चंडीगढ़, 5 सितंबर- हरियाणा के राज्यपाल प्रो.कप्तान सिंह सोलंकी ने अध्यापकों से आहवान किया कि 21वीं सदी में वे बच्चों को शिक्षा के साथ-साथ सकारात्मक विचारों की ओर प्रेरित करें।
सोलंकी आज हरियाणा राजभवन में हरियाणा स्कूल शिक्षा विभाग की ओर से आयोजित राज्य स्तरीय शिक्षक पुरस्कार समारोह में बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने समारोह की अध्यक्षता की और शिक्षा मंत्री श्री राम बिलास शर्मा विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद थे। इस अवसर पर सरकारी स्कूलों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले 29 अध्यापकों को सम्मानित किया गया। पुरस्कार स्वरूप प्रत्येक अध्यापक को एक शॉल,प्रशस्ति पत्र व 21 हजार रूपए की राशि दी गई।
समारोह को संबोधित करते हुए राज्यपाल ने कहा कि वास्तव में अध्यापक ही राष्ट्र – निर्माता होता है। अध्यापक एक कुम्हार की भांति अपने कुंभ रूपी शिष्य को उसकी कमियां दूर करके उसे बेहतरीन अवस्था में तरासता है। उन्होंने कहा कि मां-बाप के बाद एक अध्यापक ही बच्चों को उनका सही मार्गदर्शन करने में सहायता करता है। उन्होंने कहा कि समाज में बच्चे महत्वपूर्ण होते हैं इसलिए भारत के दूसरे राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन ने अपना जन्म दिन अध्यापकों को समर्पित किया था।
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने सम्मानित होने वाले अध्यापकों को बधाई व अध्यापक दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि ‘आप अन्य अध्यापकों के लिए प्रेरणास्रोत हैं,इसलिए मेरा अनुरोध है कि आप उन स्कूलों में अपना तबादला करवाएं जहां का परीक्षा परिणाम व शिक्षा का स्तर बेहतर नहीं है और वहां जाकर उस स्कूल को सुधारें।’
मुख्यमंत्री ने कहा कि भौतिक जीवन का विकास तो सरकार स्कूल,अस्पताल,सडक़ व अन्य अधारभूत संरचनाओं का निर्माण करवाकर कर सकती है परंतु बच्चों के संस्कारों में शिक्षा व नैतिकता के माध्यम से मनुष्य का सही निर्माण तो अध्यापक ही करता है। उन्होंने अध्यापकों को आहवान किया कि बच्चों को वे उनके हुनर के अनुरूप तरासें। हरियाणा सरकार द्वारा पलवल में बनाया जा रहा विश्वकर्मा कौशल विकास विश्वविद्यालय ऐसे बच्चों को रोजगारपरक बनाने के पाठयक्रम चलाएगा।
मुख्यमंत्री ने परीक्षा को विद्यार्थी के लिए महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि पिछली सरकार की फेल न करने की नीति लागू करने के कारण देश में शिक्षा का स्तर काफी गिर गया था ,परंतु वर्तमान सरकार ने इस नीति को समाप्त करके हरियाणा में तो स्कूल स्तर पर मासिक परीक्षा भी आरंभ कर दी है। फलस्वरूप अब सरकारी स्कूलों के परीक्षा परिणाम भी प्राइवेट स्कूलों से बेहतर हुए हैं। उन्होंने बताया कि जल्द ही हरियाणा में आठवीं कक्षा में भी बोर्ड परीक्षा शुरू की जाएगी। उन्होंने अध्यापक स्थानांतरण नीति की सराहना करते हुए कहा कि हरियाणा की इस पारदर्शी नीति का अध्ययन करने के लिए कई राज्यों ने अपने अधिकारियों की टीमें भेजी हैं।
उन्होंने राज्य के हर युवा को उच्चतर शिक्षा उपलब्ध करवाने के लिए प्रतिबद्घता दोहराते हुए कहा कि राज्य में हर 20 किलोमीटर की परिधि में कालेज खोलने के लिए मैपिंग करवाई है जिसके तहत 29 नए कालेज खोले जाएंगे।
हरियाणा के शिक्षा मंत्री श्री राम बिलास शर्मा ने कहा कि पिछले तीन सालों में शिक्षा के क्षेत्र में क्रांतिकारी परिवर्तन आए हैं। अध्यापकों की सहूलियत के लिए जहां ऑनलाइन स्थानांतरण नीति लागू की गई है वहीं नैतिक शिक्षा को स्कूलों में शुरू करके शिक्षा का संस्कारवान वातावरण तैयार किया है। उन्होंने बताया कि राज्य शिक्षक पुरस्कार की तर्ज पर कला,संगीत,खेल व अन्य क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले अध्यापकों को सम्मानित करने के लिए शीघ्र ही एक समारोह का आयोजन किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि वे स्वयं भी एक शिक्षक रहे हैं, आज के समारोह में भी एक शिक्षाविद्घ ही शिक्षकों को सम्मानित कर रहा है,क्योंकि राज्यपाल प्रो.कप्तान सिंह सोलंकी भी लंबे समय से अध्यापन क्षेत्र से जुड़े रहे हैं।
आज सम्मानित होने वाले अध्यापकों में श्रीमती अंशु सिंगला, प्रधानाचार्या, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, चकरपुर, गुरूग्राम, श्रीमती गुणमती, लैक्चरर हिन्दी, राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, सैक्टर 15, पंचकूला, श्रीमती संगीता, लैक्चरर हिन्दी, राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, सतनाली, महेन्द्रगढ़, श्री जय भगवान, लैक्चरर रसायन शास्त्र, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, आर्य नगर, हिसार, श्री सतबीर सिंह मलिक, लैक्चरर समाज शास्त्र, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, बरौली, पानीपत, श्री जय चंद, लैक्चरर संस्कृत, राजकीय मॉडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, सैक्टर 20, पंचकूला, श्रीमती कविता शर्मा, लैक्चरर होम साईंस, राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, हांसी, हिसार, श्री प्रवीण कुमार गुप्ता, लैक्चरर फाईन आट्र्स, राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, छछरौली, यमुनानगर, श्री राजकुमार आर्य, लैक्चरर इतिहास, राजकीय मॉडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, सैक्टर 20, पंचकूला, श्री लोकेश शर्मा, प्राथमिक मुख्य अध्यापक, राजकीय मिडिल स्कूल, माढा, हिसार, श्री राजेन्द्र सिंह, प्राथमिक मुख्य अध्यापक, राजकीय मिडिल स्कूल, कमालपुर, कैथल, श्री रविंद्र, सोशल साईंस मास्टर, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, नौरंगाबास राजपुतान, चरखी दादरी, भिवानी, श्री हर दत्त, सोशल साईंस मास्टर, राजकीय वरिष्ठï माध्यमिक विद्यालय, बीसवां मील, सोनीपत, श्री राजबीर सिंह, साईंस मास्टर, राजकीय उच्च विद्यालय, साफियाबाद, सोनीपत और श्री संजय कुमार गुप्ता, गणित मास्टर, राजकीय वरिष्ठï माध्यमिक विद्यालय, संगवाई, रेवाड़ी शामिल हैं।
इनके अतिरिक्त श्री मनोज कुमार, गणित मास्टर, राजकीय वरिष्ठï माध्यमिक विद्यालय, कुराल, लोहारू, भिवानी, श्रीमती कृष्णा देवी, गणित अध्यापिका, राजकीय कन्या मिडिल विद्यालय, ढिगाणा, जींद, श्री दिलबाग सिंह, हिन्दी अध्यापक, राजकीय उच्च विद्यालय, जठेरी, सोनीपत, श्री रविंद्र कुमार, हिन्दी अध्यापक, राजकीय उच्च विद्यालय, प्रेम नगर, भिवानी, श्री राजपाल शर्मा, संस्कृत अध्यापक, राजकीय मिडिल स्कूल, भानपुरा, कैथल, श्रीमती ऊषा रानी, संस्कृत अध्यापिका, राजकीय वरिष्ठï माध्यमिक विद्यालय, भुडपुर, रेवाड़ी, श्री बलबीर सिंह, ड्राइंग अध्यापक, राजकीय उच्च विद्यालय, चूहरमाजरा, कैथल, श्री राजकुमार अहलावत, मुख्य अध्यापक, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, बरौली, सोनीपत, श्री असिंदर कुमार, जेबीटी, राजकीय प्राथमिक विद्यालय, 10/21, पंचकूला, श्री विजेंद्र सिंह, जेबीटी, राजकीय वरिष्ठï माध्यमिक विद्यालय, बहलबा, रोहतक, श्रीमती चम्पा रानी, जेबीटी, राजकीय मिडिल विद्यालय, ढाणी सढराणा, गुरूग्राम, सुश्री तरूण बाला, जेबीटी, राजकीय मिडिल विद्यालय, महौली, नूह, श्रीमती सुनीता, जेबीटी, राजकीय प्राथमिक विद्यालय, सुलतानपुर, गुरूग्राम और श्री सतीश कुमार, जेबीटी, राजकीय प्राथमिक विद्यालय, बुढेड़ा, सिंघानी, लोहारू, भिवानी को राज्य शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर सहकारिता राज्य मंत्री श्री मनीष कुमार ग्रोवर ,स्कूल शिक्षा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. के.के खंडेलवाल,बिजली विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री पी.के दास,राज्यपाल के सचिव डॉ. अमित अग्रवाल,विज्ञान एवं प्रोद्यौगिकी विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव श्रीमती रजनी शेखरी सिबल,माध्यमिक शिक्षा निदेशक डॉ. राजीव रतन,मौलिक शिक्षा निदेशक डॉ. गरिमा मित्तल,हरियाणा स्कूल शिक्षा परियोजना निदेशक श्री आ.आर फुलिया,अतिरिक्त निदेशक,प्रशासन श्री विरेंद्र सिंह सहरावत,मौलिक शिक्षा के अतिरिक्त निदेशक,प्रशासन श्री विरेंद्र सिंह दहिया के अलावा शिक्षा विभाग के कई वरिष्ठï अधिकारी उपस्थित थे।