खट्टर सरकार का चौथा बजट भी खटारा व जनविरोधी: चौधरी आफताब अहमद

Font Size
 
यूनुस अलवी
 
मेवात :  हरियाणा कांग्रेस के उपाध्यक्ष व सूबे के पूर्व मंत्री चौधरी आफताब अहमद ने 2018 के हरियाणा आम बजट को हरियाणा के लोगों के लिए निराशाजनक बजट बताया है। बजट में मेवात के हितों की भी पूरी तरह से अनदेखी की गई है। जिले को एक भी परियोजना व पैसा नहीं आवंटित किया गया है और लगातार चौथे बजट में मेवात की घोर अनदेखी की गई है।
 
 
 
उन्होंने कहा कि इस बजट में किसी भी वर्ग चाहे गरीब, मजदूर, किसान, युवा, महिलाओं, छात्रों, कर्मचारियों के विकास उन्नति प्रगति का ध्यान नहीं रखा गया है।
 
 
बजट में कई विभागों का तो भारतीय जनता पार्टी ने जिक्र तक नहीं किया है बल्कि अनदेखा किया है चाहे उस में खेल हो सहकारिता हो कई अन्य महत्वपूर्ण विभाग। पहले की कांग्रेस  सरकार में ऐसा कभी नहीं हुआ है कि किसी विभाग को पूरी तरीके से नजरअंदाज कर दिया गया हो।
 
 
यह बजट इस बात की ओर इशारा करता है कि भाजपा को आम आदमी की नहीं बल्कि प्रदेश और देश के बड़े उद्योगपतियों की चिंता है, लेकिन किसान, जवान, मजदूर, गरीब को भाजपा भूल चुकी है।
 
 
 
प्रदेश के लोगों को उम्मीद थी कि लगभग 4 साल कुछ ना करने के बावजूद भाजपा अपने अंतिम बजट में कुछ ना कुछ जरूर करेगी लेकिन लोगों की उम्मीदों पर इस बार भी भारतीय जनता पार्टी की खट्टर सरकार पूरी तरीके से फेल हो गई है।
 
 
 
खट्टर सरकार ने बजट में ना तो पेट्रोल-डीजल से वेट को कम किया है, जो साबित करता है कि सरकार  किसानों को और आम आदमी को लूटने का काम कर रही है। पैट्रोल पर वैट रेट दर 21 प्रतिशत से बढ़ाकर 26.25 प्रतिशत, डीजल पर 9.24 से बढ़ाकर 17.22% कर दी है, जो सरकार का जनविरोधी नीतियों का साक्ष्य है। 
 
 
 
चौधरी आफताब अहमद ने कहा कि कांग्रेस की हुड्डा सरकार के राज में हरियाणा एक खुशहाल प्रदेश हुआ करता था जो आज अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है, प्रदेश दिवालिया होने के कगार पर खड़ा है।
 
 
 
उन्होंने कहा कि जब भाजपा की खट्टर सरकार 2014 में बनी थी तो प्रदेश के ऊपर 60000 करोड़ के आसपास का कर्ज था, जो आज बढ़कर लगभग डेढ़ लाख करोड रुपए हो गया है। जब प्रदेश में एक भी नया प्रोजेक्ट शुरु नहीं हुआ है, बल्कि जो प्रोजेक्ट पहले चल रहे थे उनमें से भी ज्यादातर को बंद कर दिया गया है, तो फिर कैसे 60000 करोड़ से  कर्ज बढ़कर डेढ़ लाख करोड़ हो गया है। ये प्रदेश की 2.5 करोड जनता जानना चाहती है।
 
 
ये हाल जब है, जब भाजपा ने चुनाव से पूर्व किए अपने वादों में से एक भी वादा पूरा नहीं किया फिर भी लगभग ढाई गुणा कर्ज प्रदेश के लोगों के ऊपर कैसे बढ़ गया है।
 
हरियाणा कांग्रेस उपाध्यक्ष व प्रदेश के पूर्व मंत्री चौधरी आफताब अहमद ने खट्टर सरकार  को जनता के खून  पसीने की कमाई को पानी की तरह अपने चिंतन, उत्सव, मंथन व प्रचार प्रसार में उडाने का गुनाहगार बताया है। उन्होंने कहा कि भाजपा की रैलियों व कार्यक्रमों के आयोजनों के लिए सैंकड़ों कंपनियों को लगाया जाता है।
 
जबसे खट्टर सरकार ने प्रदेश की सत्ता संभाली है  तभी से प्रदेश विनाश की तरफ चल रहा है, इस बजट में खट्टर सरकार ने आंकड़ों की बाजीगरी करने का असफल प्रयास किया गया है। साढे 3 साल से प्रदेश के लोग भारी भरकम टैक्स देते रहे हैं, सरकार उनको लुटती रही और प्रदेश पर कर्जा भी बढ़ता रहा, ये बेहद शर्म की बात है। यह खट्टर सरकार की नीतियों की  असफलता है कि जिस तरीके से मारूती जैसी कंपनियां हरियाणा से छोड़कर अब अन्य प्रदेशों की ओर रुख करने लग गई है। एक भी अन्य परियोजना मुख्यमंत्री और अन्य मंत्री नहीं लाए हैं सिर्फ विदेशों में भ्रमण करने का काम किया गया है। ये बजट खट्टर सरकार की प्रदेश को चलाने की अयोग्यता व लोगों की जरूरतों को समझने व पूरा करने में विफलताओं को दर्शाता है।

You cannot copy content of this page