंता विशाल गर्ग, तुषार यादव, धर्मबीर मलिक एवं हेमन्त राव, व्यक्तिगत विशेषज्ञ आरसी तनेजा, नितिन कुमार, ईश्वर सिंह, आरएन अड़ीचवाल, अनिल गोस्वामी उपस्थित थे।

You cannot copy content of this page