नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के नाम अपने संबोधन में आज से अगले 21 दिन तक पूरे देश में पूर्णतया लॉक डाउन की घोषणा की। उन्होंने साफ कर दिया कि आज रात 12:00 बजे से पूरे देश में एक तरह का कर्फ्यू लागू रहेगा और घर से निकलने पर पूर्ण पाबंदी रहेगी। उन्होंने कहा कि कोरोना से लड़ाई में लोक डाउन जरूरी है।
उन्होंने देशवासियों से हाथ जोड़ कर अपील की कि 21 दिन तक घर से बाहर निकलना भूल जाइए। बस एक ही काम करिए केवल घर में बने रहे। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस बहुत तेजी से फैलता है और जब यह फैलना शुरु करता है तो इसे रोकना बेहद मुश्किल है। चीन, इटली, फ्रांस, जर्मनी, ईरान और अमेरिका सभी देश बुरी तरह ग्रस्त हो चुके हैं । उनके सामने आज अपनी जनता को बचाने की एक बड़ी चुनौती है ।
उन्होंने कहा कि इटली हो या अमेरिका इन देशों की स्वास्थ्य सेवा या हॉस्पिटल पूरी दुनिया में बेहतरीन है। उनकी व्यवस्थाएं बेहतरीन मानी जाती हैं बावजूद इसके यह देश कोरोना से लड़ने में मुश्किल में हैं। पहले 1 लाख लोग 67 दिनों में संक्रमित हुए फिर 2 लाख लोग 11 दिनों में ही संक्रमण के शिकार हो गए।
उन्होंने कहा कि उन देशों से कोरोना से लड़ने का सूत्र मिला जिन्होंने कुछ हद तक इसे नियंत्रित करने में सफलता पाई है। उन देशों ने सरकारी आदेशों का पूर्ण पालन किया और वे इससे बाहर निकले। उन्होंने कोरोना का अर्थ समझाते हुए कहा कि कोई भी रोड पर ना जाए। उन्होंने बारंबार अपने संबोधन में कहा कि हमें घर से बाहर नहीं निकलना है चाहे जो हो जाए, चाहे जो हो जाए ।
उन्होंने कहा कि सोशल डिस्टेंसिंग ही इस बीमारी से बचने का एकमात्र उपाय है। प्रधानमंत्री से लेकर एक सामान्य नागरिक तक के लिए यही एक उपाय है। उन्होंने कहा कि आज से आप सभी के घरों के बाहर एक लक्ष्मण रेखा खींच दी गई है और हम उम्मीद करते हैं कि आप में से कोई भी लक्ष्मण रेखा को पार नहीं करेंगे।
उन्होंने कहा कि 3 लाख लोग इस बीमारी से केवल 4 दिनों में संक्रमित हुए । इससे इस बीमारी की भयावहता और इसके संक्रमण के फैलने की गति को समझा जा सकता है। अगर हमने थोड़ी भी गलती की तो इसका कितना बड़ा खामियाजा देश को भुगतना पड़ेगा। इसका अंदाजा लगाना भी मुश्किल है। इसलिए हमें कदम कदम पर संयम बरतने की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि हम सबको याद रखना है कि जान है तो जहान है। उन्होंने कहा कि जब तक देश लॉक डाउन की स्थिति है हमें अपना संकल्प निभाना है ,अपना वचन निभाना है ।
उन्होंने कहा कि आप सभी से मेरी हाथ जोड़कर प्रार्थना है कि गांव में रहते हुए आप उन लोगों के बारे में सोचिए उनके लिए मंगल कामना करिए जो अपना कर्तव्य निभाने के लिए खुद को खतरे में डालकर काम कर रहे हैं । डॉक्टर नर्सेस पैरामेडिकल स्टाफ पैथोलॉजी सभी के बारे में हमें सोचना चाहिए यह सभी इस महामारी से एक-एक जीवन को बचाने के लिए में काम कर रहे हैं। अस्पताल प्रशासन के लोग, एंबुलेंस ड्राइवर, मीडिया कर्मी, सफाई कर्मचारी इन कठिन परिस्थितियों में दूसरों की सेवा कर रहे हैं । आप उन लोगों के लिए प्रार्थना करिए जो सार्वजनिक स्थानों को सैनिटाइज करने के काम में जुटे हुए हैं।
उन्होंने कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए 15 हजार करोड़ के आर्थिक पैकेज की घोषणा की।