गुरुग्राम। राहगीरी कार्यक्रम मनोरंजन के साथ-साथ लोगों में सकारात्मक सोच विकसित करने का भी मंच है। जिला व पुलिस प्रशासन एक अच्छी थीम के साथ अधिक से अधिक लोगों की भागीदारी सुनिश्चित कर इस कार्यक्रम का आयोजन करे तो निश्चित रूप से इसका फायदा बड़े स्तर पर लोगों को मिलेगा।
मुख्यमंत्री के विशेष अधिकारी एवं एडीजीपी ओपी सिंह ने राहगीरी कार्यक्रम के आयोजन के लिए संबंधित विभागों के अधिकारियों की वीडियो कांफ्रेंंिसग के माध्यम से बैठक की और उन्हें आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि व राहगीरी कार्यक्रम को हर बार नया रूप देने का प्रयास किया जाए। शारीरिक गतिविधियों के साथ-साथ सामाजिक बुराइयों के प्रति जागरुकता लाने जैसे कार्यक्रम भी इसमें शामिल किए जाएं। जिला में नई प्रतिभाओं को आगे आने के अवसर प्रदान किए जाएं, ताकि राहगीरी मंच के माध्यम से उनकी प्रतिभा में और निखार आए। इस कार्यक्रम के आयोजन से समुदाय निर्माण संभव होगा।
उन्होंने कहा कि राहगीरी कार्यक्रम में राहगीरी एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम है जिसके माध्यम से लोगों को आपस में मिलने-जुलने के लिए एक प्लैटफार्म मिलता है तथा समाज में सहयोग की भावना विकसित होती है, जिससे सामाजिक ताने-बाने को और अधिक मजबूत बनता है।यह केवल बड़ों के लिए ही नही बल्कि बच्चों के लिए भी काफी महत्व रखती है। यह लोगों को स्ट्रैसफ्री लाइफ देने के साथ साथ उन्हें शारीरिक तौर पर तंदरूस्त रहने के लिए भी प्रेरित करता है। उन्होंने कहा कि आम जनता को राहगीरी कार्यक्रम से जोड़ने के लिए अधिकारी व कर्मचारी आपस में अच्छा तालमेल बनाते हुए काम करें।
उन्होंने वीडियो कान्फ्रेंसिंग में अधिकारियों को राहगीरी कार्यक्रम के लिए थीम के भी सुझाव दिए। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम को जन कार्यक्रम बनाया जाए, तथा इसके आयोजन के फोटो और वीडियो आदि सोशल मीडिया पर शेयर किए जाएं, ताकि अन्य लोग भी इसमें भागीदारी के लिए प्रेरित हो सकें। उन्होंने कहा कि राहगीरी कार्यक्रमों की एक्टिविटी का कलेण्डर बना लें और उसके अनुरूप कार्यवाही करें। उन्होंने कहा कि राहगीरी कार्यक्रम में योग क्रियाएं, स्पोट्र्स, रेसलिंग, सांस्कृतिक कार्यक्रमों आदि सहित विभिन्न सैक्शन बनाए जाएं, जहां लोग अपनी रूचि के अनुरूप मनोरंजन कर पाएं।
विडियों कान्फ्रेंस मेंएसीपी उषा कुंडु ने बताया कि गुरूग्राम में इस बार की राहगीरी के लिए खास तैयारी की जाएगी। श्रीमति कुंडु ने कहा कि गुरूग्राम जिला जल्द ही राहगीरी को लेकर प्रदेश के अन्य जिलों के लिए उदाहरण बनेगा। उन्होंने बताया कि इस वर्ष अप्रैल से अब तक कुल 18 राहगीरी कार्यक्रमों का आयोजन किया गया है, जिनमें करीब 45900 लोगों ने भाग लिया है। विडियो कांफ्रेंसिंग में एसीपी हैडक्वार्टर उषा कुुंडु, जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी नरेन्द्र सारवन, उप जिला शिक्षा अधिकारी संगीता सहित कई अधिकारीगण उपस्थित थे।