नागरिकों का धरना 14 वें दिन जारी, भारी संख्या में लोगों ने दिया समर्थन
ग्रामीण नहीं चाहते तो क्यों बन रहा भाजपा कार्यालय व ग्रुप हाउसिंग: राजकुमार सैनी
प्रशासन व भाजपा नेताओं की मिलीभगत से हुआ गलत अलॉटमेंट: डा. मुकेश शर्मा
गुडग़ांव 23 जुलाई: सिलोखरा तालाब (तीर्थ स्थल) की पंचायती जमीन पर भाजपा कार्यालय व ग्रुप हाउसिंग निर्माण केखिलाफ व गांव के विकास की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे सिलोखरा सहित 360 गांवों के नागरिकों का धरना सोमवार को लगातार 14वें दिन भी जारी रहा। धरने को काफी लोगों ने समर्थन दिया। लंबे समय से धरना और आंदोलन चलाने के बावजूद मांगों पर ध्यान नहीं देने जाने को लेकर धरनारत नागरिकों में रोष बढ़ता जा रहा है और आंदोलन में कई प्रांतों के राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों व प्रबुद्ध नागरिकों के समर्थन देने से आंदोलन विशाल होता जा रहा है। अब तक सिलोखरा के इस आंदोलन को करीब सभी गैर सरकारी राजनीतिक दलों के जनप्रतिनिधि समर्थन दे चुके हंै, सोमवार को सरकारी पार्टी भाजपा के सांसद राजकुमार सैनी भी धरना स्थल पर पहुंचे और उन्होंने माना कि सिलोखरा के नागरिकों द्वारा चलया जा रहा आंदोलन जायज है।
उन्होंने शासन और प्रशासन से प्रश्र किया कि जब सिलोखरा सहित 360 गांवों के नागरिक भाजपा कार्यालय और गु्रप हाउसिंग का विरोध कर रहे हैं क्या जरुरत है वहां इसे बनवाने की? राजकुमार सैनी ने यह भी कहा कि प्रशासन को जवाब देना होगा कि जब विकास कार्य कराने का आश्वासन दिया गया था तो क्यों नहीं कराया गया। उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा कार्यालय और ग्रुप हाउसिंग के निर्माण के लिए तालाब, तीर्थ स्थल का अस्तित्व क्यों मिटाया जा रहा है? इसके लिए शिवमंदिर क्यों तोड़ा गया? सिलोखरा सहित 360 गांवों के नागरिकों को विकास के लिए आंदोलन करने पर क्यों विवश किया जा रहा है? सांसद ने कहा कि जब पंचायत और नगर निगम ने इस जमीन का मुआवजा नहीं लिया तो कौन इसका मालिक बना और कैसे अलॉटमेंट हुआ? इन तमाम बातों को मैं मुख्यमंत्री के समक्ष रखूंगा और संसद में भी उठाऊंगा। राजकुमार सैनी ने कहा कि हम सिलोखरा के नागरिकों के आंदोलन के साथ हैं और न्याय दिलाकर रहेंगे। राजकुमार सैनी ने सिलोखरा के नगारिकों को आश्वस्त करते हुए कहा कि कहा कि हम इस संबंध में मुख्यमंत्री मनोहर लाल से बात करेंगे और सिलोखरा के नागरिकों के खिलाफ दर्ज किए गए मुकदमे को वापस कराएंगे।
हरियाणा यादव संघ के अध्यक्ष सतीश यादव ने पुन: धरने को समर्थन देते हुए कहा कि जब तक सरकार भाजपा कार्यालय और ग्रुप हाउसिंग को शिफ्ट करने के साथ फर्जी मुकदमे वापस लेकर विकास कार्य शुरु नहीं कराती है तब तक आंदोलन जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि हरियाणा यादव संघ सिलोखरा सहित 360 गांवों के नागरिकों के साथ खड़ा है। धरने का नेतृत्व कर रहे सिलोखरा निवासी वरिष्ठ अधिवक्ता डॉ मुकेश शर्मा ने कहा कि सिलोखरा सहित 360 गांव के नागरिकों द्वारा सालभर से चलाए जा रहे इस आंदोलन और सिलोखरा की जमीन के संबंध में पूरी हकीकत मुख्यमंत्री मनोहर लाल के समक्ष रख दी गई है। मुख्यमंत्री वास्तविकता से अवगत नहीं थे और उन्होंने सारी बातें जानने के बाद ही कहा कि इस संबंध में शीघ्र ही बेहतर फैसला लिया जाएगा। डा. मुकेश शर्मा ने कहा कि कुछ भाजपा नेताओं और प्रशासन की मिलीभगत से सिलोखरा की पंचायती जमीन पर नियमों को ताक पर रखबर ग्रुप हासिंग और भाजपा कार्यालय की जमीन अलॉट कराई गई है। गांव की 12 एकड़ पंचायती जमीन का मालिक हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण कहीं से है ही नहीं क्योंकि इस जमीन का मुआवजा न पंचायत ने लिया और ना ही नगर निगम के पास पैसा आया।
उक्त जमीन पूर्व से ही सिलोखरा के विकास के लिए छोड़ी गई है। जमीन पंचायती होने और एरिया रिहायशी होने के कारण यहां भाजपा कार्यालय और ग्रुप हाउसिंग का निर्माण हो ही नहीं सकता है? फिर भी जबरदस्ती निर्माण कराया जा रहा है। इसके लिए करीब 400 वर्ष पुराने जिन पौराणिक पेड़ों को काटा गया है, उसकी शिकायत मंडलायुक्त डा. डी सुरेश और जिला उपायुक्त डा. विनय प्रताप सिंह से की जा चुकी है, इसके बावजूद अब तक इसके खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं हुई? डा. मुकेश शर्मा ने कहा कि इन तमाम बातों से मुख्यमंत्री को अवगत कराया जा चुका है और गांव के नागरिकों को मुख्यमंत्री और सरकार के फैसले का इंतजार है।
डा. शर्मा ने कहा कि सिलोखरा का आंदोलन गांव की अध्यात्मिक आस्था के साथ जुड़ा है और हम शासन और प्रशासन के साथ मुख्यमंत्री से मांग कर रहे हैं कि शीघ्र ही इस मामले में उचित निर्णय लें। धरने में राव गजराज यादव झज्जर, बीएस रंगा पटौदी, नवीन शर्मा एडवोकेट लीगल सेल, संजय भारद्वाज, पुष्पा शर्मा जांगिड़, रेख सैनी, डा. हेमंत यादव, पूर्व सरपंच ओम प्रकाश शर्मा, चंद्रभान सैनी, शेर सिंह पंडित, रामपत यादव, रामेहर यादव, पूर्व पंच अतर शर्मा, सतबीर शर्मा, राजीव शर्मा (पूपी), मामचंद सैनी, धर्मवीर शर्मा, अशोक शर्मा, सुभाष शर्मा, भरत सिंह ठेकेदार, प्रवेश शर्मा, राधेश्याम, सुंदर यादव, देवेन्द्र यादव, शेरु यादव, अजय यादव, राजेश शर्मा, नीरज शर्मा एडवोकेट, मुंसी सैनी, अमर सिंह सैनी, देवीराम, राजपाल शर्मा, भूप सिंह, रणबीर यादव, नरेश शर्मा, परमानंद, सोनी, मूर्ति, सुरेन्द्री, जगवती, सावित्री, वीरवती, सरिता, शारदा, शांति, संतोष, शकुंतला, मृर्ति, द्रौपदी, अंगूरी, केला, पुष्पा, राजवती, कृष्णवती, भगवानी, भामा, सविता, ओमवती, शांति व संतोष सहित काफी संख्या में महिलाएं और सैकड़ों नागरिक शामिल रहे।