-अटल बिहारी वाजपेयी ,जयप्रकाश नारायण , वर्तमान में हरियाणा के शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा सहित देश के गणमान्य नेताओं को जेलों में बंद कर दिया गया था।
-भाजपा सरकार के काम करने का आधार प्रदेश की आवश्यकताएं और दूरदर्शी सोच है, ना कि राजनीतिक भेदभाव या द्वेष
भिवानी । आपातकाल के 44 साल पूरे होने का जिक्र करते हुए करते हुए प्रैस के नाम जारी एक ब्यान में भाजपा नेता रीतिक वधवा ने कहा, 25 जून, 1975 की वो काली रात थी जो कई भी लोकतंत्र प्रेमी भुला नहीं सकता है। कोई भारतवासी भुला नहीं सकता। देश को जेलखाने में बदल दिया गया था। विरोधी स्वर को दबोच दिया गया था। अटल बिहारी वाजपेयी , जयप्रकाश नारायण , वर्तमान में हरियाणा के शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा सहित देश के गणमान्य नेताओं को जेलों में बंद कर दिया गया था। न्याय व्यवस्था भी आपाताकाल के उस भयावह रूप की छाया से बच नहीं पाई थी। अखबारों को तो पूरी तरह बेकार कर दिया गया था। यही कारण था की देश की जनता कांग्रेस की इस आपातकाल की नीति के खिलाफ थी और उसके बाद हुए चुनाओं में पूरे देश से कांग्रेस पार्टी का सफाया हो गया था। वधवा ने कहा कि भाजपा सरकार के काम करने का आधार प्रदेश की आवश्यकताएं और दूरदर्शी सोच है!जिसकी हर ओर सराहना हो रही है।