नई दिल्ली। मालदीव के राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सोलिह अपनी पत्नी के साथ भारत के दौरे पर हैं। सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनसे मुलाकात की। दोनों के बीच इस दौरान द्विपक्षीय वार्ता हुई। जब मालदीव के राष्ट्रपति अब्दुल्ला यामीन थे, तब भारत के साथ मालदीव के रिश्ते अच्छे नहीं थे। इससे पहले विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने सोलिह से मुलाकात की और आपसी हितों के द्विपक्षीय संबधों और क्षेत्रीय मुद्दों पर चर्चा की।
इस साल पांच फरवरी को मालदीव में तत्कालीन राष्ट्रपति अब्दुल्ला यामीन ने आपातकाल की घोषणा कर दी थी, उसके बाद दोनों देशों के बीच संबधों में तल्खी आ गई। भारत ने भी इसकी आलोचना की थी। भारत के लिए मालदीव के साथ अच्छे रिश्ते रखना बेहद जरूरी है। ताकि वह चीन के स्ट्रिंग ऑफ पर्ल्स पॉलिसी से खुद को सुरक्षित रख सके। जिसका केवल एक ही उद्देश्य है और वह है भारत को चारों ओर से घेरना।
इसके अंतर्गत भारत के पड़ोसी देशों में विकास के नाम पर चीन अपनी पैठ मजबूत करता जा रहा है और अपने कर्जे में उन देशों को फंसाने के बाद भारत के खिलाफ करने की उसकी रणनीति है। इस लिहाज से अपने पड़ोसी देशों में चीन के इन बढ़ते कदमों को रोकने के लिए भारत के उनसे अच्छे रिश्ते होना बेहद जरूरी है।