सुभाष चौधरी
नई दिल्ली। 17वीं लोकसभा के पहले दिन प्रोटेम स्पीकर रवींद्र कुमार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित सदन के नव-निर्वाचित सदस्यों को सांसद पद की शपथ दिलाई लेकिन सदन में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी नजर नहीं आए। जाहिर है इस पर राजनीति भी शुरू हो गयी। सदन से राहुल के अनुपस्थित रहने पर भाजपा ने सवाल उठाए हैं जबकि कांग्रेस कीओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
भाजपा के आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने कहा कि लोकसभा के सत्र के पहले दिन राहुल गांधी सदन में कहीं दिखाई नहीं दिए। राहुल के सदन से नदारद रहने पर मालवीय ने पूछा कि भारतीय लोकतंत्र के प्रति क्या उनका यही सम्मान है। उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष पर सीधा हमला बोलते हुए संसद के प्रति उनकी जिम्मेदारी और गम्भीरता पर सवाल खड़ा किया है। भजपा की ओर से विना देरी के उन्हें कठघडे में खड़ा करने की कोशिश की गई।
अमित मालवीय की इस ट्वीट पर लोगों ने प्रतिक्रिया भी दी है। कुछ ने उन्हें रॉयल फेमिली का सदस्य बता कर चुटकी ली है तो एक व्यक्ति ने राहुल गांधी के गर्मी छुट्टी में नानी घर जाने का कटाक्ष किया है। मालवीय के इस ट्वीट को अब तक एक हजार लोगों ने रिट्वीट किया है जबकि 38 सौ से अधिक लोग इसे लाइक कर चुके हैं।
गौरतलब है कि 17वीं लोकसभा का सत्र सोमवार से शुरू हुआ। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने रवींद्र कुमार को प्रोटेम स्पीकर के रूप में शपथ दिलाई। इसके बाद रवींद्र कुमार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और नवनिर्वाचित सदस्यों को लोकसभा सांसद पद की शपथ दिलाई लेकिन कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गाँधी संसद में नहीं दिखे। 17 वीं लोकसभा का पहला सत्र और पहला दिन अपने आप में सभी नैई और पुराने सांसदों के लिए महत्वपूर्ण और ऐतिहासिक होता है।
इस दिन सभी सदस्य आकश्मिक परिस्थिति को छोड़ कर किसी भी परिस्थिति में सदन में उपस्थित रहने की कोशिश करते हैं। लेकिन आज के दिन ही राहुल गांधी का अनुपस्थित रहना संसद के प्रति उनकी बेरुखी को दर्शाता है जिसका राजनीतिक संदेश देश में ठीक नहीं जाएगा। हालांकि भाजपा की ओर से उठाए गए सवाल पर कांग्रेस पार्टी की ओर से अभी न तो कोई प्रतिक्रिया आई है और न ही उनके अनुपस्थित रहने के कारण की जानकारी ही सार्वजनिक नहीं कि गयी है।