दीपोत्सव पर बोले योगी आदित्य नाथ : सनातन धर्मावलम्बी के लिए अयोध्या सबसे महत्वपूर्ण तीर्थ स्थान अयोध्या। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने कहा कि अयोध्या में विकास की योजनाओं को एक नई कृति के साथ आगे बढ़ाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बीच के कालखंड में माता सरयू भी अयोध्या से दूरी बनाए रखे हुई थीं लेकिन इस बार यहां के लोगों को सरयू मइया का आशीर्वाद प्राप्त होने लगा है।
मुख्यमंत्री नाथ आज अयोध्या में सरयू किनारे आयोजित दीपोत्सव के उपलक्ष्य में उपस्थित जनसमुदाय को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर उन्होंने बल देते हुए कहा कि दुनिया के हर सनातन धर्मावलम्बी के लिए अयोध्या की पहचान उसी रूप में है, जैसे अन्य मतावलम्बियों के लिए अपने-अपने पवित्र स्थलों की पहचान है। दीपोत्सव का कार्यक्रम अपने पवित्र स्थल और उनकी मर्यादा की रक्षा के लिए किए जा रहे प्रयासों का हिस्सा है।
उनका कहना था कि यह भव्य और दिव्य दीपोत्सव, तमस को दूर करने वाला तथा समाज के सभी वर्गों को प्रभु श्रीराम जी के आदर्शों से एकात्म स्थापित करने वाला है।उन्होंने कहा कि मैं आव्हान करता हूं कि इसमें शामिल होकर सामाजिक समरसता के प्रतीक, समाज और परिवार के लिए आदर्श मर्यादा पुरुषोत्तम से एकाकार हों।योगी आदित्य नाथ ने याद दिलाया कि प्रभु श्रीराम सबके हैं। निषादराज, शबरी, गिद्धराज जटायु से लेकर गिरिजनों तक,इसीलिए वे मर्यादा पुरुषोत्तम हैं। प्रभु श्रीराम उत्तर में हिमाच्छादित हिमालय से लेकर दक्षिण के समुद्र तट तक और पूर्व में ब्रह्मपुत्र घाटी से लेकर राजस्थान के थार मरूस्थल तक सर्वमान्य हैं।
मुख्यमंत्री आदित्य नाथ ने कहा कि हमने कभी किसी को परेशान नहीं किया लेकिन किसी ने हमारे शस्त्र या स्वाभिमान को ललकारने का प्रयास किया, तो उसके मांद में घुसकर मुंह तोड़ जवाब देने का कार्य आज भारत का नेतृत्व कर रहा है। इससे ज्यादा गर्व की बात क्या हो सकती है?
यूपी सीएम ने कहा कि आज हर भारतवासी पीएम नरेंद्र मोदी के यशस्वी नेतृत्व पर अभिभूत है, जिन्होंने भारत की सांस्कृतिक परम्परा को विश्व पटल पर फिर से पूरी मजबूती के साथ स्थापित करने में सफलता प्राप्त की है। वसुधैव कुटुंबकम् के भाव को हमने अंगीकार किया है।
भगवान श्रीराम के वनवास से अयोध्या लौटने का दृश्य शायद ऐसा ही होगा, इस बात का उल्लेख धार्मिक ग्रंथों में है! वह दृश्य भी शायद इतना ही खूबसूरत और भव्य रहा होगा। आज भगवान श्रीराम की नगरी अयोध्या को 5,51,000 दीपों से रोशन कर सजाया गया है।
अयोध्या की धरती आज एक ऐतिहासिक क्षण की गवाह बनी। राम की पैड़ी पर 4 लाख 10 हजार और 11 अन्य स्थलों पर 2 लाख से अधिक दीप प्रज्ज्वलित किए गए, जिसे गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज किया गया।