नई दिल्ली : नेशनल डिफेंस कॉलेज (एनडीसी) के 59वें पाठ्यक्रम के शिक्षकों और सदस्यों ने राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात की। इस अवसर पर राष्ट्रपति ने कहा कि किसी राष्ट्र की सफलता इस बात पर निर्भर है कि वह कितने कारगर तरीके से अपने उपलब्ध संसाधनों का दोहन करता है। इनमें मानव संसाधन अग्रणी है। एनडीसी को राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए मानव संसाधन के विकास का कार्य सौंपा गया है। यह सशस्त्र बलों और सिविल सेवाओं के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ-साथ मित्र देशों को भी जानकारी देता है, ताकि वे राष्ट्रीय उद्देश्यों एवं लक्ष्यों से संबंधित नीतिगत निर्णय के बारे में अच्छी खासी जानकारी प्राप्त कर सकें।
राष्ट्रपति ने कहा कि सैन्य मामलों में परिवर्तन एवं वैश्वीकरण के दौर में सशस्त्र बलों की भूमिका पारम्परिक सैन्य मामलों से काफी आगे बढ़ गई है। यह स्पष्ट है कि जटिल रक्षा एवं सुरक्षा के वातावरण में भविष्य के विवादों के लिए एक अधिक समन्वित बहु-राष्ट्रीय और बहु-एजेंसी पहुंच की जरूरत होगी। इसलिए एनडीसी पाठ्यक्रम सैन्य एवं सिविल सेवा अधिकारियों को तैयार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, क्योंकि यह उन्हें व्यापक रूप से जटिल सुरक्षा माहौल से निपटने में रणनीतिक तौर पर अग्रणी स्थान प्रदान करता है।