– शताब्दी वर्ष में राज्य स्तरीय समारोह के आयोजन की तैयारी
-सिरसा की अनाज मंडी में 4 अगस्त को होने वाले समारोह में गुरूग्राम से भारी संख्या में पहुंचेगी संगत
-समारोह को लेकर संगत में भारी उत्साह, गुरूग्राम से समारोह स्थल के लिए रवाना होगी 24 बसें
गुरूग्राम। गुरु नानक देव जी का 550वां प्रकाशोत्सव शताब्दी वर्ष मे राज्य स्तरीय समारोह 4 अगस्त को सिरसा अनाज मंडी में भव्य व शानदार तरीके से आयोजित किया जायेगा। इस भव्य समारोह में भाग लेने के लिए गुरूग्राम जिला से 24 बसों में संगत सिरसा जाएगी।
इस बारे में जानकारी देते हुए सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि 4 अगस्त को गुरू नानक देव जी का 550वां प्रकाश उत्सव वर्ष मनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस समारोह में प्रदेश भर के कोने-कोने से श्रद्धालु तथा संगत शामिल होंगे।
इस समारोह में भारी संख्या में लोग भाग लेंगे। कार्यक्रम में भाग लेने के लिए सरकार द्वारा निमंत्रण पत्र भी भेजे गए हैं ताकि वे अधिक से अधिक संख्या में सिरसा पहंुचे। कार्यक्रम के निमंत्रण को लेकर सिक्ख संगतों के प्रतिनिधियों से बातचीत कर उन्हें निमंत्रण देने का काम भी किया गया ताकि कार्यक्रम का सफलतापूर्वक आयोजन हो सके।
इसके साथ-साथ गुरूद्वारा साहिब और मंदिरों में होने वाले सुबह व शाम के पाठ व पूजा-अर्चना के दौरान सिरसा में आयोजित होने वाले कार्यक्रम की जानकारी भी दी गई है। समारोह स्थल पर जाने वाले वाहनों के लिए जिला प्रशासन की ओर से विशेष प्रबंध किए गए हैं। इन वाहनों पर स्टीकर लगे होंगे ।इसके साथ-साथ धार्मिक संस्थाओं से भी बातचीत कर व्यवस्था बनाई गई है। गुरूग्राम जिला से भारी संख्या में लोग पहुंचकर समारोह की शोभा बढ़ायेंगे। नोडल अधिकारी एवं अतिरिक्त उपायुक्त मोहम्मद इमरान रजा ने बताया कि समारोह में जाने के लिए बसों की व्यवस्था प्रशासन द्वारा की गई है ।
सिरसा में आयोजित हो रहे गुरूनानक देव जी के 550वें प्रकाशोत्सव वर्ष के राज्य स्तरीय समारोह में केवल सिक्ख धर्म के लोग ही नही बल्कि सभी जातियों व वर्गों के लोग हिस्सा लेंगे क्योंकि गुरूनानक देव जी ने समूची मानवता के कल्याण के लिए कार्य किया और वे किसी जाति या धर्म से बंधे हुए नही थे। गुरुद्वारा सिंह सभा के अध्यक्ष सरदार संतोख सिंह साहनी ने कहा कि गुरूद्वारे मे भी किसी के साथ भेदभाव नही होता, चाहे कोई किसी भी जाति या धर्म का हो वह गुरूद्वारे में जाकर लंगर छक सकता है। गुरूद्वारे के द्वार सबके लिए खुले हैं।