विपक्ष ने साजिश कहा जबकि सरकार ने रूटिन एक्सरसाइज बताया
नई दिल्ली : संसद के दोनों सदनों में शुक्रवार को भी गतिरोध बना हुआ है. विपक्षी सांसदों के हाथ आज पश्चिम बंगाल में सेना की तैनाती और सैन्य अभ्यास का मुद्दा लग गया. इस मसले पर संसद में जबरदस्त हंगामा किया. पश्चिम बंगाल में गुरुवार को सेना की मौजूदगी को लेकर शुक्रवार को संसद के दोनों सदनों में जमकर हंगामा हुआ.
विपक्ष के नेताओं ने इसे प्रदेश सरकार के खिलाफ साजिश करार दिया और सरकार से जवाब मांगा. सरकार ने कहा कि यह सेना की रूटिन एक्सरसाइज थी और इस पर विवाद करना ठीक नहीं है. बताया जाता है कि राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने संसद की कार्यवाही शुरू होते ही पश्चिम बंगाल में सेना की तैनाती का मुद्दा उठाया. वहीं टीएमसी ने लोकसभा में इस मुद्दे को उठाया.
राज्यसभा में विपक्षी सदस्यों ने नोटबंदी मुद्दे पर संसद के बाहर प्रधानमंत्री की कथित टिप्पणी को लेकर आज भी उनसे माफी की मांग की. सरकार के मन करने पर हंगामा किया.
-नोटबंदी के मुद्दे पर हंगामा कर रहे विपक्षी सदस्यों की नारेबाजी के कारण लोकसभा की कार्यवाही एक बार के स्थगन के बाद पूरे दिन के लिए स्थगित.
– प्रधानमंत्री की कथित टिप्पणी को लेकर माफी की मांग कर रहे विपक्षी सदस्यों का हंगामा. राज्यसभा की बैठक आज दोपहर ढाई बजे तक के लिए स्थगित.
– राज्यसभा में आज भी प्रश्नकाल नहीं चल सका.
-पार्रिकर ने बताया सेना की रुटीन एक्सरसाइज. इस पर राजनीति नहीं होनी चाहिए. ममता बनर्जी के आरोप उनकी राजनीतिक खींज हैं. रक्षा मंत्री ने कहा कि ममता के आरोपों से मुझे सदमा लगा है.
– पार्रिकर ने बताया कि पं बंगाल पुलिस को इसकी जानकारी दी गई थी. दावा किया कि कई दूसरे राज्यों में भी सेना ने ऐसी एक्सरसाइज की है. ये सेना की रुटीन एक्सरसाइज है, 15-20 साल से ऐसा चल रहा है.
– तृणमूल कांग्रेस के उस दावे को खारिज किया कि जिला प्रशासन को विश्वास में नहीं लिया गया था और कहा कि पश्चिम बंगाल में इस संबंध में कोलकाता पुलिस के आग्रह पर तारीखों में परिवर्तन किया गया.
– पार्रिकर ने बताया कि पश्चिम बंगाल और पूर्वोत्तर राज्यों में सेना की तैनाती नियमित अभ्यास का हिस्सा .
– वास्तविक स्थिति पेश करने की बजाए राजनीतिक हताशा का परिचायक है.
-लोकसभा के वेल में पहुंचे विपक्षी सांसद. कार्यवाही 12 बजे तक स्थगित.
-पश्चिम बंगाल में सेना की मौजूदगी पर टीएमसी ने किए सवाल।
-लोकसभा में टीएमसी ने सचिवालय पर सेना की मौजूदगी का सवाल उठाया.
–कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि सरकार की वजह से लोग परेशान है.
-राज्यसभा में केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू ने कहा कि सेना के अभ्यास के लिए बंगाल को विश्वास में लिया गया था. ऐसा पिछले साल भी हुआ था. आर्मी को विवादों में नहीं खींचना चाहिए.यह एक संवेदनशील मामला है, क्योंकि यह सेना से संबंधित है.
-गुलाम नबी आजाद ने कहा कि सेना तैनात करना चिंता का विषय है. इसकी जरूरत क्यों पड़ी.
-सेना तैनाती के मुद्दे पर सुखेन्दु शेखर राय ने कहा कि बंगाल की जनता इस तानाशाही के खिलाफ लड़ेगी.
-बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने कहा कि बंगाल के सीएम के साथ ज्यादती हो रही है. सेना तैनात करना संविधान पर बहुत बड़ा हमला है. सेना का राजनीतिकरण नहीं होना चाहिए.