धर्मेन्द्र यादव
फरीदाबाद : देश में बंद किए पांच सौ और एक हजार के नोटों को बदलवाने और पुराने और उन्हे जमा कराने के लिए आज बैंक तो खुले, लेकिन बैंकों में पैसे जमा कराने में लोगों के पसीने छूट गए। घंटो भूखे-प्यासे अपनी ही करंसी को बदलवाने के लिए लोगों को लम्बी लाइन में लगना पड़ा। आई डी और बैंक को भरकर देने वाले प्रोफार्मा में थोडी सी चूक ने लोगों का पूरा दिन ही खराब कर दिया। एक बार लम्बी लाइन में लगने के बाद उन्हे फिर से लाइन का सामना करना पड़ा। आम लोगों का कहना है कि उन्हे इसके चलते काफी परेशानी हो रही है।
आज सुबह तडक़े से ही लोगों ने अपने पुराने पांच सौ और एक हजार के नोट बदलवाने के लिए लाइन लगा ली। बैंकों पर भारी भीड को देखते हुए पुलिस बल भी मौके पर तैनात रहा। पहले सरकार की ओर से यह कहा गया था कि कोई भी आईडी लेकर चार हजार रूपए तक पुराने बड़े नोट किसी भी बैंक में बदलवा सकते है।
लेकिन बाद में बैंक की ओर से एक प्रोफार्मा भरकर देने और आई डी फोटो कापी के अलावा ओरेजनल आईडी भी जरूरी कर दी। जिससे लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। अपने काम धंधे छोडकर लोग केवल पुराने नोट बदलवाने और जमा कराने के लिए ही बैंकों की लम्बी लाइन में लगे रहे। लोगों का कहना है कि उन्हे इससे काफी परेशानी आ रही है। वे भूखे प्यासे कई घंटे से लाइन में लगे है। जबकि कुछ युवक नए नोट मिलने से खुश नजर आए।