दिल्ली में 70वें वार्षिक निरंकारी संत समागम का शनिवार से शुभारम्भ 

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’निराकार, सहज जीवन का आधार’ विषय पर रहेगा केन्द्रित’

3-दिवसीय समागम की अध्यक्षता निरंकारी सद्गुरु माता सविंदर हरदेव जी महाराज करेंगी 

दिल्ली, 16 नवम्बर :  उत्तरी दिल्ली में बुराड़ी रोड के साथ फैले 400 एकड़ के विशाल मैदानों में शामियानों से बनी एक विशाल व सुन्दर नगरी 70वें वार्षिक निरंकारी संत समागम में भाग लेने आ रहे श्रद्धालु भक्तों के स्वागत के लिए तैयार है। इस समागम में भारत के कोने-कोने तथा दूरदेशों से आने वाले लाखों श्रद्धालु भक्तों के भाग लेने की आशा है।

शनिवार, 18 नवम्बर, 2017 से आरम्भ होने वाले इस 3-दिवसीय समागम की अध्यक्षता निरंकारी सद्गुरु माता सविंदर हरदेव जी महाराज करेंगे। इस वर्ष समागम ’निराकार, सहज जीवन का आधार’ विषय पर केन्द्रित रहेगा। इस संदेश पर विभिन्न भाषाओं में ज्ञानवर्धक विचारों, भक्तिमय गीतों तथा विचार-प्रेरक कविताओं द्वारा प्रकाश डाला जायेगा। यह समागम आध्यात्मिक ज्ञान पर आधारित अनेकता में एकता का एक सुन्दर उदाहरण प्रस्तुत करेगा।

जीवन में सहजता का अर्थ है स्वयं को संसार के हर उतार-चढ़ाव में स्थिर व दृढ़ बनाये रखना।केवल यही नहीं, सहजता स्वयं को उन सभी कारणों से ऊपर उठाना है जो मानव को मानव से अलग करते हैं। सहज भाव में स्थित व्यक्ति कभी किसी से धर्म, जाति, भाषा, संस्कृति, वर्ग अथवा राष्ट्र के आधार पर भेदभाव नहीं करता। वह सभी को अपने परिवार के सदस्य की तरह सम्मान देता है।लेकिन यह भावना तभी आती है जब वह मन-वच्-कर्म में प्रभु को शामिल कर लेता है और अभिमान, स्वार्थ तथा घृणा इत्यादि सभी दोषों को अपने से दूर रखता है।

 

भव्य सेवादल रैली और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा

समागम में आध्यात्मिक सत्संग के अतिरिक्त एक भव्य सेवादल रैली और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा जिसमें देश व दूर-देशों से आए वर्दी पहने हुए हज़ारों भाई-बहन भाग लेंगे और मानवता की सेवा के लिए स्वयं को पुनः समर्पित करते हुए सद्गुरु माता जी से आशीर्वादों की कामना करेंगे। समागम के समापन सत्र में 20 नवम्बर को एक बहुभाषीय कवि सम्मेलन होगा, जिसका विषय रहेगा-’निरंकार का लंे आधार, जीवन हो गुरमत अनुसार।’ सत्संग सत्र का समापन प्रतिदिन सद्गुरु माता जी के प्रवचनों द्वारा होगा।
समागम का एक अन्य महत्वपूर्ण आकर्षण होगा -निरंकारी प्रदर्शनी। इसमें दुर्लभ फोटो तथा माॅडलों की सहायता से मिशन के इतिहास के साथ-साथ समागम, सद्गुरु की भारत तथा दूरदेशों की कल्याण यात्राओं और अन्य गतिविधियों को दर्शाया जाता है। प्रदर्शनी का एक भाग समागम के मुख्य विषय को समर्पित होगा।

समागम की तैयारियां

समागम की मुख्य विशेषता है संत निरंकारी सेवादल के सदस्यों तथा मिशन के अन्य भक्तों का इस विशाल आयोजन में योगदान। समागम-स्थल पर तैयारियों का उद्घाटन सद्गुरु माता जी के कर कमलों द्वारा 8 अक्तूबर को किया गया। तभी से दिल्ली और देश के अन्य भागों से हज़ारों की संख्यां में सेवादल के सदस्य व अनेक श्रद्धालु भक्त इन मैदानों में दिन-रात सेवा करते आ रहे है।
समागम के प्रबन्ध के लिए सन्त निरंकारी मण्डल की कार्यकारिणी समिति को ही समागम समिति का रूप दिया गया है। इसके महासचिव श्री वी. डी. नागपाल जी को समागम के लिए संयोजक की जिम्मेदारी दी गई है। केन्द्रीय योजना तथा सलाहकार बोर्ड के सदस्य एवं सन्त निरंकारी सेवादल के केन्द्रीय अधिकारी भी इस समिति को अपनासहयोग प्रदान कर रहे हैं। प्रत्येक विभाग की सहायता के लिए कुछ विशेष समितियों का गठन भी किया गया है।

समागम-स्थल तक निःशुल्क वाहन उपलब्ध

दिल्ली सरकार तथा अन्य संस्थाओं के सहयोग से समागम-स्थल पर सभी प्रकार की सुविधायें उपलब्ध कराने के लिए व्यापक प्रबंध किये गए हैं जिससे समागम में भाग लेने वाले बिना किसी असुविधा के समागम का आनंद प्राप्त कर सकें। दिल्ली के बाहर से आने वाले श्रद्धालु भक्तों के स्वागत के लिए हवाई अड्डों, रेलवे स्टेशनों और अन्तरर्राज्यीय बस अड्डों पर प्रबंध किये गये है। उनके लिए वहां से समागम-स्थल तक निःशुल्क वाहन उपलब्ध होंगे। इसी प्रकार के प्रबंध समागम सम्पन्न होने पर भी किये जायेंगे। इसके लिए संत निरंकारी मण्डल द्वारा अपने वाहनों के अलावा 200 से भी अधिक बसें किराये पर ली जा रही हैं।

 

लंगर प्रत्येक रिहायशी ग्रांउड में ही तैयार और वितरित किया जायेगा

लंगर प्रत्येक रिहायशी ग्रांउड में ही तैयार और वितरित किया जायेगा। इसके अतिरिक्त चाय, काॅफी, शीतल पेय और अल्पहार की वस्तुएं उपलब्ध कराने के लिए समागम परिसर में 20 से भी अधिक कैन्टीनें होंगी। इन कैन्टीनों में मिनरल वाटर भी उपलब्ध होगा। समागम के दौरान स्वच्छता का ध्यान रखते हुए लंगर का वितरण स्टील की थालियों में होगा।

प्रकाशन विभाग 16 स्टाॅल लगायेगा

प्रकाशन विभाग 16 स्टाॅल लगायेगा जहां से श्रद्धालु भक्त मिशन का साहित्य, फोटो,  डी.वी.डी, डायरी, केलैंडर तथा अन्य सामग्री प्राप्त कर सकेंगे। पत्रिका विभाग भी नए सदस्यों के पंजीकरण के लिए अपना कार्यालय समागम स्थल पर स्थापित करेगा। इस अवसर पर पत्रिका विभाग द्वारा एक विशेष समारिका भी हिन्दी, अंग्रेजी और पंजाबी में प्रकाशित की जाएगी जिसका विषय है ’विश्वास’।

 

16 डिस्पेंसरियाँ काम करेंगी

सन्त निरंकारी मण्डल के स्वास्थ्य एवं समाज कल्याण विभाग की ओर से समागम के दौरान श्रद्धालु भक्तों की स्वास्थ्य से सम्बन्धित समस्याओं के समाधान के लिए 16 डिस्पेंसरियाँ काम करेंगी जिन में दिल्ली नगर निगम की 6 चलती फिरती डिस्पेंसरिया भी शामिल हैं। इनमें कुल 95 बिस्तरों का भी प्रबन्ध होगा। इनके अतिरिक्त 9 प्राथमिक चिकित्सा केन्द्र और 18 एम्बुलेंस (जिनमें 4 ब्।ज् एम्बुलेंस सम्मिलित हैं) भी समागम स्थल पर उपलब्ध होंगी। ज़रूरत पड़ने पर मरीज़ को नज़दीकी सरकारी अस्पताल तक ले जाने की भी व्यवस्था रखी जायेगी। 

गत वर्ष की भांति इस वर्ष भी समागम में लगभग 60 अन्तर्राष्ट्रीय डाक्टरों की टीम आर्थपेडिक मरीज़ों के लिए कायरो चिकित्सा पद्धति का अपना शिविर स्थापित करेगी।

 

लेखा-जोखा विभाग द्वारा सभी मैदानों में तथा सन्त निरंकारी कालोनी में स्टेट बैंक आॅफ इंडिया, पंजाब नैशनल बैंक तथा बैंक आॅफ इंडिया की कुल 12 ए.टी.एम. मशीनें लगाई जायेंगी। श्रद्धालु भक्तों को यात्रा से सम्बन्धित सहायता प्रदान करने के लिए रेलवे बुकिंग काउंटर भी स्थापित किया जा रहा है।

इतने विशाल समारोह की दृष्टि से सरकारी संस्थाएं सभी प्रकार के आवश्यक प्रबन्ध करेंगी जैसे सुरक्षा, यातायात कन्ट्रोल तथा अग्निशमन इत्यादि। सन्त निरंकारी सेवादल के सदस्य समागम परिसर के अन्दर सभी प्रकार की व्यवस्था में योगदान देंगे।
समाज कल्याण

आध्यात्मिक जागरूकता के अतिरिक्त मिशन समाज कल्याण के कार्यों में भी अपना योगदान दे रहा है। मिशन आज भारत की स्वेच्छा से रक्तदान करने वाली अग्रिम संस्थाओं में से एक है। वर्ष 1986 से आरम्भ होकर मिशन के द्वारा देश भर में अब तक 5046 रक्तदान शिविर लगाये जा चुके हैं जिनमें 8,69,161 यूनिट रक्तदान किया गया। गत वर्ष मिशन द्वारा 479 रक्तदान शिविर लगाये गए और 80,560 यूनिट रक्तदान किया गया। इस वर्ष अप्रैल से अब तक 290 शिविर लगाये जा चुके हैं जिनमें 53,543 यूनिट रक्तदान किया जा चुका है। मिशन के द्वारा देश में चार धर्मार्थ अस्पताल, 133 डिस्पैंसरियां तथा 9 पैथोलौजीकल प्रयोगशालाएंचलाई जा रही हैं।

अस्पताल कोलकाता, चेन्नई, दिल्ली और आगरा में स्थित हैं जबकि डिस्पैंसरियाँ देश भर में स्थापित की गई हैं। मिशन द्वारा समय-समय पर आँखों के आॅपरेशन, स्वास्थ्य जाँच और हृदय जाँच आदि के लिए भी शिविर आयोजित किये जाते हैं। दिल्ली में सन्त निरंकारी हेल्थ सिटी का भी निर्माण किया जा रहा है जिसके निर्माण कार्य का शुभारम्भ बाबा हरदेव सिंह जी महाराज ने 23 फरवरी, 2015 कोकिया। बाबा जी द्वारा मिशन के पहले ब्लड बैंक का भी उद्घाटन मुम्बई, विले पारले में 26 जनवरी, 2016 को किया गया था। इसी तरह मिशन दो काॅलेज और 19 स्कूल दिल्ली तथा देश के अन्य स्थानों में चलारहा है।

मिशन 67 सिलाई-कढ़ाई प्रशिक्षण केन्द्र चला रहा है

विधवाओं तथा जरूरतमंद महिलाओं को स्वावलम्बी बनाने के लिए मिशन 67 सिलाई-कढ़ाई प्रशिक्षण केन्द्र चला रहा है। इसके अतिरिक्त युवाओं के उत्थान के लिए विभिन्न व्यावसायिक कोर्स जैसे कम्पयूटर प्रशिक्षण तथा संचार कौशल भी उपलब्ध कराये जा रहे हैं। वर्ष 2003 से प्रतिवर्ष मिशन के श्रद्धालु भक्त 23 फरवरी को देश और दूर देशों में वृक्षारोपण तथा सफाई अभियान का आयोजन करते आ रहे हैं। वर्ष 2010 से समाज कल्याण की सभी गतिविधियाँ सन्त निरंकारी चेरिटेबल फाउंडेशन द्वारा आयोजित की जा रही हैं। 

Suvash Chandra Choudhary

Editor-in-Chief

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