वरिष्ठ अधिकारियों की टीम के साथ सुरक्षा सहित सभी आवश्यक पहलुओं की समीक्षा की
नितिन गडकरी 27 नवम्बर को करेंगे सम्मलेन का उद्घाटन
गडकरी सहित चार केन्द्रीय मंत्री और एक दर्जन वरिष्ठ अधिकारी करेंगे सम्मलेन में शिरकत
15 देशों के विशेषज्ञ 120 से अधिक तकनीकी शोध पत्र प्रस्तुत करेंगे
सम्मेलन का आयोजन 27 नवंबर से 29 नवंबर तक होगा
मानेसर बनेगा देश के सबसे बड़े मोटर वाहन प्रौद्योगिकी सम्मलेन का साक्षी
सुभाष चौधरी/thepublicworld.com
नई दिल्ली : केन्द्रीय भारी उद्योग मंत्रालय के अधीन स्थापित इंटरनेशनल सेंटर ऑफ़ ऑटोमोटिव टेक्नोलॉजी (आइकेट) ICAT , की ओर से आयोजित होने वाले इंटरनेशनल “NuGen Mobility Summit-2019” की तैयारी पूरी हो चुकी है. हरियाणा के जिला गुरुग्राम का प्रतिष्ठित इंडस्ट्रियल हब मानेसर इस बार देश के अब तक के सबसे बड़े मोटर वाहन प्रौद्योगिकी सम्मलेन का साक्षी बनने जा रहा है. सम्मलेन की व्यवस्था को चुस्त दुरुस्त बनाये रखने के लिए इसकी मोनिटरिंग (आइकेट) ICAT के निदेशक, दिनेश त्यागी स्वयं कर रहे हैं. उन्होंने तैयारी का जायजा लेने के लिए आज सम्मलेन स्थल का दौरा किया और वरिष्ठ अधिकारियों की टीम के साथ आवश्यक पहलुओं की समीक्षा की. उन्होंने प्रोग्राम मेनेजिंग कमेटी में अलग अलग जिम्मेदारी निभा रहे अधिकारियों को किसी भी प्रकार की कोताही न बरतने ही हिदायत दी क्योंकि 27 नवम्बर से शुरू होने वाले इस सम्मेलन में चार केन्द्रीय मंत्री व राज्य स्तर के मंत्री और देश विदेश के 2500 डेलिगेट्स भी खास तौर से शिरकत करेंगे. सुरक्षा के लिहाज से भी आज सम्मलेन स्थल की गहन जांच पड़ताल की गयी.
यह जानकारी इंटरनेशनल सेंटर फॉर ऑटोमोटिव टेक्नोलॉजी (ICAT) के निदेशक दिनेश त्यागी ने दी। उन्होंने बताया कि इंटरनेशनल “NuGen Mobility Summit-2019” की तैयारी पूरी कर ली गयी है. सुरक्षा सहित सभी व्यवस्था अंतर्राष्ट्रीय स्तर की की गयी है. इस सम्मलेन के महत्व का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि इसकी बुनियाद एक वर्ष पूर्व ही राखी गयी थी. इसलिए यह सम्मलेन जनहित व औद्योगिक विकास के दृष्टिकोण से बेहद महत्व का है जो ऑटोमोटिव क्षेत्र पर अमिट छोड़ेगा. इसके आयोजन को लेकर आइकेट की पूरी टीम बेहद उत्साहित है.
उनके अनुसार सम्मेलन का उद्घाटन केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री और शिपिंग नितिन जयराम गडकरी और केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर अतिथि के रूप में करेंगे। दूसरे दिन सम्मेलन में मुख्य अतिथि केंद्रीय भारी उद्योग और सार्वजनिक उद्यम, पर्यावरण, वन और सूचना प्रसारण मंत्री प्रकाश केशव जावड़ेकर होंगे। कार्यक्रम का समापन केंद्रीय भारी उद्योग राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल की उपस्थिति में होगा, साथ ही संबंधित मंत्रालयों के सचिव और निदेशक के स्तर के दर्जनों वरिष्ठ अधिकारी और विशेषज्ञ भी चर्चा में भाग लेंगे। यह सम्मेलन 27 नवंबर से 29 नवंबर, 2019 तक आयोजित किया जाएगा जिसमें भारत सहित 15 देशों के मोटर वाहन प्रौद्योगिकी विशेषज्ञ 120 से अधिक तकनीकी शोध पत्र प्रस्तुत करेंगे।
उन्होंने कहा कि NuGen मोबिलिटी समिट 2019 ICAT द्वारा आयोजित सम्मेलन की एक श्रृंखला में पहली होगी, और इसकी घोषणा लगभग एक साल पहले की गई थी। श्री त्यागी ने कहा कि इसका लाभ देश और दुनिया में लगभग 125 वर्षों से चल रहे आईसी इंजन के लिए उपयुक्त विकल्प खोजने में मिलेगा। उन्होंने कहा कि हमारा सबसे अधिक ध्यान वैश्विक आवश्यकताओं के अनुसार नए तकनीकी समाधान विकसित करने पर है। ICAT में हमारे इंजीनियर इस दिशा में शोध कर रहे हैं।
पारंपरिक आईसी इंजनों पर इलेक्ट्रिक इंजन की पसंद का उल्लेख करते हुए, उन्होंने कहा कि इसे प्राप्त करने के लिए कई चुनौतियां हैं, लेकिन आईसीएटी में, इंजीनियर अपनी जिम्मेदारियों को समझते हैं और उस दिशा में गंभीरता से काम कर रहे हैं, श्री त्यागी ने बताया कि आईसीएटी की स्थापना की गई है भारत सरकार द्वारा देश में अनुसंधान और विकास के साथ-साथ डिजाइन और विकास को प्रोत्साहित करने के लिए लगभग 1200 करोड़ रुपये के निवेश के साथ। श्री दिनेश त्यागी ने कहा कि आज इको-फ्रेंडली और ऊर्जा की बचत करने वाली तकनीक की बड़ी मांग है, जिसके लिए बड़े पैमाने पर शोध किया जा रहा है।
यह ध्यान में रखते हुए कि न्यू जनरेशन मोबिलिटी ग्रीन, सुरक्षित और सस्ती होगी, इस इवेंट का विषय नई पीढ़ी के विषयों जैसे ई-मोबिलिटी, हाइड्रोजन मोबिलिटी, कनेक्टेड व्हीकल, ITS आदि के आसपास सेटअप किया गया है। वाहन और कलपुर्जे बनाने वाली 200 से अधिक कंपनियाँ होंगी। अपने उत्पादों को प्रदर्शनी में प्रदर्शित करें। सम्मेलन लाइव परीक्षण प्रदर्शनों, प्रशिक्षण सत्रों, पैनल चर्चा और परीक्षण ट्रैक प्रदर्शनों की मेजबानी भी करेगा।
श्री दिनेश त्यागी ने बताया कि प्रमुख अंतरराष्ट्रीय वैज्ञानिक और अनुसंधान संगठनों और अमेरिका, यूरोप, जापान और अन्य एशियाई देशों की प्रयोगशालाओं में काम करने वाले विशेषज्ञ भी इस शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे और स्मार्ट और ग्रीन प्रौद्योगिकियों के विकास से संबंधित अपने अनुभव और ज्ञान साझा करेंगे। विशेषज्ञ इस उद्योग के सामने आने वाली चुनौतियों पर भी चर्चा करेंगे। उन्होंने कहा कि शिखर सम्मेलन का उद्देश्य मूल उपकरण निर्माताओं (ओईएम), पेशेवरों, शोधकर्ताओं, शैक्षणिक विशेषज्ञों, वाहन प्रणाली आपूर्तिकर्ताओं, परीक्षण उपकरण आपूर्तिकर्ताओं, गुणवत्ता प्रबंधकों, उत्पाद योजनाकारों, उपकरण डेवलपर्स और SAE सदस्यों की जरूरतों को पूरा करना था। ऑटोमोटिव सेक्टर। इसके साथ ही, दुनिया भर के छात्रों को भी एकजुट होना होगा।
इस सम्मेलन के दौरान, भविष्य की वाहन प्रौद्योगिकियाँ जैसे जुड़ी हुई गतिशीलता, स्वायत्त वाहन, इलेक्ट्रिक मोबिलिटी, वैकल्पिक ईंधन, बुद्धिमान परिवहन प्रणाली, हाइड्रोजन ईंधन सेल, हाइड्रोजन आईसी इंजन, वाहन की गतिशीलता, उन्नत सामग्री और लाइटनिंग और री-साइकल फ़ाइनल से जुड़ी प्रयोगशालाएँ भी होंगी। दिखाया गया।
श्री त्यागी ने बताया कि एक अंतरराष्ट्रीय स्तर का बुनियादी ढाँचा 11000 से अधिक प्रदर्शनी क्षेत्र और 850 सीटों के साथ एक आधुनिक सभागार और एक उत्कृष्ट बैंक्वेट हॉल का उपयोग किया गया है, जिसका उपयोग विभिन्न सम्मेलनों के लिए दिल्ली एनसीआर में और आसपास के उद्योग द्वारा किया जा सकता है।