नई दिल्ली। भारतीय खेल प्राधिकरण (एसएआई) शिक्षा बोर्ड सीआईएससीई और सीबीएसई के सहयोग से ‘खेलो इंडिया फिटनेस असेसमेंट ऑफ स्कूल गोइंग चिल्ड्रेन’ विषय पर सीआईएससीई स्कूलों के फिजिकल एजुकेशन (पीई) शिक्षकों के प्रशिक्षण के लिए एक ऑनलाइन कार्यक्रम की मेजबानी करेगा।
यह कार्यक्रम 7 अगस्त से शुरू होगा और दो जोन के 2,615 सीआईएससीईस्कूलों के 7,500 प्रतिभागियों को लक्षित करेगा। स्कूली बच्चों के फिटनेस स्तर का आकलन करने और जमीनी स्तर पर मौजूद व्यापक प्रतिभा भंडार में से भविष्य के संभावित चैंपियन की पहचान करने के लिए बड़े पैमाने पर इस प्रशिक्षण का आयोजन किया जा रहा है।
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन कोविड-19 के प्रकोप के मद्देनजर किया गया है क्योंकि इस वैश्विक महामारी के फैलने के कारण स्कूल बंद हो गए हैं और देश भर में ऑनलाइन कक्षाओं या वेबिनार के जरिये नए शैक्षणिक सत्र शुरू हो चुके हैं। इसलिए मौजूदा परिस्थिति में स्कूलों में छात्रों के शारीरिक मूल्यांकन और प्रशिक्षकों का प्रशिक्षण (टीओटी) का आयोजन तब तक उनके मूल प्रारूप में नहीं किया जा सकता जब तक बच्चे और शिक्षक दोबारा स्कूल नहीं जाने लगेंगे।
इसलिए 7 अगस्त को विभिन्न स्कूलों के प्रधानाध्यापकों अथवा संस्थानों के प्रमुखों को अपने पीई शिक्षकों को ज्ञान, दृष्टिकोण और कौशल के साथ सशक्त बनाने की आवश्यकता के बारे में जागरूक किया जाएगा। साथ ही उन्हें 2020-21 के लिए लक्ष्य देने के अलावा खेलो इंडिया मोबाइल ऐप (केआईएमए) के माध्यम से खेलो इंडिया फिटनेस आकलन करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। इस सत्र का शीर्षक है ‘होल स्कूल एप्रोच टु फिटनेस’।
स्कूल पीई शिक्षकों को 1 से 14 अगस्त तक एसेस्टर मोबाइल ऐप का प्रशिक्षण और तकनीकी जानकारी प्रदान की जाएगी। उन्हें खेलो इंडिया फिटनेस फॉर स्कूल गोइंग चिल्ड्रन और फिट इंडिया, खेलो इंडिया के तहत परीक्षा लेने, खेलो इंडिया असेसमेंट प्रोटोकॉल, प्रतिभाओं की पहचान के लिए रूपरेखा, 2020-21 के लिए लक्ष्य आदि तमाम विषयों पर विभिन्न सत्रों में जानकारी दी जाएगी।
यह प्रशिक्षण चयनित मास्टर ट्रेनरों द्वारा प्रदान किया जाएगा जिन्होंने 2019 में विभिन्न राष्ट्रीय एवं क्षेत्रीय स्तर के ऑफलाइन एवं ऑनलाइन टीओटी का संचालन किया था और उनके स्कूलों का मूल्यांकन किया था। 31 जुलाई तकदेश भर में कुल 257 टीओटी आयोजित किए गए हैं। इसके तहत लॉकडाउन से पहले और बाद में अब तक 24,500 से अधिक प्रशिक्षकों को प्रशिक्षित किया गया है और कुल 22,450 स्कूल पंजीकृत हुए हैं।