नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में अबतक अवैध शराब के कारण 70 लोगों की जान जा चुकी है। जानकारी के अनुसार उत्तराखंड के हरिद्वार में जहां 13 लोग इसकी चेपट में आकर जान गंवा चुके हैं। वहीं सहारनपुर में 46 जबकि कुशीनगर में 11 लोगों की मौत हुई है। इससे यूपी पुलिस, प्रशासन और आबकारी विभाग के हाथ पैर फूले हुए हैं।
मामले को लेकर सहारनपुर के जिलाधिकारी ने बताया कि शराब को जांच के लिए लखनऊ लैब भेजा जा चुका है। साथ ही 405 लीटर अवैध शराब भी जब्त किया गया है। अबतक की जांच में ऐसे संकेत मिले हैं कि शराब को तेज बनाने के लिए रैट पॉइजन का भी इस्तेमाल करने का काम किया जाता था। उन्होंने बताया कि सहारनपुर के कुछ लोगों को मेरठ के अस्पताल में भी भर्ती कराया गया है। तीन थानों में एफआईआर दर्ज किया जा चुका है। मामले में 30 लोग गिरफ्तार किया गया है।
इस मामले पर सरकार ने सख्ती दिखाते हुए सहारनपुर और कुशीनगर के जिला आबकारी अधिकारियों सहित 21 को निलंबित कर दिया है। कुशीनगर के तरयासुजान थाना प्रभारी सहित 4 पुलिसकर्मी और 5 आबकारी कर्मचारी, सहारनपुर में नगला थाना प्रभारी समेत 10 पुलिसकर्मी निलंबित किये जा चुके हैं। मामले में उत्तराखंड में भी आबकारी के 13 अफसर और 3 पुलिसकर्मी को निलंबित करने का काम सरकार ने किया है।
यहां चर्चा कर दें कि शराब पीने वाले अधिकतर मजदूर हैं। सस्ती मिलने के कारण इस तरह की कच्ची या मिलावट वाली शराब लोगों की पहली पसंद बन जाती है। सहारनपुर और कुशीनगर के जिन इलाकों में इस तरह के घटना हुई है वहां मातम पसरा हुआ है। मृतकों के परिवारवालों की आंखे नम है।