त्रिपुरा की हिंसा पर वामपंथियों के विरोध के बाद पीएम ने की घटना की निंदा

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गृहमंत्री से चर्चा में कहा-दोषियों के खिलाफ सख्‍त कार्रवाई की जाएगी
 
नई दिल्ली ।  प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने  त्रिपुरा के कुछ इलाकों में हुई तोड़फोड़ की घटनाओं की कड़ी निंदा करते हुए कहा है कि दोषियों के खिलाफ सख्‍त कार्रवाई की जाएगी। त्रिपुरा वामपंथ के प्रतीक लेनिन की मूर्तियों को गिराने की घटनाओ पर प्रधानमंत्री ने गृहमंत्री राजनाथ सिंह से बातचीत की और घटनाओं की कड़ी निंदा की है। केंद्र सरकार की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि गृह मंत्रालय ने तोड़फोड़ की ऐसी घटनाओं को गंभीरता से लिया है। वंपमथियों ने इस घटना के विरोध में प्रदर्शन किया और संसद में हंगामा किया। 
 
बयान में यह बताया गया है कि गृह मंत्रालय ने राज्‍यों से कहा है कि वे ऐसी घटनाएं रोकने के लिए सभी आवश्‍यक कदम उठाएं। ऐसी घटनाओं में लिप्‍त लोगों के खिलाफ संबंधित नियमों के अंतर्गत मामले दर्ज कर कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए।    
उल्लेखनीय है त्रिपुरा में विधानसभा चुनाव में भाजपा की जीत के बाद भाजपा समर्थकों ने जाम कर उत्पात मचाया और लेनिन की मूर्ति को जे सी बी  से गिरा दिया। सीपीएम के दर्जनों शहरों के कार्यालय में तोड़फोड़ की और कहा तो यहां तक जा रहा है कि भाजपाइयों ने उनके कई कार्यालय पर कब्जा जमा लिया। सीपीएम के नेता सीताराम येचुरी ने दो दिन पूर्व प्रेस काफ्रेंस आयोजित कर इस घटना की निंदा करते हुए भाजपा व आर एस एस समर्थकों पर हिंसा करने का आरोप लगाया था। उन्होंने संघ के त्रिपुरा प्रभारी देवधर के बयान का हवाला देते हुए कहा था कि भाजपा व संघ की राजनीति हिंसा आधारित होती है और इसका अब परिचय मिलने लगा है। इसका जवाब त्रिपुरा की जनता देगी। 
इस मुद्दे पर संसद में भी जम कर हंगामा हुआ । विपक्ष ने सरकार की खिंचाई की।समझा जाता है कि विपक्ष द्वारा मुद्दा उछालने के बाद सरकार सक्रिय हो गयी है। त्रिपुरा की घटनाओं पर देश में वामपंथी समर्थकों ने विरोध में प्रदर्शन किया। पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने इस मुद्दे पर वामपंथी नेताओं का समर्थन किया है। 

 

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