अमरोहा : खुफिया एजेंसियों की सक्रियता के चलते आतंकी संगठन महिलाओं का सहारा ले रहे हैं। सुरक्षा चक्र तोडऩे के लिए यूपी और दिल्ली में 22 महिला आतंकी उतारी गई हैं। यह महिला आतंकी न सिर्फ विस्फोटक ले जाने में सक्षम हैं बल्कि उन्हें हथियार चलाने का प्रशिक्षण भी प्राप्त है। खुफिया एजेंसियों को मिले इनपुट के मुताबिक इन महिला आतंकियों को मिशन के संबंध में मोबाइल पर बात करने की सख्त मनाही है। अभी तक छह महिलाओं को चिह्नित किया जा चुका है। इनके वेस्ट यूपी के जिलों में शरण लिए जाने की सूचना है। सूत्रों के मुताबिक पंजाब से दो संदिग्ध महिलाओं के पकड़े जाने की भी जानकारी मिली है,जो पाकिस्तान की रहने वाली बताई जा रही हैं।
गाहे-बगाहे सामने आते रहते मामले
आतंकी संगठनों द्वारा हनी ट्रैप का सहारा लिया जाना किसी से छुपा नहीं है। गाहे-बगाहे यह मामले सामने आते रहते हैं। आतंकी संगठन हरकत-उल-हर्ब-ए-इस्लाम द्वारा भी हनी ट्रैप का सहारा लिए जाने की जानकारी खुफिया एजेंसियों के पास है। इस कड़ी में खुफिया एजेंसियों को चौंकाने वाला इनपुट मिला है। सीमा पार व घाटी में सक्रिय आतंकी संगठनों ने यूपी व दिल्ली में मौजूद स्लीपर सेल को लगातार सक्रिय रखने के लिए महिला विंग तैयार की है। स्लीपर सेल को सुरक्षित रखने के लिए 22 महिला आतंकियों की विंग सक्रिय की गई है। इन्हें नेपाल के रास्ते यूपी व दिल्ली में भेजे जाने की सूचना है। विंग में शामिल सभी महिला आतंकी शस्त्र चलाने का प्रशिक्षण लिए हुए हैं। सूत्र बताते हैं कि छह महिलाओं को चिह्नित किया जा चुका है। उन्हें तलाश किया जा रहा है। इस संबंध में जल्द ही बड़ी कार्रवाई किए जाने की तैयारी की जा रही है। इनके पश्चिम उप्र में होने की संभावना जताई जा रही है।
पूछताछ के बाद गुफरान को छोड़ा
पांच दिन तक हिरासत में रख कर पूछताछ करने के बाद एनआइए ने मौलाना गुफरान को छोड़ दिया है। अमरोहा के बांसखेड़ी स्थित घर पहुंचा, परंतु एनआइए ने मंगलवार को फिर से पूछताछ के लिए हेड क्वार्टर बुलाया है। आतंकी संगठन हरकत-उल-हर्ब-ए-इस्लाम के संदिग्ध आतंकी मुफ्ती सुहैल से संबंधों के चलते एनआइए के निशाने पर आए नौगावां सादात के गांव बांसखेड़ी निवासी मौलाना गुफरान को हिरासत में ले लिया गया था। बीती चार जनवरी से रुक-रुक कर उससे पूछताछ की जा रही है। बीती 15 जनवरी को भी एनआइए ने हिरासत में लिया था। फिर 17 जनवरी को टीम ने उसके घर छापा मारा था। बताया जा रहा है कि मुफ्ती सुहैल के फोन पर संपर्क करने के कारण ही मौलाना गुफरान खुफिया एजेंसियों के रडार पर था। अब शनिवार को एनआइए ने मौलाना गुफरान को छोड़ दिया है।
दिल्ली में रहने वाले युवक निशाने पर
अमरोहा ही नहीं बल्कि मुरादाबाद मंडल के कुछ संदिग्ध युवक ऐसे हैं जो खुफिया एजेंसियों के निशाने पर हैं। उनकी गतिविधियां संदिग्ध हैं। ऐसे युवक दिल्ली के जाफराबाद, सीलमपुर व वेलकम क्षेत्र में रहते हैं। दिल्ली ही नहीं बल्कि स्थानीय पते पर भी उनकी गतिविधियों का पता लगाया जा रहा है। इस मामले को लेकर खुफिया तंत्र पूरी तरह से सक्रिय हो गया है। पिछले साल 26 दिसंबर को एनआइए व एटीएस ने संदिग्ध आतंकी मुफ्ती सुहैल समेत 10 युवकों को गिरफ्तार किया था। चूंकि मुफ्ती सुहैल मूलरूप से अमरोहा का रहने वाला था तथा गिरफ्तारी के दो माह पहले वह वापस दिल्ली से अमरोहा आकर शिफ्ट हुआ था। इससे पहले वह दिल्ली के जाफराबाद में रहता था। वहां पर उसके कई युवकों से घनिष्ठ संबंध थे। एनआइए से जुड़े सूत्र बताते हैं कि दिल्ली से अमरोहा लौटने के बाद मुफ्ती सुहैल ने मुरादाबाद मंडल में अपना नेटवर्क मजबूत करना शुरू कर दिया था। इतना ही नहीं मंडल के वह कुछ युवक जो दिल्ली के जाफराबाद, सीलमपुर व वेलकम में रहते हैं, वह भी उसके संपर्क में थे। सूत्र बताते हैं कि मुरादाबाद मंडल के कुछ युवक दिल्ली के तीनों क्षेत्र में रहते हैं, अब वह एनआइए के निशाने पर हैं।