ग्यारहवीं कक्षा के आयुष और असमी नेगी ने स्कूल के रचनात्मक इतिहास में जोड़ा नया अध्याय
नवोदित वैज्ञानिकों ने साइंस मॉडल, ” सोलेक 21 वीं सदी ए सी ” का किया था प्रदर्शन
गुरुग्राम के डीपीएस, सेक्टर 45 में सीबीएसई क्षेत्रीय विज्ञान प्रदर्शनी का किया गया था आयोजन
गुरुग्राम : विज्ञान हो या खेल, कला हो या फिर संगीत की दुनिया, लायंस पब्लिक स्कूल, सेक्टर 10 ए, गुरुग्राम के विद्यार्थियों का प्रदर्शन सदा सर्वोत्तम रहता है. सफलता के क्रम को आगे बढाते हुए स्कूल के ग्यारहवीं कक्षा के आयुष और असमी नेगी ने अपने स्कूल के रचनात्मक इतिहास में और नया अध्याय जोड़ दिया. इन उभरते नवोदित वैज्ञानिकों द्वारा बनाए गए साइंस मॉडल, ” सोलेक 21 वीं सदी ए सी ” को सीबीएसई राष्ट्रीय स्तर की विज्ञान प्रदर्शनी के लिए चुना गया है. इस उपलब्धि से स्कूल प्रबंधन और छात्र -छात्राओं में उत्साह का माहौल है.
गुरुग्राम के डीपीएस, सेक्टर 45 में सीबीएसई क्षेत्रीय विज्ञान प्रदर्शनी का आयोजन किया गया था. इसमें सभी क्षेत्रों के 240 प्रमुख स्कूलों ने भाग लिया था. प्रदर्शनी में वर्तमान व भविष्य की आवश्यकताओं को दर्शाते हुए विज्ञान के सैकड़ों मॉडल्स रखे गए थे. इनमें लायंस पब्लिक स्कूल, सेक्टर 10 ए, गुरुग्राम के विद्यार्थियों द्वारा तैयार मॉडल्स प्रदर्शित किये गए थे. ग्यारहवीं कक्षा के विद्यार्थी आयुष और असमी नेगी ने ” सोलेक 21 वीं सदी ए सी ” का प्रदर्शन किया और इसकी प्रासंगिकता को बेहतरीन तरीके से लोगों के समक्ष रेखांकित किया. सीबीएसई की ओर से आयोजित इस क्षेत्रीय प्रदर्शनी में 24 स्कूलों के मॉडल्स का सीबीएसई राष्ट्रीय स्तर की विज्ञान प्रदर्शनी के लिए चयन किया गया। इनमें लायंस पब्लिक स्कूल ने बाजी मारी.
इस विद्यार्थियों की इस उपलब्धि पर लायंस पब्लिक स्कूल, सेक्टर 10 ए, गुरुग्राम के चेयरमैन लायन विजय बुद्धिराजा ने बच्चों को बधाई दी और उनके भविष्य में सफलता की कामना की. उन्होंने कहा कि देश के प्रदाहन मंत्री नरेंद्र मोदी का देश में विज्ञान के क्षेत्र में रिसर्च पर सर्वाधिक फोकस है. बच्चों को प्रोत्साहित करने के लिए कई योजनायें भी चलाई गईं हैं. लायंस पब्लिक स्कूल के शिक्षकों का अपने बच्चों को विज्ञान की व्यावहारिकता के मद्देनजर रिसर्च की ओर प्रोत्साहित किया जाता है.
विद्यालय के प्रबंधक राजीव कुमार ने बच्चों को देश में सामान्य व्यक्ति की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए विज्ञान में आविष्कार के लिए प्रोत्साहित किया. उन्होंने कहा कि आज हमें ऐसी तकनीक की आवश्यकता है जो पर्यावरण के अनुकूल हो इसलिए हमें बच्चों को भी ईसिस दिशा में कल्पना करने और उस पर खोज करने को प्रेरित करने की जरूरत है. उनहोंने बच्चों को भविष्य में सफलता हासिल करने के लिए अपनी शुभकामनाएं दीं।
स्कूल की प्रिंसिपल डॉ नीलिमा प्रकाश ने बच्चों विज्ञान के क्षेत्र की संभावनाओं के बारे में बताया और आगे बढ़ने को प्रेरित किया. उन्होंने कहा कि विज्ञान कड़ी मेहनत और समर्पण चाहता है तभी आप दुनिया को कुछ दे सकते हैं. उन्होंने कहा कि स्कुल के शिक्षक इस दिशा में छात्र- छात्राओं की पूरी मदद करेंगे.