नई दिल्ली । पश्चिम बंगाल में डॉक्टरों के खिलाफ हुए हिंसा को लेकर एम्स के रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (आरडीए) भी हड़ताल पर चले गए है जिससे मरीजों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। महाराष्ट्र एसोसिएशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स (एमएआरडी) ने भी आज हड़ताल बुलाया है। महाराष्ट्र , आंध्रप्रदेश , कर्नाटक, तेलंगाना, दिल्ली, यूपी, चंडीगढ़ सहित 12 राज्यों के डॉक्टरों ने आज काम काज बंद रखा ।
आधिकारिक बयान में कहा गया है कि हम आज सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे तक अपनी ओपीडी, वार्ड और शैक्षणिक सेवाओं को बंद दिया गया है हालांकि आपातकालीन सेवाओं में बाधा नहीं आएगी। निजाम इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज के डॉक्टरों ने भी इस घटना के खिलाफ विरोध मार्च निकाला है। इसके अलावा देश के अन्य हिस्सों में भी इस घटना को लेकर डॉक्टरों का प्रदर्शन जारी है।
ममता से नाराज कोलकाता के 80 डॉक्टरों ने दिया सामूहिक इस्तीफा :
दूसरीं तरफ पश्चिम बंगाल में हड़ताल पर बैठे डॉक्टरों में से 80 ने बड़ा कदम उठाते हुए इस्तीफा दे दिया है। कोलकाता के एनआरएस मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में दो जूनियर डॉक्टरों पर हमला होने और उनके गंभीर रूप से घायल होने के बाद पश्चिम बंगाल में जूनियर डॉक्टर मंगलवार से हड़ताल पर हैं।
मिली जानकारी के अनुसार डॉक्टर, राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बयान से नाराज हैं। डॉक्टरों की मांग है कि ममता बनर्जी अपने बयान के लिए माफी मांगे। इस्तीफा देने वाले डॉक्टरों में कोलकाता के आरजीआर मेडिकल कॉलेज से संबद्ध हैं।
वहीं दूसरी तरफ एनआरएस कॉलेज में डॉक्टरों से मारपीट के मामले में प्रोफेसर शैबाल कुमार मुखर्जी ने कॉलेज के प्रिंसिपल और सौरभ चटोपाध्याय ने वाइस प्रिंसिपल के पद से इस्तीफा दे दिया। मेडिकल कॉलेज में बाद हुए हालातों पर दुख जताते हुए कॉलेज के प्रिंसिपल प्रोफेसर शैबाल कुमार मुखर्जी ने अपने पद से गुरुवार शाम को इस्तीफा दे दिया। इसके बाद कॉलेज वाइस प्रिंसिपल और सौरभ चटोपाध्याय ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया।
हेलमेट पहन कर ड्यूटी की :
दिल्ली सहित कई शहरों के अस्पतालों में डॉक्टरों ने विरोधस्वरूप हेलमेट पहन कर लोगों का इलाज किया।
इससे पहले इस घटना की निंदा करते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने बृहस्पतिवार को मरीजों और उनके तीमारदारों से संयम बरतने का अनुरोध किया और कहा कि वह सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों के समक्ष डॉक्टरों की सुरक्षा का मुद्दा उठाऐंगे। वहीं ममता बनर्जी इस घटना को लेकर भाजपा पर राजनीति करने का आरोप लगाया है।
उन्होंने कहा कि मैं आश्वस्त करना चाहता हूं कि हमारी सरकार डॉक्टरों की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। डॉक्टर साथियों से मैं प्रतीकात्मक विरोध के साथ कर्तव्य के निर्वाहन करने की अपील करता हूं। डॉक्टर साथियों से कहना चाहता हूं कि एक डॉक्टर होने के नाते मैं उनकी परेशानियों से बखूबी वाकिफ हूं।
कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने कहा कि कोलकाता से शुरु हुई डॉक्टरों की हड़ताल देश भर में फैल रही है।
तमाम अस्पतालों में मरीजों का संकट तेजी से बढ़ रहा है।
इससे पहले कि मौत का तांडव शुरू हो सरकारें एक्शन मोड में आएं। यह वक्त राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप का नहीं है। इसे फिलहाल स्थगित करें।
भाजपा नेता व पश्चिम बंगाल प्रभारी कैलाश विजय वर्गीय ने ट्वीट में कहा है कि असुरक्षित डॉक्टर्स !!! उन्होंने कहा कि 16 डॉक्टर्स के इस्तीफों ने साबित कर दिया कि पश्चिम बंगाल में डॉक्टर्स कितने असुरक्षित और भयभीत हैं। बेहाल राज्य में कुछ भी तो सही नहीं! उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा है कि सुन रही हो ममता दीदी आपके राज के हाल?
जद यू नेता डॉ अजय आलोक ने अपने ट्वीट में डॉक्टरों का समर्थन करते हुए कहा है कि WB में एक Dr को 200 “रोहिंग्या “ पिटाई करते हैं तो ठीक लेकिन WB के Dr इसके विरोध में स्ट्राइक करे और समर्थन में पूरे देश के डॉक्टर आ जाए तो ग़लत ?? ये क्या हैं ? सारे दलो को सांप सूंघ गया !!एक Dr Harshvardhan के अलावा सब मौन हैं क्यों ? एक डॉक्टर और नागरिक के नाते मेरा समर्थन हैं