– हरियाणा के शिक्षा मंत्री प्रो. रामबिलास शर्मा तथा लोक निर्माण मंत्री राव नरबीर सिंह ने किया विधिवत् शुभारंभ
– विश्वविद्यालय में इसी वर्ष 15 अगस्त से शुरू होंगी कक्षाएं-प्रो. रामबिलास शर्मा
– शुरू में 5 फैक्लटी में होंगे 11 कोर्सों में दाखिले
– दाखिले की प्रक्रिया शुरू, आवेदन की अंतिम तिथि 24 जुलाई
– विश्वविद्यालय ने राव तुलाराम कॉलेज ऑफ साईंस एंड कॉमर्स के कैं पस से शुरू किया संचालन
गुरुग्राम, 6 जून। गुरुग्राम विश्वविद्यालय का निर्माण कार्य आज शुरू हो गया है। हरियाणा के शिक्षा मंत्री प्रो. रामबिलास शर्मा तथा लोक निर्माण मंत्री राव नरबीर सिंह ने नारियल फोडक़र निर्माण कार्य का शुभारंभ किया। शुरू में विश्वविद्यालय का गेट और चार दिवारी का निर्माण किया जाएगा, उसके बाद बिल्डिंग बनाई जाएगी। दोनों कैबिनेट मंत्रियों ने विश्वविद्यालय की सूचना पुस्तिका का भी अनावरण किया। इस विश्वविद्यालय में दाखिले की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है और आवेदन जमा करवाने की अंतिम तिथि 24 जुलाई निर्धारित की गई है।
गुरुग्राम जिला के पहले सरकारी विश्वविद्यालय का विधिवत् निर्माण कार्य शुरू करने पहुंचे शिक्षा मंत्री प्रो. रामबिलास शर्मा ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश में गुणवत्ता शिक्षा को बढ़ावा दे रही है और जितने नए विश्वविद्यालय वर्तमान भाजपा सरकार के कार्यकाल में प्रदेश में खोले गए हैं, वह एक रिकॉर्ड है। उन्होंने कहा कि 10 अप्रैल 2016 को गांव कांकरौला-भांगरौला में आयोजित जनसभा में लोक निर्माण मंत्री राव नरबीर सिंह द्वारा उठाई गई मांग पर मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने गुरुग्राम में इस पहली सरकारी विश्वविद्यालय की स्थापना की घोषणा की थी। उन्होंने कहा कि आगामी 15 अगस्त से इस विश्वविद्यालय में कक्षाएं लगनी शुरू हो जाएंगी। गांव कांकरौला-भांगरौला (सैक्टर-85)में विश्वविद्यालय का परिसर तैयार होने तक अस्थाई तौर पर गुरुग्राम के सैक्टर-51 में नवनिर्मित राव तुलाराम कॉलेज ऑफ साईंस एंड कामर्स के परिसर मे यह विश्वविद्यालय संचालित होगा और वहीं पर कक्षाएं लगेंगी। प्रो. रामबिलास शर्मा ने वर्तमान केन्द्र सरकार तथा राज्य सरकार द्वारा करवाए गए कार्यों का विस्तार से उल्लेख किया।
इससे पहले, अपने विचार रखते हुए प्रदेश के लोक निर्माण मंत्री राव नरबीर सिंह ने कहा कि यह विश्वविद्यालय गुरुग्राम के विकास में मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने उनके आग्रह पर गुरुग्राम जिला में पहला सरकारी विश्वविद्यालय खोलने की घोषणा इसी स्थान पर आयोजित जनसभा में की थी। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय का आज विधिवत् निर्माण कार्य शुरू होने से उन आलोचकों को करारा जवाब मिला है जो ये कहते थे कि यह कोरी घोषणा ही है और विश्वविद्यालय यहां नही बनेगा। राव नरबीर सिंह ने विपक्षी दलों का नाम लिए बगैर कहा कि ऐसा विपक्षी पार्टियों के कार्यकाल में ही होता था कि किसी प्रौजेक्ट की नींव रखकर वे भूल जाते थे। अब प्रदेश में वर्तमान भाजपा सरकार में जिस भी प्रौजेक्ट का नींव पत्थर रखा जाता है, यह सुनिश्चित किया जाता है कि उस पर काम अवश्य शुरू हो। गुरुग्राम में महत्वपूर्ण चौराहों पर अंडरपास तथा फ्लाईओवर बनाने का काम वर्तमान भाजपा सरकार के कार्यकाल में ही शुरू हुआ और संपन्न भी किया गया। उन्होंने कहा कि वर्ष-2019 में शुरू होने वाले गुरुग्राम विश्वविद्यालय के शैक्षणिक सत्र की कक्षाएं इसी सैक्टर-85 में बनाए जाने वाले विश्वविद्यालय परिसर में लगेंगी। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय का प्रौजेक्ट बहुत बड़ा है और इसे पूरा करने में समय लगेगा, लेकिन पूरा होने पर यह विश्वविद्यालय विश्व का बेहतरीन ग्लोबल विश्वविद्यालय बनेगा और इससे गुरुग्राम को दुनिया में और ज्यादा ख्याति मिलेगी।
राज्य सरकार द्वारा पिछले लगभग 3.5 साल में करवाए गए कार्यों का जिक्र करते हुए राव नरबीर सिंह ने कहा कि इस विश्वविद्यालय के अलावा गुरुग्राम जिला के गांव खेडक़ीमाजरा में एक मैडिकल कॉलेज बनाया जाएगा। उन्होंने विपक्षी दलों पर यह भी आरोप लगाए कि उनके शासनकाल में गुरुग्राम में एक भी परियोजना का नींव पत्थर नही लगाया गया और अब वे ही अनाप-सनाप बयानबाजी कर रहे हैं।
इस मौके पर गुरुग्राम विश्वविद्यालय के कुलपति डा. मार्केंडेय आहुजा ने आए हुए अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि आज से विश्वविद्यालय का निर्माण कार्य युद्धस्तर पर शुरू हो जाएगा। उन्होंने बताया कि शुरू में विश्वविद्यालय में 5 फैक्लटी में 11 कोर्स शुरू होंगे। इनमें बैचलर ऑफ फार्मेसी(60 सीट), बैचलर ऑफ फिजियोथेरेपी(60 सीट), एमएससी पब्लिक हैल्थ (40 सीट), बीटैक कॅम्प्यूटर साईंस एंड आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस(60सीट), एमकॉम(40सीट), 12वीं कक्षा के बाद एमकॉम इंटीग्रेटिड (60 सीट), एमबीए (60सीट), 12वीं के बाद एमबीए इंटीग्रेटिड (60सीट), एमए अंग्रेजी (30 सीट), एमए पब्लिक पॉलिसी एंड गर्वनेंस (30 सीट) तथा एमएससी एप्लाइड सायक्लोजी(30सीट) शामिल है। इस प्रकार, इन 11 कोर्सों में कुल 530 सीट होंगी। डा. आहुजा ने यह भी बताया कि विश्वविद्यालय के लिए सरकार ने 250 पदों पर नियुक्ति की अनुमति भी दे दी है।
विश्वविद्यालय का निर्माण कार्य शुरू करने के बाद प्रदेश के शिक्षा मंत्री प्रो. रामबिलास शर्मा ने वहां उपस्थित छात्राओं को शगुन के तौर पर 100-100 रूपये दिए।
इस अवसर पर गांव कांकरौला तथा भांगरौला के ग्रामीणों ने प्रो. रामबिलास शर्मा तथा राव नरबीर सिंह को पगड़ी , शॉल तथा गदा भेंट कर सम्मानित किया। इनके अलावा, गुरुग्राम के विधायक उमेश अग्रवाल, हरियाणा संस्कृत अकादमी के उपाध्यक्ष डा. श्रेयांस द्विवेदी तथा जिला शिक्षा अधिकारी प्रेमलता यादव को भी शॉल भेंटकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के समापन पर विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार वत्सल वशिष्ठ ने आए हुए सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया। इस मौके पर हरियाणा विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के कुलपति राज नेहरू , स्टारैक्स युनिवर्सिटी के कुलपति डा. अशोक दिवाकर, इंदिरा गांधी विश्वविद्यालय मीरपुर (रेवाड़ी) के रजिस्ट्रार मदनलाल गोयल , गुरुग्राम राजकीय महाविद्यालय सैक्टर-14 की प्राचार्या सुशीला कुमारी भी उपस्थित थे।