नई दिल्ली। मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा के अनुसार तीन फेज में होने वाले मतदान में पहले फेज में 28 अक्टूबर को 71 सीटों पर चुनाव कराए जाएंगे। इसमें 16 जिले में 31 हजार पोलिंग बूथों पर मतदान होंगे। दूसरे फेज में 3 नवंबर को 94 सीटों पर मतदान कराया जाएगा। इसमें 17 जिले में 42 हजार पोलिंग बूथों पर मतदान कराया जाएगा। तीसरे फेज में 7 नवंबर को 78 विधानसभा क्षेत्रीन में मतदान कराया जाएगा। इसमें 15 जिले में 33.5 हजार पोलिंग बूथों पर वोटिंग होगी। सभी सीटों की मतगणना 10 नवम्बर को होगी।
मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने दावा किया कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए दुनिया में 70 देशों ने अपने चुनाव टाल दिए। अब नार्मल नहीं बल्कि न्यू नॉर्मल स्थिति है क्योंकि कोरोना के जल्दी खत्म होने के संकेत नहीं मिल रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमारा मानना है कि लोगों का लोकतांत्रिक अधिकार बना रहे और उन्हें अपने जनप्रतिनिधि चुनने का मौका मिले। साथ ही उनके स्वास्थ्य की भी चिंता थी। इसलिए सख्त स्वास्थ्य नियमों को लागू करते हुए बिहार विधानसभा के चुनाव कराए जाएंगे। उन्होंने याद दिलाया कि पिछले दिनों राज्यसभा के सौ से अधिक सीटों पर चुनाव कराई गई जिसमें स्वास्थ्य सुरक्षा के नियमों का सख्ती से पालन किया गया। उन्होंने कहा कि हालांकि राज्यसभा के चुनाव प्रत्यक्ष होते हैं जिनमें केवल राज्यों के जनप्रतिनिधि ही वोटिंग करते हैं बावजूद इसके कई राज्यों में चुनाव कराए जाने थे जहां मुकम्मल व्यवस्था की गई और सुरक्षात्मक तरीके से चुनाव संपन्न कराए गए । यह कोरोना के दौर में देश का ही नहीं, बल्कि दुनिया का पहला सबसे बड़ा चुनाव होने जा रहा है।
उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण कभी तेज होता है कभी कम हो जाता है ऐसे में स्थिति स्पष्ट नहीं होने के कारण चुनावी प्रक्रिया को लंबे समय तक नहीं चला जा सकता इससे लोगों के अधिकार बाधित होंगे। कुछ राज्यों में उपचुनाव भी कराए जाने हैं जबकि बिहार विधान सभा का चुनाव प्रशिक्षित था। उनके अनुसार बिहार विधान सभा का कार्यकाल आगामी 29 नवंबर को समाप्त हो रहा है इसलिए उससे पहले चुनाव संपन्न कराना आवश्यक था।
उन्होंने बताया कि बिहार विधानसभा में 243 सीटें हैं। इनमें 38 सीटें आरक्षित हैं। इस चुनाव में कुल 7.29 करोड़ मतदाता अपने मत का प्रायिग करेंगे। इसके लिए कुल 1.73 लाख वीवीपैट का इस्तेमाल होगा जबकि 46 लाख मास्क, 7.6 लाख फेस शील्ड, 23 लाख जोड़े हैंड ग्लव्स और 6 लाख पीपीई किट्स का भी कोरोन संक्रमण से बचाव के लिए इस्तेमाल किये जायेंगे। इस बार शाम 6 बजे तक वोटिंग होगी जबकि कोरोना संक्रमित व्यक्ति को वोट करने की अनुमति मिलेगी लेकिन अंतिम समय में मिलेगा मतदान केंद्र में प्रवेश।