-रिटायरमेंट के अंतिम वर्ष के दौरान सभी कर्मचारियों की तैनाती उनके गृह क्षेत्र में करने की मांग की
-खाली पड़े पदों पर योग्य कर्मचारियों की तुरंत प्रमोशन करने की भी मांग उठाई
गुरुग्राम : एचएसईबी वर्कर यूनियन की राज्य कार्यकारिणी की कर्मचारियों की मांगों तथा समस्याओं के समाधान के लिए सीएमडी उत्तर व दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम शत्रुजीत कपूर के साथ गुरुवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से रोहतक व गुरुग्राम में बैठक हुई. इसमें यूनियन की तरफ से प्रांतीय प्रधान बिजेंद्र बेनीवाल, महासचिव सुनील खटाना, वरिष्ठ उप प्रधान कृष्ण नैन, वित्त सचिव राजकुमार सांगवान, प्रेस सचिव महेंद्र सिंह, कानूनी सलाहकार विकास ठाकुर, उप महासचिव मुकेश भयाना सहित वार्ता समिति के सदस्य शामिल हुए। यूनियन के नेताओं ने प्रबंधन से रिटायरमेंट के अंतिम वर्ष के दौरान सभी कर्मचारियों की तैनाती उनके गृह क्षेत्र में करने सहित सभी मांगों को जोरदार तरीके से उठाया और उस पर अमल कराने की मांग की.
बैठक में कर्मचारी नेताओं ने उत्तर हरियाणा तथा दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम में ही एचवीपीएनएल की तर्ज पर शिफ्ट ड्यूटी एलाउंस बढाने, शिफ्ट अटेंडेंट , एल डी सी व यू डी सी का इंटर यूटिलिटी तबादला शीघ्र करने व अन्य कर्मचारियों को भी इंटर यूटिलिटी तबादले का अवसर देने तथा खाली पड़े पदों पर योग्य कर्मचारियों की तुरंत प्रमोशन करने की मांग की . कर्मचारी नेताओं ने बैठक में कहा कि काम के दबाव तथा कर्मचारियों की कम संख्या होने के कारण हो रहे हादसों को रोकने के लिए खाली पदों को तत्काल भरने की जरूरत है.
आज की विडियो कांफ्रेसिंग बैठक में राजनीतिक दबाव के चलते कर्मचारियों के नाजायज तबादलों को रद्द करने, हरियाणा सरकार की तर्ज पर 10 साल की बजाय हाउस लोन के लिए 4 साल की नौकरी की शर्त करने, विभाग की रिस्ट्रक्चरिंग जल्दी लागू करने की मांग को प्रमुखता से उठाया गया ।
कर्मचारी नेताओं द्वारा उठाई गई मांगों पर प्रबंधन की तरफ से सीएमडी ने अति शीघ्र सकारात्मक कार्यवाही का आश्वासन दिया। इसके अतिरिक्त यूनियन द्वारा सब स्टेशन पर कर्मचारियों की संख्या पांच की बजाय सात करने , कर्मचारियों का वॉशिंग एलाउंस हरियाणा सरकार की तर्ज पर बढ़ाने, कच्चे कर्मचारियों को समान काम समान वेतन, प्रमोशन पर दूसरे जिलों में स्थानांतरित किए गए फोरमैनों का अपने गृह जिले में तबादला करने जैसे मुद्दे भी बैठक में रखे गए.
बैठक में अधिकारियों की सारी जिम्मेदारियां आम कर्मचारियों पर डालने का विरोध किया गया जबकि उच्च शिक्षा हासिल कर चुके उन कर्मचारियों जो बिलो स्टेटस पर काम कर रहे हैं की प्रमोशन करने तथा क्लर्क तथा मीटर रीडर की पदोन्नति में अनक्वालिफाइड कोटा बढ़ाने की मांग भी रखी गई. इस पर प्रबंधन ने सकारात्मक तौर पर विचार कर पूरा करने का आश्वासन दिया।