वाराणसी : उत्तर प्रदेश के चंदौली व वाराणसी जिले की सीमा पर शनिवार को बाबा जयगुरुदेव जयंती के अवसर पर एक कार्यक्रम के दौरान मची भगदड़ में अब तक 24 लोगों की मौत हो गई. इसमें घटना में 60 लोगों के जख्मी होने की खबर है.
बताया जाता है कि लाखों की भीड़ अचानक बेकाबू हो हाई और भगदड़ मच गयी। आशंका है कि इसमें मरने वालों की अधिक हो सकती है। इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस दर्दनाक हादसे पर दुख जताया और वाराणसी के अधिकारियों को निर्देश दिया कि पीड़ितों की फौरन मदद करें। साथ ही भगदड़ में मारे गए व्यक्तियों के परिजन को 2-2 लाख रुपये और घायलों को 50 हजार रुपये मुआवजे की घोषणा की है.
आईजी वाराणसी के अनुसार यहाँ केवल तीन हजार लोगों के जमा होने की अनुमति दी गई थी लेकिन आयोजकों ने इसका उल्लंघन किया. खबर है कि एक आदमी के नदी में गिरने से भगदड़ मच गयी और लोगों में दहशत फैल गई। भीड़ और गर्मी के कारण भी लोग बेहोश होकर गिरने लगे थे। घटना स्थल के चश्मदीदों का कहना है कि प्रशासन की लापरवाही से भगदड़ मची। जिलाधिकारी कुमार प्रशांत ने दावा किया है कि चंदौली जिले में गंगा के किनारे डोमरी गांव में बाबा जयगुरुदेव की याद में आयोजित जागरूकता शिविर श्रद्धालु वाराणसी स्थित पीली कोठी से होते हुए डोमरी गांव जा रहे थे। रास्ते में राजघाट पुल पर अचानक भगदड़ मच गयी।
उनके अनुसार हादसे में कम से कम 12 लोगों की मौत हो गयी तथा 60 अन्य घायल हो गये। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है, उनमें से 5 की हालत नाजुक बतायी जाती है। मृतकों की शिनाख्त अभी की जा रही है।