गुरुग्राम्। ‘गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और बच्चों के चहुमुखी विकास की नींव है सरकारी मॉडल संस्कृति प्राथमिक स्कूल’। उक्त विचार युवा नेता मोहित मदनलाल ग्रोवर ने न्यू कॉलोनी में बनाये गए सरकारी मॉडल संस्कृति प्राथमिक स्कूल के उदघाटन के अवसर पर व्यक्त किया। स्कूल स्टाफ और प्रधानाचार्य को बधाई देते हुए मोहित ग्रोवर ने कहा कि बच्चों के भविष्य को संवारने में अगर स्टाफ अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा तो वे खुद भी हर तरह से अपना योगदान देंगे।
सरकार द्वारा उठाये गए इस महत्वपूर्ण कदम की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि अगर युवा पीढ़ी को सही शिक्षा, स्वास्थ व सुरक्षा मुहैया करवाई जाए तो आत्म निर्भरता, स्वालम्बन और स्वाभिमान से जीने का मार्ग वो खुद खोज पायेंगे। उन्होंने कहा कि छात्रों का एडमिशन पहले आओ-पहले पाओ के आधार पर हो और सरकारी स्कूलों में अगर डिजिटल सुविधाएं जैसे डिजिटल कक्षा, इंटरैक्टिव बोर्ड, एलसीडी, प्रोजेक्टर, डिजिटल पोडियम, क्लाउड आधारित ई-लर्निंग, वाई-फाई इंटरनेट और बायोमेट्रिक अटेंडेंस हो तो निजी स्कूलों के व्यापारीकरण पर रोक लगाईं जा सकती है।
स्कूल के उदघाटन के अवसर पर तरुण सुहाग – स्टेट प्रेसिडेंट राजकीय प्राथमिक शिक्षा संघ, हरियाणा, अशोक – जनरल सेक्रेटरी राजकीय प्राथमिक शिक्षा संघ, हरियाणा, इंदु शर्मा – EX. ESHM GMS न्यू कॉलोनी, सरोज बाला – हेड टीचर गवर्नमेंट मॉडल संस्कृति प्राथमिक स्कूल, न्यू कॉलोनी सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित थे।
मंडी के बाहर भी एमएसपी का बेंचमार्क निर्धारित हो
इस अवसर पर किसान संगठनों द्वारा आज कृषि बिल के खिलाफ भारत बंद के सवाल पर टिप्पणी करते हुए मोहित मदनलाल ग्रोवर ने कहा कि जो अन्नदाता हमारा पेट भरते हैं उनके प्रति उदासीनता ठीक नहीं है, नजरअंदाज करने की बजाय किसानों से बात की जाए तो यह मसला हल हो सकता है। संसद से पास हो चुके तीन कृषि बिलों के फैसले से मंडी व्यवस्था हतोत्साहित होने का खतरा है इसलिए मंडी से बाहर भी एमएसपी का बेंचमार्क निर्धारित हो। हमारे देश का किसान अगर खुशहाल होगा तभी देश तरक्की करेगा।