शिमला। हिमाचल प्रदेश के कई राज्यों में भारी बारिश और बर्फबारी के कारण जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। राज्य के लाहौल और स्पीति जिलों में 700 से ज्यादा लोग बाढ़ के कारण फंसे हुए हैं। वहीं चंबा जिले में 3,000 लोग फंसे हुए हैं जिनमें से एक हजार लोग असम के रहने वाले हैं। बीते तीन दिन में 12 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं करोड़ों रुपए की संपति पानी के साथ बह गई है।
हालांकि अभी भी भाखड़ा बांध प्रबंधन बोर्ड (बीबीएमबी) के अधिकारियों ने पोंग बांध से 49,000 क्यूसेक पानी छोड़ने का फैसला किया है। उनका कहना है कि पानी 1386।84 फीट तक पहुंच गया है जबकि यह खतरे के निशान 1390 फीट से कुछ ही फीट कम है। हिमाचल प्रदेश और पड़ोसी पंजाब में निचले इलाकों के निवासियों को सतर्क रहने के आदेश दिए गए हैं। अधिकारियों से भी तैयार रहने के लिए कहा गया है।
बाढ़ के कारण फंसे हुए लोगों को बचाने के लिए वायू सेना हैलिकॉप्टर का इस्तेमाल कर रही है। हिमाचल परिवहन मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने कहा है कि हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर जल्द ही स्थिति का जायजा लेने भंटार आएंगे। इस बीच, रुड़की इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (आईआईटी) के 35 छात्रों सहित हिमाचल प्रदेश के पहाड़ी लाहौल और स्पीति जिले में ट्रेकिंग के दौरान गायब हो गए पचास लोगों को बचा लिया गया है।