रेवाड़ी के ‘शहीद हरी सिंह’ के सर्वोच्च बलिदान को याद किया
रॉकफोर्ड स्कूल के ही छात्र दीपांशु पांडेय की रंगोली को प्रथम पुरस्कार
आशीष गुप्ता को द्वितीय जबकि तृतीय पुरस्कार पर साक्षी जांगड़ा का कब्ज़ा
गुरुग्राम : गुरुग्राम स्थित नेताजी सुभाष चंद्रबोस पार्क, सेक्टर -14 में गत 3 मार्च को पुष्प मेले का आयोजन किया गया। इस अवसर पर नृत्य , रंगोली एवं चित्रकला सहित विविध क्षेत्रों में प्रतिभा का प्रदर्शन करने के लिए विविध प्रतियोगिताएं आयोजित की गईं. साथ ही सांस्कृतिक कार्यक्रमों में स्कूली बच्चों ने शानदार प्रस्तुतियां दीं. इसमें रॉकफोर्ड स्कूल के काला अध्यापक अजय कुमार व उनके सहायक अध्यापकों एवं विद्यार्थियों ने रंगों में माध्यम से शहीदों को श्रद्धांजलि दी जो मेले में आने वाले दर्शंकों व विशिष्ट अतिथियों के लिए आकर्षण का विषय बना रहा.
पुष्प मेले में आयोजित रंगोली प्रतियोगिता में रॉकफोर्ड स्कूल के अध्यापक अजय कुमार व उनके सहायक अध्यापकों ने शहीदों को भावपूर्ण श्रद्धांजलि देने का शानदार प्रदर्शन किया. उन्होंने देश की रक्षा में जिला रेवाड़ी के ‘शहीद हरी सिंह’ के सर्वोच्च बलिदान को याद किया और रंगों के माध्यम से उनकी शहादत को नमन किया। उन्होंने रंगोली में अपनी स्व रचित पंक्तियों को भी उकेरा और रंगोली एवं शब्दों के संगम से लोगों का मन मोह लिया. उनकी रचना की इन पंक्तियों :-
“मैं मरा हूँ बेशक, जन्म फिर भी लेता रहूँगा, माँ भारती की खातिर, यूहीं कुर्बानी देता रहूँगा।
छलनी कर दो, तुम सीना, बेशक मेरा, ताव मूछों को देकर छाती चौडाता रहूंगा।।
ने वहाँ उपस्थित सभी लोगों के ह्रदय को गमगीन कर दिया। इन पंक्तियों को पढने वालों की की आँखें भी नम दिखाई दे रही थी।
एक तरफ शहादत को सलाम करने की सरहनीय कोशिश हुई तो दूसरी तरफ रॉकफोर्ड स्कूल की दूसरी शाखा “रॉकफोर्ड कान्वेंट स्कूल, कोरोना ओपटस, सेक्टर- 37 सी” के अध्यापकों ने भी समाज में महिलाओं की ज्वलंत समस्या को उजागर करने की कोशिश की. उन्होंने अपनी रंगोली का विषय सामजिक कुरीतियों को बनाया. यह संदेशपरक रंगोली भी मेले में आने वाले सभी लोगों के लिए विचारणीय तथ्य बना .
रोकफोर्ड स्कूल की दोनों ही शाखाओं की रंगोली को सराहा गया तथा प्रथम पुरूस्कार से सम्मानित भी किया गया। शहीद हरी सिंह की रंगोली को अध्यापक अजय ने केवल एक भावपूर्ण श्रद्धांजलि के रूप में समर्पित किया था।
बच्चों द्वारा व्यक्तिगत रूप से बनाई गयी रंगोलियों में रॉकफोर्ड स्कूल के ही छात्र दीपांशु पांडेय ने भी अपनी रंगोली में “विंग कमांडर अभिनन्दन वर्धमान” का अभिनन्दन किया. अपने रंगों से पुष्प मेले में देशभक्ति के रंग बिखेरे तथा डिप्टी कमिश्नर के द्वारा मास्टर दीपांशु को प्रथम पुरूस्कार से नवाज़ा गया। वहीँ रॉकफोर्ड स्कूल के आशीष गुप्ता को द्वितीय पुरस्कार जबकि तृतीय पुरस्कार साक्षी जांगड़ा को दिया गया।
कहना न होगा की इस पुष्प मेले में रॉकफोर्ड स्कूल के शिक्षक,छात्र एवं छात्राओं का जलबा रहा. रहा. चित्रकला प्रतियोगिता में भी रॉकफोर्ड स्कूल के छात्रों ने ही शानदार प्रदर्शन किया.
जूनियर ग्रुप में कुमारी अंजलि जबकि सीनियर ग्रुप में कुमार अंकित को प्रथम पुरस्कार मिला और दृष्टि सरकार तथा निखिल ने द्वितीय पुरस्कार लेकर स्कूल का नाम रौशन किया. इसी स्कूल से दिव्यांग ग्रुप में मास्टर शुभांकर ने प्रथम स्थान हासिल कर यह सिद्ध कर दिया कि प्रतिभा महज़ हाथों की मोहताज़ नहीं होती।
मेले में सामूहिक नृत्य प्रतिगोगिता का भी आयोजन किया गया. इसमें रॉकफोर्ड स्कूल के बच्चों ने नृत्य के माध्यम से नारी उत्पीड़न को दर्शाकर प्रथम पुरूस्कार पर कब्ज़ा जमाया । निर्णायकों के द्वारा यह नृत्य इतना ज़्यादा सराहा गया कि विशेष अतिथि के सम्मान में भी इसी नृत्य की प्रस्तुति को दुबारा करने का आमंत्रण दिया गया।