नई दिल्ली : बसई में ट्रिपल हत्याकाण्ड मामले में 02 आरोपियों को पुलिस थाना सैकटर-9, गुरुग्राम की पुलिस टीम ने गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस के अनुसार आरोपियों ने अपने अन्य साथी के साथ मिलकर इस हत्याकाण्ड की योजना बनाई थी. इसके आधार पर हत्या की वारदात को अन्जाम दिया गया था . तिहरे हत्या कांड के मास्टरमाइंड अमित के साथ बाला देवी और अमित के चाचा नरेंद्रपाल ने मिल कर रची थी ट्रिपल मर्डर केस की साजिश. उल्लेखनीय है कि बसई और सेक्टर 9 में बीते वीरवार को तीन युवकों की गोलियों से भून मौत के घात उतार दिया था. बताया जाता है कि 1 हज़ार गज के प्लाट विवाद में कब्ज़े को लेकर इस वारदात को अंजाम दिया था.
एसीपी क्राइम प्रीतपाल सांगवान ने बताया कि गत 20 अगस्त को थाना सैकटर-9, गुरुग्राम में पुलिस कंट्रोल रुम, गुरुग्राम से एक सूचना विंग अपार्टमैंट सैक्टर-9 गुरुग्राम मे गोलियां चलने के सम्बन्ध में प्राप्त हुई। इस सूचना पर थाना सैक्टर-9, गुरुग्राम की पुलिस टीम बिना किसी देरी के घटना स्थल पर पहुंच गई जहां पर रंजिश के चलते बदमाशो ने गोली मारकर 3 युवकों की हत्या कर दी थी। इस मामले में थाना सैक्टर-9ए, गुरुग्राम में अभियोग संख्या 235 दिनांक 21.08.2020 धारा 302,307,148,149 IPC & 25-54-59 शस्त्र अधिनियम अंकित किया गया।
उन्होंने बताया कि पुलिस टीम द्वारा FSL, फिंगरप्रिंट व सीन ऑफ क्राइम की पुलिस टीमों को घटनास्थल पर बुलाकर घटनास्थल का निरीक्षण कराया गया व मृतकों का पोस्टमार्टम करवाकर उनके परिजनों के हवाले किया गया। इस हत्याकांड की वारदात की संगीनता को देखते हुए पुलिस आयुक्त गुरुग्राम के.के. राव ने सम्बंधित थाना की पुलिस टीम के अतिरिक्त अपराध शाखाओं की 4 पुलिस टीमों को हत्यारों की पहचान करने व उन्हे पकड़ने के लिए लगाया था।
इस मामले में अपराध शाखा सैक्टर-10 व पुलिस थाना सैक्टर-9ए, गुरुग्राम की पुलिस टीम ने संयुक्त कार्यवाही करते हुए उक्त अभियोग में गोली मारकर हत्या करने की वारदात को अन्जाम देने के लिए योजना बनाने वाले निम्नलिखित 02 आरोपियों को कल दिनांक 21.08.2020 को बसई से काबू करने में सफलता हासिल की हैः-
- बाला पत्नी पृथ्वीपाल निवासी गांव बसई, जिला गुरुग्राम, उम्र 57 वर्ष।
- नरेन्द्र पुत्र सिंहराज निवासी गांव बसई, जिला गुरुग्राम, उम्र 53 वर्ष।
▪️दोनों आरोपियों को उपरोक्त अभियोग में नियमानुसार गिरफ्तार किया गया।
▪️आरोपियों से पुलिस पूछताछ में ज्ञात हुआ कि बसई गाँव के रहने वाले जोनी व मोनी 02 भाईयों के 01 प्लाट पर अमित उर्फ काले व विनोद ने अवैध रुप से कब्जा करके बेच दिया था। जिस प्लाट को लेकर जोनी-मोनी तथा अमित उर्फ काले के बीच में रंजीश पैदा हो गई थी। इस रंजीश के चलते अमित उर्फ काले द्वारा रेवाङी में मोनी निवासी बसई की हत्या को अन्जाम दिया गया था। मोनी की हत्या के बाद मोनी के भाई जोनी ने अपने भाई की हत्या का बदला लेने के लिए अमित उर्फ काले के साथी सन्जू की हत्या को अन्जाम दिया था। उसके बाद अमित उर्फ काले व जोनी दोनों जेल में बन्द थे।
▪️आरोपियों से पुलिस पूछताछ में यह भी ज्ञात हुआ कि उक्त आरोपियों बाला व नरेन्द्र ने एक योजना के अनुसार अमित उर्फ काले को दिनांक 13.08.2020 को पैरोल जमानत पर जेल से बाहर लाए। अमित उर्फ काले अपने साथी की हत्या का बदला लेने की रंजीश रखता है। उक्त आरोपित महिला बाला अमित उर्फ काले की माँ है तथा उक्त आरोपी नरेन्द्र अमित उर्फ काले का चाचा है। अमित उर्फ काले ने अपनी माँ बाला उक्त व चाचा नरेन्द्र उक्त से साथ मिलकर जोनी के साथियों की हत्या करने की योजना बनाई और इस योजना में उक्त आरोपी महिला बाला ने अपने भतीजे पवन नेहरा निवासी भूड़का को शामिल कर लिया। पवन नेहरा ने अपने साथियों के साथ मिलकर उपरोक्त अभियोग में जोनी (मोनी का भाई, जो जेल में बन्द है) के साथियों (शशीकान्त उर्फ सन्नी, अनमोल व समीर) की हत्या की वारदात को अन्जाम दिया।
▪️आरोपियों को आज दिनांक 22.08.2020 को माननीय अदालत के सम्मुख पेश किया गया, जिन्हें माननीय अदालत के आदेशानुसार न्यायिक हिरासत में भेजा गया है। अभियोग अनुसंधानाधीन है।